अमिताभ-गोविंदा की जोड़ी भी नहीं कर पाई थी मुकाबला, सीनियर स्टार्स को पछाड़ इस एक्टर ने बॉक्स ऑफिस पर मारी थी बाजी
बॉक्स ऑफिस क्लैश कोई नई बात नहीं है। जब एक ही दिन दो फिल्में रिलीज होती हैं तो अक्सर एक ही बाजी मारती है। आज हम आपको उस दिलचस्प टकराव के बारे में बता रहे हैं जब अमिताभ बच्चन और गोविंदा की फिल्म को एक सुपरस्टार की मूवी ने कमाई के मामले में पीछे छोड़ दिया था और खुद बॉक्स ऑफिस पर धूम मचा दी थी।
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। बॉलीवुड में फिल्मी क्लैश हमेशा से दर्शकों के लिए दिलचस्प रहे हैं। ऐसा ही एक ऐतिहासिक टकराव साल 1998 में देखने को मिला था, जब दो बड़ी फिल्में एक ही दिन, 16 अक्टूबर को दिवाली के मौके पर सिनेमाघरों में टकराईं। एक तरफ थी गोविंदा और अमिताभ बच्चन की जबरदस्त कॉमिक एंटरटेनर ‘बड़े मियां छोटे मियां’, तो दूसरी तरफ थी शाहरुख खान की आइकॉनिक रोमांटिक ड्रामा ‘कुछ कुछ होता है’, जिसने बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचा दिया था।
‘कुछ कुछ होता है’ बनी साल की सबसे बड़ी हिट
शाह रुख खान, काजोल और रानी मुखर्जी स्टारर करण जौहर की डायरेक्टोरियल डेब्यू फिल्म ‘कुछ कुछ होता है’ ने उस समय के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए थे। फिल्म का बजट महज 10 करोड़ रुपये था, लेकिन इसने दुनियाभर में लगभग 91 करोड़ रुपये की कमाई की थी। यह 1998 की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली हिंदी फिल्म साबित हुई थी।
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करण जौहर के निर्देशन में बनी यह कहानी प्यार, दोस्ती और इमोशन्स का खूबसूरत संगम थी, जिसमें शाहरुख ने राहुल खन्ना, काजोल ने अंजली शर्मा और रानी ने टीना मल्होत्रा का किरदार निभाया था। इस फिल्म की रोमांटिक कहानी और म्यूजिक ने दर्शकों को दीवाना बना दिया और इसे एक कल्ट क्लासिक का दर्जा मिल गया था।
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गोविंदा-बिग बी की जोड़ी पड़ी थी फीकी
वहीं दूसरी ओर ‘बड़े मियां छोटे मियां’ में गोविंदा और अमिताभ बच्चन की डबल रोल वाली जोड़ी ने दर्शकों को खूब हंसाया। यह फिल्म भी हिट रही और दर्शकों ने इसे पसंद किया, लेकिन कमाई के मामले में यह ‘कुछ कुछ होता है’ से काफी पीछे रह गई। इस फिल्म का बजट 10 करोड़ के बजट में बनी यह फिल्म दुनियाभर में सिर्फ 28.84 करोड़ रुपये का ही कलेक्शन कर सकी।
दूल्हे राजा भी रहे थे कमाई में आगे
दिलचस्प बात यह है कि गोविंदा की एक और फिल्म ‘दूल्हे राजा’ उस साल की दूसरी सबसे ज्यादा कमाने वाली फिल्म रही। यानी गोविंदा की पॉपुलैरिटी उस दौर में शिखर पर थी, फिर भी ‘कुछ कुछ होता है’ जैसी फिल्म के आगे कोई नहीं टिक पाया। इस क्लैश ने यह साबित कर दिया था कि जब कहानी, इमोशन और स्टार पावर का सही तालममेल बिठाया जाए तो वो बॉक्स ऑफिस पर किसी भी फिल्म को पीछे छोड़ सकती है।
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