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तापसी पन्नू ने वीडियो के जरिए शेयर कीं लॉकडाउन की मार्मिक तस्वीरें, बोलीं- ‘यहां इंसानों की जान है सस्ती’

तापसी पन्नू उन स्टार्स में से एक हैं जो हर मुद्दे पर अपनी बेबाक राय रखती हैं। ऐसे में कोरोना वायरस की वजह से जब देश में लॉकडाउन लागू है तो तापसी ने फिर से अपनी राय रखी है.

By Nazneen AhmedEdited By: Published: Thu, 11 Jun 2020 11:23 AM (IST)Updated: Thu, 11 Jun 2020 11:26 AM (IST)
तापसी पन्नू ने वीडियो के जरिए शेयर कीं लॉकडाउन की मार्मिक तस्वीरें, बोलीं- ‘यहां इंसानों की जान है सस्ती’
तापसी पन्नू ने वीडियो के जरिए शेयर कीं लॉकडाउन की मार्मिक तस्वीरें, बोलीं- ‘यहां इंसानों की जान है सस्ती’

नई दिल्ली, जेएनएन। बॉलीवुड एक्ट्रेस तापसी पन्नू उन स्टार्स में से एक हैं जो हर मुद्दे पर अपनी बेबाक राय रखती हैं। ऐसे में कोरोना वायरस की वजह से जब देश में लॉकडाउन लागू है तो तापसी ने फिर से अपनी राय रखी है,  वो भी एक बेहत गंभीर वीडियो के साथ। तापसी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट ट्वीटर पर एक वीडियो शेयर किया है जिसमें लॉकडाउन के दौरान की कुछ मार्मिक तस्वीरें दिखाई दे रही हैं जो यकीनन आपने भी पिछले ढाई महीने में देखी होंगी। इस वीडियो के साथ तापसी बैकग्राउंड में एक कविता भी बोलती सुनाई दे रही हैं जिसका शीर्षक है, 'हम तो बस प्रवासी हैं क्या इस देश के वासी हैं?'।

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वीडियो में बच्चे को सूटकेस पर लटकाकर खींचती मां की बेबसी भी नज़र आ रही है, तो लोगों पर डंडे बरसाती पुलिस भी। वीडियो में नंगे पैर फासले तय करते मज़दूर भी दिखाई दे रहे हैं, तो पिता को साइकिल पर ले जाती बेटी भी। इन तस्वीरों के अलावा  इस वीडियो में भूख से तड़पते लोग हैं, सेनेटाइज़र से नहाते गांववाले हैं, बस की छतों पर बैठकर अपने घर वापस जाते हैं लोग हैं, मां की लाश से खेलता बच्चा है और औरंगाबाद में रेल की पटरियों पर पड़ीं मज़दूरों की रोटी भी हैं। ये सारी तस्वीरें वही हैं जो लॉकडाउन के दौरान सामने आई थीं।

वीडियो की शुरुआती  होती है 'प्रवासी' के साथ। इसके बाद तापसी की कविता सुनाई देती है जिसमें एक्ट्रेस कहती हैं, ‘हम तो बस प्रवासी हैं, क्या इस देश केवासी हैं? अगर हम नही हैं इंसान तो मार दो हमें भजो फरमान। खाने को तो कुछ ना मिल पाया.. भूख लगी तो डंडा खाया। फासले तय किए हज़ारों मील के...कुछ साइकिल पर कुछ पैर नंगे। मरे कई भूख से...और कई धूप से...पर हिम्मत न टूटी बड़ों के झूठ से। बस से भेजकर.. ट्रेन से भेजकर जान खो बैठे रास्ते भूलकर। यहां प्रतिमाओं की बड़ी है हस्ती... पर इंसानों की जान है सस्ती। बड़े सपने..अच्छे दिन बतियाए पर भूख किसी की मिटा न पाए.. चाहिए न भीख ना दान.. बस मत छीनिए आत्म सम्मान। हम तो बस प्रवासी हैं क्या इस देश के वासी हैं?’।  वीडियो शेयर करते हुए एक्ट्रेस ने लिखा, 'तस्वीरों की एक श्रृंखला जो शायद हमारे दिमाग से कभी नहीं निकलेगी'।


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