जब बुरी तरह टूट गए थे Shekhar Suman, बंद कर दिए थे मंदिर के सभी दरवाजे
Shekhar Suman का फिल्मी करियर चाहे जैसा भी रहा हो। मगर पर्सनल लाइफ में उन्होंने जितने दुख सहे हैं शायद ही कोई सह पाता। हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान एक्टर ने खुलासा किया कि उनके जीवन में एक ऐसा भी समय आया था जब भगवान पर उनका भरोसा नहीं रहा था।
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। शेखर सुमन फिल्म इंडस्ट्री के टैलेंटड एक्टर में से एक हैं। फिल्मी करियर के अलावा पर्सनल लाइफ में एक्टर ने काफी दुख झेले हैं जिसका नतीजा ये हुआ था उनका भगवान से भरोसा उठ गया था।
शेखर सुमन ने अपने जीवन के सबसे दुखद पल को साझा करते हुए बताया था कि कैसे उनके बेटे आयुष की मृत्यु ने उन्हें आस्था से दूर कर दिया था। महज 11 साल की उम्र में आयुष का एक दुर्लभ बीमारी के कारण निधन हो गया था। इस दुखद घटना ने शेखर को बुरी तरह से आहत किया था कि उन्होंने अपने घर से सभी धार्मिक मूर्तियां तक हटा दी थीं और मंदिर बंद कर दिया था।
आयुष की बीमारी और शेखर का दर्द
शेखर सुमन ने हाल ही में एक इंटरव्यू में खुलासा किया कि आयुष 4 साल तक एक दुर्लभ बीमारी से जूझता रहा था। इस दौरान शेखर ने उसे लंदन तक इलाज के लिए ले गए, मगर हार्ट ट्रांसप्लांट के जोखिम के कारण उन्होंने इसे टाल दिया गया। शेखर के पिता चिकित्सा क्षेत्र से थे, फिर भी वह अपने बेटे को नहीं बचा सके।
इस बात का उनको बहुत अफसोस है। इस असहायता ने उन्हें गहरे दुख में डुबो दिया था। शेखर ने कहा कि एक बार एक डायरेक्टर ने आयुष की गंभीर हालत के बावजूद उन्हें शूटिंग के लिए बुला लिया था। आयुष ने पिता से गुहार लगाई, “पापा, आज मत जाइए,” लेकिन शेखर को किन्हीं कारणों से जाना पड़ा था।
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आस्था से टूट गया था नाता
आयुष के निधन के बाद शेखर का भगवान पर से विश्वास उठ गया था, वो गहरे सदमें में चले गए थे। इंटरव्यू में आगे उन्होंने कहा, “मैंने भगवान से कहा कि मैं अब कभी तुम्हारे पास नहीं आऊंगा।” इसके बाद उन्होंने घर के मंदिर से सभी मूर्तियां हटा दीं और पूजा-पाठ बंद कर दिया। इस घटना ने उनकी जिंदगी को पूरी तरह बदल दिया। शेखर ने बौद्ध धर्म की ओर भी रुख किया, लेकिन उन्हें वहां भी सुकून नहीं मिला था।
शेखर का करियर और निजी जीवन
शेखर सुमन को कुछ समय पहले हीरामंडी जैसे प्रोजेक्ट्स में देखा गया था। वह अपने बेटे अध्ययन सुमन के साथ महाकुंभ 2025 में भी दिखाई दिए थे, जहां उन्होंने संगम में डुबकी लगाई। हालांकि, आयुष की मृत्यु का दर्द आज भी उनके दिल में बरकरार है। अभिनेका फिल्मों में निभाए चुलबुले किरदार के लिए काफी पसंद किए जाते हैं। हालांकि अब वो फिल्मों में कम ही नजर आते हैं।
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