हिंदू धर्म की पुर्नस्थापना करने वाले आदि शंकराचार्य पर फिल्म बनाएंगे आशुतोष गोवारिकर
लेखक कमलेश पांडे कहते हैं कि आदि शंकराचार्य ने कुंभ का मेला उन्होंने शुरू करवाया ताकि एक जगह देश के लोग इकट्ठा हों। आज शंकराचार्य जैसे व्यक्ति की जरूरत है इसलिए जब यह कहानी मेरे पास आई तो मैं लिखने के लिए तैयार हो गया।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाताः अतीत की अहम और प्रेरक कहानियां लाने की जिम्मेदारी सिनेमा समय-समय पर निभाता आया है। लगान, जोधा अकबर, पानीपत जैसी कई पीरियड ड्रामा फिल्म बना चुके निर्देशक आशुतोष गोवारिकर अब अपनी अगली फिल्म के जरिये आठवीं सदी में लेकर जाएंगे। वह हिंदू दार्शनिक आदि शंकराचार्य के जीवन और उनके द्वारा किए गए कार्यों पर फिल्म बनाने की तैयारी में हैं।
कमलेश पांडे ने लिखी है कहानी
इस फिल्म की कहानी लेखक कमलेश पांडे ने लिखी है। वह कहते हैं कि दक्षिण से कुछ चीजें, चंदन उत्तर से, हल्दी पश्चिम से, पूरब से कुछ और सामान, इन चीजों को हर पूजा में आवश्यक इसलिए बनाया गया, ताकि हिंदुस्तान में आवागमन शुरू हो, सामान और लोग एक-दूसरे के यहां जाएं।
आदि शंकराचार्य ने कुंभ का मेला उन्होंने शुरू करवाया, ताकि एक जगह देश के लोग इकट्ठा हों। आज शंकराचार्य जैसे व्यक्ति की जरूरत है, इसलिए जब यह कहानी मेरे पास आई, तो मैं लिखने के लिए तैयार हुआ। खुश हूं कि आशुतोष फिल्म का निर्देशन करेंगे।
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