Waheeda Rehman Birthday: वहीदा रहमान के लिए 'लकी चार्म' बनकर आए Guru Dutt, इस फिल्म से रातोंरात बदली थी किस्मत
Waheeda Rehman Birthday Special सिनेमा जगत की दिग्गज अदाकारा वहीदा रहमान कल अपना 86वां जन्मदिन मनाने जा रही हैं। वहीदा ने इंडस्ट्री को तमाम हिट और ब्लॉकबस्टर फिल्मों से नवाजा है। अभिनेत्री ने साउथ से एक्टिंग की दुनिया में कदम रखा था लेकिन हिंदी में आने के बाद उनकी किस्मत ने एक बड़ा टर्निंग प्वॉइंट लिया था। जानिए वहीदा के शुरुआती दौर के बारे में।

एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। Happy Birthday Waheeda Rehman: पद्म भूषण, दादा साहेब फाल्के और नेशनल अवॉर्ड जीत चुकीं वहीदा रहमान (Waheeda Rehman) को किसी परिचय की जरूरत नहीं है। जब वहीदा सिनेमा में आईं तो दिग्गज अभिनेत्रियों की लिस्ट में खुद को शुमार करना जरा भी आसान नहीं था, क्योंकि उस दौर में मधुबाला, नरगिस और मीना कुमारी जैसी सुपरस्टार्स पहले से ही पैर जमाए बैठी थीं। मगर वहीदा ने इन अदाकाराओं के बीच खुद की एक अलग पहचान बनाई।
वहीदा रहमान ने फिल्मी करियर क्यों और कब चुना, इसकी कहानी बड़ी दिलचस्प है। 3 फरवरी 1938 को तमिलनाडु के चेंगलपट्टू में जन्मीं वहीदा को कौन हिंदी सिनेमा में लेकर आया और किसकी वजह से इंडस्ट्री में उनकी किस्मत चमकी, जानिए इस बारे में...
माली हालत ने बनाया एक्ट्रेस
वहीदा रहमान यूं तो सिनेमा में अपनी अदायगी के लिए जानी जाती हैं, लेकिन वास्तव में वह कभी भी एक्टिंग करना नहीं चाहती थीं। मगर एक घटना ने उनकी जिंदगी बदल दी। वहीदा बचपन से डॉक्टर बनना चाहती थीं। एक इंटरव्यू में खुद वहीदा ने कहा था कि उन्हें मेडिसिन की किताबें पढ़ना बहुत पसंद था। उनका ये ख्वाब उस वक्त चूर-चूर हो गया, जब उनके पिता का निधन हो गया।
वहीदा रहमान ने टीनएज उम्र में अपने पिता को खो दिया था। पिता के निधन के बाद परिवार को तंगी झेलनी पड़ी। परिवार का पेट पालने के चलते वहीदा डॉक्टर का सपना छोड़ फिल्मों के ऑफर्स स्वीकार करना पड़ा और इस तरह वह एक्ट्रेस बन गईं।
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वहीदा रहमान की पहली फिल्म
वहीदा रहमान ने अपने करियर की शुरुआत साउथ सिनेमा से किया था। उनकी पहली फिल्म थी 'अलीबाबावुम 40 थिरुदरगलम', लेकिन इस फिल्म से पहले वहीदा की दूसरी साइन की गई मूवी 'रोज़ुलु मारायी' थिएटर्स में रिलीज हुई थी। इन मूवीज में वह बतौर डांसर नजर आई थीं। इसके बाद वहीदा ने बतौर लीड एक्ट्रेस एनटी रामा राव की फिल्म 'जयसिम्हा' में काम किया।
करियर में मील का पत्थर बनी यह फिल्म
साउथ फिल्मों में जब एक्टर और निर्माता-निर्देशक गुरु दत्त (Guru Dutt) की नजर वहीदा पर गई तो वह उनके चार्म के दीवाने हो गए। दत्त साहब ही थे, जिन्होंने वहीदा को हिंदी सिनेमा में लेकर आए थे। गुरु दत्त ने वहीदा को अपनी थ्रिलर फिल्म 'सीआईडी' (CID) में कास्ट किया था। वहीदा हिंदी सिनेमा में 'प्यासा' ने पहचान दिलाई। यह फिल्म कमर्शियली सक्सेसफुल रही और वहीदा के साथ गुरु दत्त की जोड़ी ने पर्दे पर आग लगा दी।
इस फिल्म में वहीदा रहमान ने एक वेश्या का किरदार निभाया था। क्रिटिक्स से लेकर ऑडियंस तक ने इस फिल्म को सराहा। इस सिनेमा की क्लासिक और ग्रेटेस्ट फिल्मों में शामिल है। 'प्यासा' और 'सीआईडी' के अलावा वहीदा और गुरु को साथ में 'चौदहवीं का चांद' और 'कागज के फूल' जैसी फिल्में कीं। आखिरी बार दोनों को फिल्म 'साहिब बीबी और गुलाम' में साथ देखा गया था।
क्या वहीदा के प्यार में दीवाने थे गुरु दत्त?
गुरु दत्त और वहीदा ने साथ में कई फिल्में कीं। कुछ रोमांटिक ड्रामा भी रहीं। ऐसे में फिल्मी गलियारों में दोनों के अफेयर की खूब चर्चा रही। कहा जाता है कि वहीदा की वजह से ही गुरु दत्त की पत्नी उन्हें छोड़कर चली गई थीं। दूसरी ओर वहीदा ने भी गुरु से प्रोफेशनली नाता तोड़ दिया था। अभिनेता की बहन ने एक इंटरव्यू में बताया था कि 'साहिब बीबी और गुलाम' के आखिरी सीन की शूटिंग के लिए गुरु दत्त को वहीदा से मिन्नतें करनी पड़ गई थीं।
नाम बदलने से कर दिया था मना
जिस दौर में वहीदा रहमान ने हिंदी सिनेमा में कदम रखा था, उस समय मधुबाला, मीना कुमारी और नरगिस जैसी कई अभिनेत्रियां पहले से ही इंडस्ट्री का बड़ा नाम थीं। ऐसे में वहीदा को नाम बदलने की सलाह दी गई थी। मगर एक्ट्रेस नहीं मानीं। उन्होंने अपने दम पर इंडस्ट्री में नाम कमाया।
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