Move to Jagran APP

ऐसे सुधारें अपना सिबिल स्कोर, यह है तरीका

लोन लेने से पहले अच्छे सिबिल स्कोर की जरूरत होती है। ऐसे में अगर आपका सिबिल स्कोर खराब है तो तुरंत प्रभावी कदम उठाने चाहिए

By Surbhi JainEdited By: Published: Mon, 03 Oct 2016 04:06 PM (IST)Updated: Wed, 11 Jan 2017 04:13 PM (IST)
ऐसे सुधारें अपना सिबिल स्कोर, यह है तरीका

loksabha election banner

नई दिल्ली। लोन लेने से पहले अच्छे सिबिल स्कोर की जरूरत होती है। ऐसे में अगर आपका सिबिल स्कोर खराब है तो तुरंत प्रभावी कदम उठाने चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि भविष्य में खराब स्कोर के चक्कर में लोन लेने में दिक्कत होती है। इस स्कोर को सुधारने के लिए जागरण डॉट कॉम की टीम आज इन्हीं तरीकों को बताने जा रही है।

इसके लिए सबसे पहले अपने सिबिल स्कोर पर असर डालने वाले कारणों का पता लगाना चाहिए। इसके लिए सिबिल रिपोर्ट की जरूरत होती है। रिपोर्ट देखने के लिए सिबिल की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन फॉर्म भरें और साथ ही 470 रुपए के फीस का भुगतान करें। ऑथेंटिकेशन प्रोसेस पूरा होन के बाद सिबिल स्कोर को डाउनलोड कर सकते हैं। यह आपकी ई-मेल पर भी भेजी जाती है।

सिबिल स्कोर में कहां होती है गलती:

क्रेडिट रिपोर्ट में आपके बैंक एकाउंट, लोन और क्रेडिट कार्ड से जुड़ी सारी जानकारियां दी होती हैं। सभी जानकारियां सही होने पर डीपीडी यानि क्रेडिट कार्ड के बिल या किसी लोन की ईएमआई के भुगतान में कितने दिनों की देरी हुई है इसे जरूर देखें। डीपीडी यह बताता है कि किस महीने क्रेडिट कार्ड के बिल या लोन की ईएमआई भुगतान में आपने कितने दिनों की देरी की है। यदि आपका डीपीडी 000 अंक से ज्यादा है तो इसका आपके सिबिल स्कोर पर विपरीत असर पड़ेगा। साथ ही रिटेन-ऑफया सेटल्डके नीचे दी गई जानकारी बताती है कि बीते दिनों में कहां-कहां आपकी ओर से डिफॉल्ट किया गया है। सिबिल स्कोर के कम होने का मुख्य कारणों में से यह एक कारण है।

सिबिल स्कोर गलत होने पर क्या करें:

आपके लोन एकाउंट या क्रेडिट कार्ड से जुड़ी जानकारियां बैंक सिबिल को भेजता है। ऐसे में रिपोर्टिंग की प्रक्रिया के गलती होने की संभावना होती है। इन गलतियों के कारण से भी आपके स्कोर पर असर पड़ता है और वह घट जाता है। कई बार ऐसा भी होता है कि लोन चुकाने के बावजूद भी उधर बकाया बाकी दिखाया जाता है या फिर अपर्याप्त बैलेंस शो किया जाता है। ऐसे में सिबिल की वेबसाइट पर डिस्प्यूट रिक्वेस्ट फॉर्म को भरकर अपना पक्ष रख सकते हैं। इसके बाद डिस्प्यूट रिजॉल्यूशन सेल विचार करता है और किसी विशेष लोन एकाउंट के मामले में संबंधित कर्जदाता से संपर्क किया जाता है। स्कोर में हुई गलती को सुधारने में 30 दिनों का समय लगता है। कई बार ऐसा भी होता है कि आपके बिना कोई लोन लिए सिबिल रिपोर्ट बकाया बाकि शो करता है। ऐसे में पहचान चोरी या आईडेंडिटी थेफ्ट का मामला होने की संभावना होती है। इन मामलों में तुरंत सिबिल को सूचित करना चाहिए। सिबिल ऐसे मामलों को प्राथमिकता पर देखता है। नोडल अफसर को लिखित में शिकायत दें और कहें कि या तो बैंक की गलती को सुधारें या फिर गलती का पूरा विवरण दें।

अगर सिबिल या बैंक आपके निवेदन पर 30 दिनों तक कोई जवाब नहीं देता तो इसकी शिकायत बैंक के लोकपाल से www.bankingombudsman.rbi.org.in पर करें।

गलती सुधरने के बाद क्या करें:

सिबिल स्कोर की गलतियां ठीक होने के बाद यह सुनिश्चित कर लें कि क्रेडिट कार्ड के बिल और लोन की ईएमआई का भुगतान समय पर करें। हमेशा नए क्रेडिट कार्ड या लोन के लिए सोच-समझ कर आवेदन करना चाहिए। ऐसा करने से सिबिल स्कोर में सुधार आएगा और आगे चलकर भविष्य में लोन लेने में कोई परेशानी नहीं होगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.