Pele Passed Away: पिता सफाई कर्मी और मां नौकरानी, बेटे ने बनाया ब्राजील को फुटबॉल का चैंपियन
पेले ने ना सिर्फ 1958 में ब्राजील को विश्व कप जितवाया बल्कि दुनिया को अपने खेल से अपना मुरीद बना दिया। पेले का चैंपियन पेले बनने के पीछे कड़ा संघर्ष और दृढ़ संकल्प था। पेले का खेल की दुनिया में राज करने का सफर इतना आसान नहीं था।
नई दिल्ली, स्पोर्ट्स डेस्क। दुनिया के महान फुटबॉलर पेले अब हमारे बीच नहीं रहे, लेकिन उनका खेल। उनका संघर्ष। उनकी सीख लोगों को जीवन में आने वाली हर कठिनाई से लड़ने में मदद देगी। पेले ने कहा था कि, अगर सच्ची लगन से कोई काम किया जाए तो हर मुश्किल से मुश्किल काम को भी हासिल किया जा सकता है और कुछ ऐसा ही कर दिखाया था पेले ने वर्ष 1958 के फुटबॉल विश्व कप में।
पेले ने ना सिर्फ 1958 में ब्राजील को विश्व कप जितवाया बल्कि दुनिया को अपने खेल से अपना मुरीद बना दिया। पेले का चैंपियन पेले बनने के पीछे कड़ा संघर्ष और दृढ़ संकल्प था। पेले का खेल की दुनिया में राज करने का सफर इतना आसान नहीं था।
गरीब परिवार में हुआ था जन्म
एडसन अरांतेस डो नासिमेंटो (Edson Arantes do Nascimento) यानी “पेले” का जन्म ब्राजील के गरीब परिवार में हुआ था। पेले के पिता क्लब स्तर के फुटबॉल खिलाड़ी थे, लेकिन चोटिल होने के चलते वह अस्पताल में सफाई कर्मी बन गए थे। मां हाउस वाइफ के साथ नौकरानी का काम भी करती थीं। पेले बचपन में एकदम दुबले पतले थे, लेकिन भागने में इतने तेज की मानों वो सबसे आगे निकल जाना चाहते हो, और आगे चलकर ऐसा हुआ भी।
1958 में ब्राजील को जितवाया फुटबॉल विश्व कप
जहां पेले का परिवार रहता था वह एक तंग बस्ती थी। बच्चे फटे मोजे और कपड़ों का फुटबॉल बनाकर गलियों में खेलते थे। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद जब 1950 के फुटबॉल विश्व कप में उरुग्वे ने ब्राजील को हरा दिया। उस दिन पेले के पिता और दोस्त खूब रोए थे।
पिता के आंसुओं ने बनाया महान फुटबॉलर
ब्राजील को हराता देख और पिता को रोता देख पेले ने ठान लिया था कि वह ब्राजील को विश्व चैंपियन बनाएंगे। 6 साल कड़ी मेहनत करने के बाद वह ब्राजील की राष्ट्रीय टीम के लिए सेलेक्ट कर लिए गए। साथ ही 1958 के फीफा विश्व में उन्हें खेलने का मौका मिला। इसके बाद पेले ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और ना ही ब्राजील ने।
पेले ने ब्राजील को तीन बार विश्व कप जीतने में अहम भूमिका निभाई। ब्राजील के महान फुटबॉलर पेले ने 1956 से 1974 के बीच सांतोस के लिए 1,118 मैचों में 1087 गोल दागे और कई खिताब भी जीते। 1975 में पेले न्यूयॉर्क कोसमोस गए, जहां दो सीजन खेले और 64 गोल दागे। 1977 में पेले ने फुटबॉल से संन्यास लिया।
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