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Gujarat Politics: पाटीदार और ओबीसी के बाद आदिवासियों ने जताया मुख्यमंत्री पद पर दावा

Gujarat Politics ट्राइबल पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष छोटू भाई वसावा का कहना है कि गुजरात में आदिवासी समुदाय की आबादी 16 फ़ीसदी है करीब एक करोड़ आदिवासी प्रदेश में रहते हैं इसलिए 2022 में मुख्यमंत्री आदिवासी समुदाय से होना चाहिए।

By Babita KashyapEdited By: Published: Wed, 07 Jul 2021 02:58 PM (IST)Updated: Wed, 07 Jul 2021 02:58 PM (IST)
आदिवासी नेताओं ने गुजरात के मुख्यमंत्री पद पर दावा किया है।

अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। पाटीदार वह ओबीसी के बाद अब आदिवासी नेताओं ने गुजरात के मुख्यमंत्री पद पर दावा किया है। बीटीपी के अध्यक्ष एवं विधायक छोटू वसावा ने कहा कि 16 फ़ीसदी आदिवासी समुदाय के व्यक्ति को सीएम बनाना चाहिए। अहमदाबाद के शाहीबाग में भारतीय ट्राईबल पार्टी की ओर से गुजरात महा आदिवासी एकता मंच के बैनर तले एक सम्मेलन बुलाया गया जिसमें बीटीपी के साथ कांग्रेस की पूर्व सांसद प्रभा तावियाड, विधायक अनिल जोशीयारा, विधायक अनंत पटेल भी शामिल हुए।

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ट्राइबल पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष छोटू भाई वसावा ने कहा कि गुजरात में आदिवासी समाज को विकास का लाभ नहीं मिला है। केवड़िया में सरदार सरोवर बांध के आसपास हुए विकास तथा दुनिया की सबसे बड़ी ऊंची प्रतिमा स्टैचू ऑफ यूनिटी बनाने के बावजूद आस-पास के गांव में बसे आदिवासियों को उसका कोई लाभ नहीं मिल रहा है। वसावा का आरोप है कि केवड़िया, उत्तर गुजरात के अंबाजी तथा शामलाजी मंदिर परिसर के विकास के नाम पर आदिवासियों की जमीनें ली गई लेकिन उन्हें विकास में भागीदार नहीं बनाया गया। वसावा ने कहा की गुजरात में आदिवासी समुदाय की आबादी 16 फ़ीसदी है, करीब एक करोड़ आदिवासी प्रदेश में रहते हैं इसलिए 2022 में मुख्यमंत्री आदिवासी समुदाय से होना चाहिए।

गौरतलब है कि मंगलवार को ही गुजरात के एक दिग्गज आदिवासी नेता एवं पूर्व मंत्री मंगू भाई पटेल को मध्य प्रदेश का राज्यपाल बनाया गया है। गुजरात के आदिवासी समुदाय से राज्यपाल बनने वाले मंगू भाई पहले नेता हैं। हालांकि कांग्रेस के नेता अमर सिंह चौधरी गुजरात के मुख्यमंत्री रह चुके हैं।  प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की हलचल शुरू हो गई है पाटीदार समुदाय ने एक सम्मेलन आयोजित कर जहां अगला मुख्यमंत्री पाटीदार को बनाने की इच्छा जताई वही ओबीसी समुदाय भी समाज के साथ अन्याय की दुहाई देते हुए मुख्यमंत्री पद पर दावा जता चुका है। 

आदिवासी मुख्यमंत्री पर कांग्रेस ने भी दिया साथ

कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक अनिल जोशीयारा का कहना है कि कांग्रेस में मुख्यमंत्री का चयन चुने हुए विधायकों के द्वारा करने की परंपरा है लेकिन आदिवासी समुदाय को इस पद का मौका मिलना चाहिए। विधायक अनंत पटेल का भी कमोबेश यही कहना है कि गुजरात में आदिवासियों को विकास का लाभ नहीं मिल पाया है इसलिए अबकी बार इस समुदाय के व्यक्ति को ही मुख्यमंत्री का पद दिया जाना चाहिए। सम्मेलन में कांग्रेस की पूर्व सांसद प्रभा तावियाड भी मौजूद रहीं।


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