Karisma Kapoor को Govinda के अपोजिट इस फिल्म में मिला था अजीबो-गरीब रोल, 31 साल पहले हुई थी रिलीज
करिश्मा कपूर हिंदी सिनेमा की वह एक्ट्रेस हैं जिनकी खूबसूरती देखकर आज भी उनके फैंस के दिलों की धड़कन थम जाती है। वह 90 के दशक में जो भी फिल्म करती थीं उसमें हीरो को कांटे की टक्कर देती थी। हालांकि उनकी एक फिल्म ऐसी आई जिसमें एक्ट्रेस को डायरेक्टर ने 2 घंटे की फिल्म में कम से कम डेढ़ घंटा सिर्फ मूर्ति बनाकर रखा। कौन सी थी फिल्म पढ़ें
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। 16 साल की उम्र में राज कपूर की पोती करिश्मा कपूर ने हिंदी सिनेमा में कदम रख दिया था। 1981 में एक्ट्रेस की पहली फिल्म आई 'प्रेम कैदी', जिसमें उनके अपोजिट एक्टर हरीश नजर आए। पहली ही फिल्म से करिश्मा इंडस्ट्री में अपने कदम जमाने में सफल रहीं। करिश्मा 90 के दशक में सबसे ज्यादा फीस लेने वाली अभिनेत्रियों में से एक थीं।
गोविंदा हो या फिर सिकंदर सलमान खान और खिलाड़ी अक्षय कुमार, करिश्मा की जोड़ी सभी एक्टर्स के साथ सुपरहिट रही। इतना ही नहीं, इंडस्ट्री में कोई भी एक्टर पर्दे पर उन्हें ओवरशैडो नहीं कर पाया। जागृति से लेकर निश्चय और अनाड़ी जैसी कई सुपरहिट फिल्में देने वाली करिश्मा कपूर ने साल 1994 में एक ऐसी फिल्म की जहां डायरेक्टर ने पूरे दो घंटे की फिल्म में उन्हें बस मूर्ति बनाकर रखा। क्या थी उस फिल्म की कहानी, IMDB पर क्या है फिल्म की रेटिंग और कहां देखें मूवी, हर डिटेल आपको हमारी इस स्टोरी में मिलेगी।
गोविंदा की इस फिल्म में करिश्मा बनी थीं मूर्ति
गोविंदा और करिश्मा कपूर की जोड़ी 90 के दशक में सिर्फ हिट नहीं, बल्कि ब्लॉकबस्टर थी। दोनों जब भी साथ में आते तो समझो फिल्म पर हिट की मुहर लग जाती। साल 1993 में करिश्मा ने गोविंदा के साथ पहली बार फिल्म 'मुकाबला' में काम किया। मूवी में दोनों की जोड़ी को बेहद पसंद किया गया। इसके बाद फिर इन दोनों की जोड़ी साल 1994 में रोमांटिक फिल्म 'प्रेम शक्ति' में बनी।
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इस फिल्म के निर्देशन की कमान शिभु मित्रा ने संभाली थी और फिल्म को नासिर पारकर ने प्रोड्यूस किया था। रोमांस से भरी 'प्रेम शक्ति' 2 घंटे 19 मिनट की है। मूवी में करिश्मा ने गौरी और गोविंदा ने डबल रोल गंगुवा और कृष्णा का किरदार अदा किया। 'प्रेम शक्ति' में करिश्मा कपूर लगभग पूरी मूवी में मूर्ति के किरदार में नजर आई थीं।
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क्या है इस फिल्म की कहानी?
इस फिल्म की कहानी शुरू होती है गौरी और गंगुवा की प्रेम कहानी के साथ, जिसके खिलाफ लड़की के घरवाले होते हैं। हालांकि, दोनों इस कदर एक-दूसरे के प्यार में डूबे होते हैं कि गंगुवा (Govinda) उसे घर से भगा ले आता है। वह जब घर छोड़कर भागते हैं, तो खंडर सी जगह पर रुकते हैं। वहां पर एक सपेरा नागमणि के चक्कर में नागराज को टॉर्चर करता है। तभी आवाज सुनकर गौरी-गंगुवा गुफा में आते हैं। सपेरे द्वारा नागराज को परेशान करते हुए देखकर गंगुवा से सहा नहीं जाता और वह उससे बैर ले लेता है। सपेरा उसे श्राप देता है, तभी गौरी बीच में आ जाती है।
गौरी प्यार को बचाने के चक्कर में होती है, लेकिन मणि न मिलने से नाराज सपेरा दोनों को 25 साल के लिए जुदा होने का श्राप देकर गौरी (Karisma Kapoor) को पत्थर की मूर्ति बना देता है। ये देखकर गोविंदा मर जाता है और उसका दूसरा जन्म होता है। कृष्णा बनकर आए गोविंदा को अपने दूसरे जन्म में कुछ याद नहीं होता। नागराज श्राप को खत्म होने से एक साल पहले गौरी को गंगुवा (कृष्णा) से मिलवाता है और कहता है कि सिर्फ उसी के सामने तुम्हारा असली रूप आएगा। ऐसे ही कहानी आगे बढ़ती है। 25 साल बाद वह सपेरा फिर नागराज की तलाश में लौटता है और गौरी को पत्थर की मूर्ति में बदल देता है। कहानी कैसे आगे बढ़ती है, इसके लिए आपको फिल्म देखनी होगी।
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IMDB पर प्रेम शक्ति को मिली है कितनी रेटिंग?
'प्रेम शक्ति' में करिश्मा कपूर के 3 से 4 गिने चुने डायलॉग हैं। फिल्म में गोविंदा को भोलेनाथ का बड़ा भक्त दिखाया गया है। 1994 में रिलीज करिश्मा और गोविंदा स्टारर इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर एवरेज कमाई की थी। मूवी को Imdb पर 10 में से 3.4 की रेटिंग मिली है। अगर आप ये फिल्म देखना चाहते हैं, तो इसे आप Youtube पर देख सकते हैं।
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