Police Cases On Web Series: 'आश्रम' से लेकर 'तांडव' तक, इन 6 वेब सीरीज़ पर हुए जमकर बवाल और पुलिस केस
पिछले कुछ समय में ऐसे मामलों में बेहतहाशा वृद्धि हुई है जब धार्मिक भावनाओं या आस्था से खिलवाड़ के आरोपों को लेकर किसी ओटीटी कंटेंट या वेब सीरीज़ को कठघरे में खड़ा किया गया हो उसके ख़िलाफ़ पुलिस रिपोर्ट दर्ज़ करवाने से लेकर अदालतों की शरण ली गयी हो।
नई दिल्ली, जेएनएन। देश में इस वक़्त अमेज़न प्राइम की वेब सीरीज़ तांडव का मुद्दा गर्माया हुआ है। सोशल मीडिया से लेकर सियासत तक में इस सीरीज़ की वजह से उबाल आया हुआ है। मुद्दा वही है- धार्मिक भावनाओं को चोट पहुंचाने का। इस बार भगवान शिव और राम का अपमान करने का आरोप लगाया गया है। भावनाएं आहत हुईं तो विरोध होने लगा। सीरीज़ को लेकर निर्माताओं और कलाकारों के खिलाफ आपराधिक मुकदमे दर्ज़ करवाये गये हैं।
भाजपा के नेता सीरीज़ को बैन और अमेज़न प्राइम प्लेटफॉर्म से हटाने की मांग कर रहे हैं। विवाद बढ़ने पर सूचना प्रसारण मंत्रालय सक्रिय हुआ और निर्माताओं के साथ बैठक करके इस विवाद का समाधान खोजने की कोशिश की। तय हुआ कि सीरीज़ से सभी विवादित दृश्य हटाये जाएंगे। मेकर्स ने भावनाओं को आहत करने के लिए बिना शर्त माफ़ी भी मांगी।
पिछले कुछ समय में ऐसे मामलों में बेहतहाशा वृद्धि हुई है, जब धार्मिक भावनाओं या आस्था से खिलवाड़ के आरोपों को लेकर किसी ओटीटी कंटेंट या वेब सीरीज़ को कठघरे में खड़ा किया गया हो, उसके ख़िलाफ़ पुलिस रिपोर्ट दर्ज़ करवाने से लेकर अदालतों की शरण ली गयी हो।
मिर्ज़ापुर 2
अभी तांडव का मामला अभी चल ही रहा है कि अमेज़न प्राइम की हिट वेब सीरीज़ मिर्ज़ापुर के ख़िलाफ़ पुलिस रिपोर्ट दर्ज़ करवाने की ख़बर आ रही है। मिर्ज़ापुर पिछले साल अक्टूबर में रिलीज़ हुई थी। मामला वही है- धार्मिक भावनाएं आहत होना और एक समुदाय की ग़लत छवि पेश करना। रिपोर्ट मीरज़ापुर के कोतवाली देहात थाने में दर्ज़ करवाई गयी है। एक स्थानीय पत्रकार अरविंद चतुर्वेदी की ओर से दर्ज़ रिपोर्ट में कहा गया है कि सीरीज़ के संवाद धार्मिक, सामाजिक और क्षेत्रीय संवेदनाओं को चोट पहुंचा रहे हैं। शिकायत में मीरज़ापुर के ग़लत चित्रण का भी आरोप है। रिपोर्ट में निर्माताओं फ़रहान अख़्तर, रितेश सिधवानी के साथ प्लेटफॉर्म के ख़िलाफ़ शिकायत की गयी है।
इससे पहले प्रयागराज में हाईकोर्ट के अधिवक्ता विजय कुमार द्विवेदी ने इस वेब सीरीज के निर्माता-निर्देशक के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठाई थी। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी को पत्र लिखकर वेब सीरीज पर तत्काल रोक लगाने की मांग की थी।
आश्रम
पिछले साल नवम्बर में रिलीज़ हुई प्रकाश झा की वेब सीरीज़ आश्रम एमएक्स प्लेयर पर आयी। एक पाखंडी धर्मगुरु के कारनामों की इस काल्पनिक कहानी के ज़रिए साधु-संतों और सनातन आश्रम संस्कृति का अपमान करने के आरोप लगे। मामले में निर्माताओं के ख़िलाफ़ पुलिस रिपोर्ट दर्ज़ करवाने का सिलसिला अभी भी जारी है। आख़िरी ख़बर जोधपुर के लूनी ज़िले से आयी, जहां एसएसी-एसटी एक्ट में मुकदमा दर्ज़ किया गया है। शिकायतकर्ता डीआर मेघवा का कहना है कि पहले एपिसोड में समुदाय का अपमान किया गया है। सीरीज़ भेदभाव को बढ़ावा देती है। इससे पहले दिसम्बर 2020 में जोधपुर कोर्ट ने बॉबी देओल और प्रकाश झा को एक दूसरे केस में नोटिस भेजा था।
अ सूटेबल बॉय
नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई मीरा नायर की वेब सीरीज ‘अ सूटेबल बॉय’ में एक सीन है, जिसमें फिल्म के मुख्य किरदार को मंदिर परिसर में किस करते दिखा गया है। जिसके बाद सोशल मीडिया पर बॉयकॉट नेटफ्लिक्स ट्रेंड कर रहा था। बता दें कि इस सीन पर गौरव तिवारी नाम के व्यक्ति ने रीवा में एफआईआर दर्ज करवाई थी।
पाताल लोक
अनुष्का शर्मा के प्रोडक्शन हाउस के बैनर तले बनी अमेजन प्राइम वीडियो पर आई वेब सीरीज ‘पाताल लोक’ पर समुदाय विशेष पर की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाते हुए कई लोगों ने केस दर्ज कराये। इस मामले का राजनीतिकरण करने की कोशिशें भी हुईं। सीरीज़ में जयदीप अहलावत ने मुख्य किरदार निभाया और पिछले दिनों उन्हें इस किरदार के लिए अवॉर्ड भी मिला था।
सेक्रेड गेम्स 2
नेटफ्लिक्स की बहुचर्चित सीरीज़ सेक्रेड गेम्स के दूसरे सीज़न को लेकर भी जमकर बवाल मचा था और ख़ूब विवाद हुआ। बीजेपी नेता और दिल्ली के एमएलए मंजिंदर एस सिरसा ने सोशल मीडिया के ज़रिए सीरीज़ के उस दृश्य पर आपत्ति जताई, जिसमें सैफ़ अली ख़ान के किरदार को कड़ा फेंकते हु दिखाया गया था। अनुराग कश्यप के ख़िलाफ़ रिपोर्ट भी दर्ज़ करवायी गयी थी।