Fact Check: ‘कौन बनेगा करोड़पति’ नहीं दे रहा 25 लाख की कोई लाटरी, फेक मैसेज से रहें सावधान
वॉट्सऐप समेत कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट वायरल हो रही है इसमें महात्मा गाँधी अमिताभ बच्चन और मुकेश अंबानी की तस्वीर का इस्तेमाल करते हुए लक्की ड्रॉ में 25 लाख जीतने की बात कही गई है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। वॉट्सऐप समेत कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट वायरल हो रही है इसमें महात्मा गाँधी, अमिताभ बच्चन और मुकेश अंबानी की तस्वीर का इस्तेमाल करते हुए लक्की ड्रॉ में 25 लाख जीतने की बात कही गई है। दैनिक जागरण की फैक्ट चेकिंग वेबसाइट विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की जांच की और हमारी जांच में यह पोस्ट फर्जी साबित हुई।
विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की जांच के लिए सबसे पहले संबंधित कीवर्ड टाइप करके गूगल सर्च किया। हमें कई ऐसी खबरें मिलीं, जिसमें केबीसी के नाम पर ठगी की बात कही गई। 9 अक्टूबर 2020 को जागरण डॉट कॉम पर पब्लिश एक खबर में वायरल पोस्टर जैसा ही एक पोस्टर इस्तेमाल करते हुए बताया गया, ‘ कौन बनेगा करोड़पति (केबीसी) टीवी शो का दसवां सीजन शुरू होने के साथ ही ठग भी सक्रिय हो गए हैं। गिरोह के सदस्य कॉल कर 25 लाख रुपये का इनाम निकलने का झांसा दे रहे हैं। इसके लिए वाट्सएप पर बाकायदा लॉटरी नंबर की रसीद बनाकर भेजी जा रही है। इसके साथ ही उन्हें नंबर देकर वॉट्सऐप कॉल करने के लिए कहा जाता है।’
ऐसे मैसेज की मंशा जानने के लिए विश्वास न्यूज साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ आयुष भारद्वाज से संपर्क साधा। "उन्होंने बताया कि इस प्रकार की पोस्ट वॉट्सऐप पर वायरल करवा कर लोगों को लॉटरी लगने का झांसा दिया जाता है, फिर इनकम टैक्स के कानूनों का हवाला देकर लॉटरी अमाउंट अकाउंट में ट्रांसफर करने के नाम पर कुछ रुपए मांगे जाते हैं। भारद्वाज ने समझाते हुए बताया कि मसलन अगर एक लाख की लॉटरी लगी है तो यह लोग कहते हैं कि हजार रुपए प्रॉसेसिंग फीस, हजार रुपए इनकम टैक्स लगेगा वह आदि। ऐसा करके ये लोग यूजर को अपने जाल में फंसा कर उसे छोटा-छोटा करके अमाउंट निकाल लेते हैं। बहुत ज्यादा लोगों से थोड़े अमाउंट लेने के कारण ये लोग पुलिस की नजर से बच निकलते हैं। उपभोक्ताओं को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि लॉटरी जैसी कोई चीज कोई भी मोबाइल कंपनी नहीं देती है।"
पड़ताल के अगले चरण में हमने मुंबई में दैनिक जागरण के लिए एंटरटेनमेंट बीट को कवर करने वालीं स्मिता श्रीवास्तव से संपर्क किया। उन्होंने केबीसी की पीआर टीम से संपर्क करके जानकारी दी कि ऐसे मैसेज फर्जी होते हैं। केबीसी कभी भी ऐसे मैसेज नहीं भेजता है।
पड़ताल के अंत में विश्वास न्यूज ने केबीसी के नाम पर फर्जी मैसेज पोस्ट करने वाले यूजर की जांच की। फेसबुक यूजर "KBC head office helpline international what's app number 00918145012894" की सोशल स्कैनिंग में पता चला कि यूजर अपने अकाउंट से फ्रॉड कंटेंट को ज्यादा पोस्ट करता है। पेज की काफी जानकारी हाईड की गयी है।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में केबीसी लॉट्री के नाम पर वायरल पोस्टर और ऑडियो फर्जी साबित हुआ।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।