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    Ratan Raajputh का छलका दर्द, 4 सालों से जूझ रहीं थीं डिप्रेशन से, बताया कब करेंगी फिर से कमबैक?

    By Priti KushwahaEdited By:
    Updated: Wed, 26 Oct 2022 06:50 PM (IST)

    अगले जनम मोहे बिटिया ही कीजो से घर-घर में मशहूर हुईं टीवी एक्ट्रेस रतन राजपूत पिछले 2 साल से छोटे परदे से दूर है। रतन राजपूत भले ही टीवी पर कम नजर आ रही हों लेकिन सोशल मीडिया और ब्लॉग्स के जरिए लगातार अपने फैंस के साथ जुड़ी रहती हैं।

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    Photo Credit : Ratan Raajputh Instagram Photos Screenshot

    नई दिल्ली, जेएनएन। 'अगले जनम मोहे बिटिया ही कीजो' से घर-घर में मशहूर हुईं टीवी एक्ट्रेस रतन राजपूत पिछले 2 साल से छोटे पर्दे से दूर है। वह लास्ट बार सीरियल 'संतोषी मां' शो में नजर आई थीं। रतन टीवी जगत का एक जाना-माना नाम हैं। हालांकि वो पिछले काफी वक्त से किसी शो में नजर नहीं आई हैं, लेकिन वो हमेशा ही यूट्यूब वीडियोज के जरिए फैंस के साथ जुड़ी रहती हैं। वो अपनी लाइफ से जुड़ी हर छोटी से बड़ी बात फैंस के साथ शेयर करती हैं। हालांकि रतन के फैंस एक बार फिर से उन्हें पर्दे पर देखने के लिए बेताब हैं। लेकिन रतन ने आखिरकार रतन ने टीवी से दूरी क्यों बनाई? इस बात का खुलासा अब खुद एक्ट्रेस ने किया।

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    इस वजह से टीवी से दूर हुईं रतन

    रतन राजपूत को दर्शकों ने आखिरी बार टीवी सीरियल संतोषी मां में देखा था। इसके बाद से वो पिछले 4 सालों से किसी शो में नजर नहीं आई हैं। वहीं अब खुद उन्होंने टीवी से दूरी बनाने की वजह का खुलासा किया। उन्होंने बताया साल 2018 में उनके पिता के निधन के बाद से उन्होंने शोबिज से ब्रेक ले लिया था। वो तब से लगातार डिप्रेशन से जूझ रही थीं। ऐसे में उन्होंने एक्टिंग से पहले खुद पर पूरी तरह से ध्यान देना ही सही समझा और ऐसा ही किया।  

    तीन सालों तक की गांव में खेती

    रतन राजपूत ने बताया, 'डिप्रेशन के दौरान मैं किसी भी तरह का मेडिटेशन नहीं लेना चाहती थी। ऐसे में मैंने  psychology पढ़ने का फैसला किया, ताकि ये चीज मुझे बेहतर तरह से समझ आ पाए। इसके साथ ही मैंने ट्रैवल करना शुरू किया। यही नहीं मैंने गाव की जिंदगी को एक्सप्लोर करने का फैसला किया। मैंने कुछ वक्त के लिए मुंबई को छोड़ दिया था और गांव की जिंदगी में खुद को बिजी किया। तीन महीनों तक गांव में खेती करना मेरे लिए थेरेपी की तरह था। इसी से मैंने खुद को ठीक किया।   मैंने ये भी सीखा कि गांव के लोग टेंशन फ्री जिंदगी जीते हैं और मैंने भी ऐसा ही किया।

     

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