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    करियर की शुरुआत में Dharmendra ने उठाया था बड़ा जोखिम, कैसे मिला था 'ही-मैन' का टैग?

    64 साल पहले दिल भी तेरा हम भी तेरे (Dharmendra Debut Movie) जैसी फिल्म से हिंदी सिनेमा में कदम रखने वाले अभिनेता धर्मेंद्र (Dharmendra) किसी अलग पहचान के मोहताज नहीं हैं। अपने इतने लंबे फिल्मी करियर में उन्होंने कई शानदार मूवीज दी हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि किस फिल्म से उन्हें ही-मैन का खिताब मिला था और इसके लिए उन्होंने एक बड़ा जोखिम भी उठाया था।

    By Ashish Rajendra Edited By: Ashish Rajendra Updated: Wed, 17 Jul 2024 01:38 PM (IST)
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    धर्मेंद ने किया था अनोखा कारनामा (Photo Credit-Jagran)

    एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। धर्मेंद्र हिंदी सिनेमा के दिग्गज कलाकार हैं। वर्ष 1960 में आई फिल्म दिल भी तेरा हम भी तेरे से अपने फिल्मी करियर का आगाज करने वाले धर्मेंद्र ने शोले (Sholay), मेरा गांव मेरा देश, सीता और गीता, प्रतिज्ञा और धर्मवीर जैसे कई मूवीज से अपने अभिनय का लोहा मनवाया है। लेकिन क्या आपको इस बात जानकारी है कि धर्मेंद्र (Dharmendra) को बॉलीवुड का ही-मैन क्यों कहा जाता है, आइए इस लेख में जानते हैं। 

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    इस फिल्म से मिला ही-मैन का खिताब

    60 से लेकर 80 के दशक तक धर्मेंद्र हिंदी सिनेमा के सुपरस्टार के तौर पर खुद का एक खास मुकाम बना चुके थे। खासतौर पर करियर की शुरूआत में 60 के दशक में उन्होंने कई मूवीज में काम किया। जिनमें से कुछ सफल हुईं और कुछ असफल रहीं। 

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    साल 1966 में धर्मेंद्र के करियर की सबसे शानदार मूवीज में से एक फूल और पत्थर को रिलीज किया था। इस मूवी में अभिनेता ने शक्ति सिंह (शाका) की भूमिका को निभाया था। निर्देशक ओ.पी. रेहलान के डायरेक्शन में बनी इस फिल्म में पहली बार धर्मेंद्र ने शर्टलेस होकर अपनी सॉलिड फिटनेस दिखाई थी। 

    आलम ये रहा कि फिल्म हिट रही और इसी मूवी से उन्हें ही-मैन का खिताब भी मिला। ये जानकारी मशहूर फिल्म लेखक जावेद अख्तर ने एक टीवी शो के दौरान दी थी। 

    धर्मेंद्र ने लिया था बड़ा जोखिम

    पुराने दौर में फिल्म के लीड पर एक्टर कई गाने फिल्माए जाते थे। माना जाता था अगर मूवी में ऐसा न हो तो उसके चलने के चांस ना के बराबर रहते थे। लेकिन धर्मेंद्र ने इस रिस्क को लिया और एक नहीं बल्कि तीन-तीन फिल्मों में उन पर एक भी गाना नहीं फिल्माया गया था। 

    दरअसल जावेद अख्तर ने उस शो के दौरान बताया- साल 1965 और 1966 बतौर एक्टर धर्मेंद्र के लिए काफी लकी साबित हुआ। उन्होंने एक ऐसा रिस्क लिया जो उस वक्त के कलाकार उठाने से कतराते थे। आई मिलन की बेला, हकीकत और फूल और पत्थर धर्मेंद्र की वो तीन मूवीज रहीं, जिनमें उन पर एक भी गाना नहीं दर्शाया गया। 

    खास बात ये रही कि इसके बावजूद उनकी ये तीनों फिल्में सफलता के मुकाम पर पहुंची। यही कारण है जो धर्मेंद्र को हिंदी सिनेमा का लीजेंड कहा जाता है। 

    मॉडर्न दौर में भी धर्मेंद्र का जलवा कायम

    88 साल के धर्मेंद्र आधुनिक सिनेमा में भी बतौर अपनी छाप छोड़ते हुए नजर आ रहे हैं। बीते साल उन्होंने सुपरस्टार रणवीर सिंह और आलिया भट्ट की मूवी रॉकी और रानी की प्रेम कहानी में अपने दमदार अभिनय का कमाल दिखाया तो वहीं इस साल शाहिद कपूर की मूवी तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया से धर्मेंद्र ने दर्शकों का बखूबी दिल जीता। 

    ऐसे में ये कहा जा सकता है आज के समय में इतनी उम्र में भी उनके अंदर अदाकारी की हुनर कम होने का नाम नहीं ले रहा है। बता दें कि आने वाले समय में धर्मेंद्र फिल्म इक्कीस और अपने 2 (Apne 2) में नजर आएंगे। फैंस उनकी फिल्मों का बड़ी बेसब्री से इंतजार करते हैं।

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