कौन थे Mohan Choti? 280 फिल्में करने वाले कॉमेडियन का कैसे पड़ा था अतरंगी नाम 'चोटी'
मोहन चोटी (Mohan Choti) हिंदी सिनेमा को वो अभिनेता थे जो फिल्मों में अपनी कॉमेडी के लिए लोकप्रिय थे। बेशक वो हमारे बीच नहीं हैं लेकिन लेकर चर्चा कभी खत्म नहीं होती है। क्या आप जानते हैं कि मोहन कौन (Who was Mohan Choti) थे और उनका चोटी नाम कैसे पड़ा था। आइए इस लेख में हम आपको मोहन चोटी के बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं।
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। फिल्मी जगत में कई सितारे आए और कई सितारे गए। कुछ की संघर्ष की कहानियों ने लोगों को भावुक किया तो किसी की जर्नी पर फैंस को खूब हंसी आई। ऐसे ही थे हम सब के चहेते मोहन चोटी (Mohan Choti), जिन्होंने बतौर कॉमेडियन बॉलीवुड इंडस्ट्री में खूब नाम कमाया। कहा जाता है कि नाम में आखिर क्या रखा है, लेकिन चोटी साहब का नाम ही ऐसा था, जिसे सुनते चेहरे पर हल्की से मुस्कान आ जाती थी। आइए जानते हैं उनका ये नाम कैसे पड़ा था।
जानिए कौन थे मोहन चोटी
साल 1 जनवरी 1935 को महाराष्ट्र के अमरावती जिले में मोहन का जन्म हुआ था। उनके पिता आत्मराम रक्षाकर एक पुलिस कॉन्सटेबल थे। अभिनेता का पूरा नाम मोहन रक्षाकर था और फिल्मों की वजह से उनका नाम चोटी पड़ा। एक इंटरव्यू के दौरान दिग्गज अभिनेत्री रहीं तबस्सुम ने इस बात का जिक्र किया था कि मोहन राजस्थान से भागकर आए थे।
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19 साल की उम्र में 1954 में मोहन चोटी को बतौर कलाकार अपनी फिल्म मिली, जिसका नाम जागृति था। अभिनेता अभी भट्टाटचार्य की इस मूवी में मोहन ने अपने एक्टिंग के टैलेंट को सबके सामने पेश किया। आलम ये रहा कि पहली ही मूवी से उन्होंने हर किसी को प्रभावित किया।
कैसे पड़ा था चोटी नाम
साल 1957 में निर्देशक हरिकेश मुखर्जी के निर्देशन में बनने वाली फिल्म मुसाफिर से बतौर हास्य कलाकार मोहन की किस्मत एक दम से बदल गई। इस मूवी में उनके किरदार का नाम मोहन चोटी दिखाया था और इसके बाद से उन्होंने अपना यही नाम फिक्स कर लिया। इस तरह से वह मोहन रक्षाकर से हिंदी सिनेमा में मोहन चोटी के नाम से फेमस हो गए।
इसके बाद उन्होंने कागज के फूल, प्यार की दास्तां, प्यार की जीत, राज की बात, ताजमहल, वो कौन थी, भूत बंगला, आदमी, राजा और रंक जैसी कई बेहतरीन फिल्मों में अपने दमदार अभिनय का कमाल दिखाया। चोटी की कॉमिक टाइमिंग इतनी जबरदस्त थी, उनके आगे उस दौर के सभी कॉमेडियन एक्टर फेल थे।
करियर में की 280 फिल्में
मोहन चोटी कितने बड़े कलाकार थे उसका अंदाजा आप उनके 4 दशक लंबे फिल्मी करियर से आसानी से लगा सकते हैं। डेब्यू फिल्म के बाद से उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और साल दर साल फिल्मों में अपनी भागेदारी देते रहे।
मालूम हो कि उन्होंने 40 साल के फिल्मी करियर में करीब 280 फिल्में में बतौर एक्टर काम किया था और उनकी आखिरी फिल्म दो फंटूस रही थी। हालांकि, दो फंटूस की रिलीज से 2 साल पहले ही उनका निधन हो गया था। हिंदी सिनेमा में आज भी उनके योगदान को याद किया जाता है। बात जब इंडस्ट्री के सबसे बेहतरीन कॉमेडियन की जाए तो मोहन इस सूची में टॉप पर शामिल होंगे।
निर्देशक भी रहे थे मोहन
एक अभिनेता के अलावा मोहन चोटी ने अपनी किस्मत डायरेक्शन के फील्ड में भी अजमाई थी। बतौर निर्देशक और निर्माता उन्होंने दो फिल्में बनाई, जिनके टाइटल हंटरवाली और धोती लोटा और चौपाटी थे। हालांकि इस मामले में उनको अधिक सफलता हासिल नहीं हो सकी।
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