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इश्वाक सिंह ने 'Rocket Boys' पर की खास मुलाकात, कहा- विक्रम साराभाई की बेटी ने मुझे देख यूं किया था रिएक्ट

शुक्रवार को सोनी लिव पर वेब सीरीज ‘राकेट ब्वायज’ रिलीज हो रही है। जो दुनिया के बड़े वैज्ञानिक विक्रम साराभाई और होमी जहांगीर भाभा की कहानी है। वेब सीरीज में उनके संघर्षों की झलक देखने को मिलेगी। सीरीज पर अभिनेता इश्वाक सिंह ने एक खास बातचीत की।

By Vaishali ChandraEdited By: Published: Fri, 04 Feb 2022 12:54 PM (IST)Updated: Fri, 04 Feb 2022 12:54 PM (IST)
इश्वाक सिंह ने 'Rocket Boys' पर की खास मुलाकात, कहा- विक्रम साराभाई की बेटी ने मुझे देख यूं किया था रिएक्ट
actor Ishwak Singh social media post, Instagram image

दीपेश पांडेय, जेएनएन। सोनी लिव पर आज वेब सीरीज ‘राकेट ब्वायज’ रिलीज हो रही है। सीरीज में पद्म विभूषण से सम्मानित वैज्ञानिक विक्रम साराभाई के किरदार में अभिनेता इश्वाक सिंह है। एक खास बातचीत के दौरान इश्वाक सिंह ने सीरीज में अपने रोल को लेकर बात की।

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विक्रम साराभाई की किस चीज ने सबसे ज्यादा प्रभावित किया?

‘राकेट ब्वायज’ दुनिया के बड़े वैज्ञानिकों में शुमार होने के बावजूद जमीन से जुड़े दो लोगों (विक्रम साराभाई और होमी जहांगीर भाभा) की कहानी है। उन्होंने लोगों को अपने साथ जोड़ा, उनके लिए काम किया, आधुनिक भारत की नींव रखी। यह हर व्यक्ति के लिए बहुत प्रेरक कहानी है।

विज्ञान में आपकी कितनी दिलचस्पी रही है?

विज्ञान में मेरी गहरी रुचि रही है। मैंने दिल्ली से आर्किटेक्चर की पढ़ाई की, जो काफी हद तक विज्ञान और तकनीक से जुड़ी विधा है। विक्रम साराभाई के किरदार की तैयारी के लिए सिर्फ विज्ञान ही एक मात्र आधार नहीं था। उनकी विचारधारा को समझना आवश्यक था। वो गांधी जी के अनुयायी थे, रवींद्रनाथ टैगोर जी को पढ़ते थे, आइंस्टीन से प्रभावित थे। अहमदाबाद के जैन समुदाय से होने की वजह से उनकी बोली और शारीरिक हाव-भाव भी वैसे थे। मैंने उनके बारे में कई किताबें पढ़ीं। उनकी तस्वीरों को ध्यान से देखा। मेरे लिए सबसे बड़ी बात यह रही कि उनकी बेटी मल्लिका साराभाई ने मुझे देखकर कहा कि आप तो बिल्कुल पापा जैसे लग रहे हैं।

अन्य कौन से प्रोजेक्ट कतार में हैं?

अपारशक्ति खुराना के साथ फिल्म ‘बर्लिन’ कर रहा हूं। उसके अलावा निखिल आडवाणी के प्रोडक्शन में अमेजन प्राइम वीडियो के लिए एक वेब सीरीज कर रहा हूं।

दिल्ली में थिएटर से लेकर ‘राकेट ब्वायज’ के हीरो बनने तक का सफर कैसे देखते हैं?

13-14 साल पहले थिएटर के मंच से लेकर ‘राकेट ब्वायज’ के पोस्टर पर आने तक बहुत ही कमाल का सफर रहा है। ‘पाताल लोक’ के बाद मेरे करियर का नया जन्म हुआ है। बहुत अच्छे मौके मिल रहे हैं। बस यही चाहता हूं कि मैं अपना हर काम अच्छे तरीके से करूं। 


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