कुछ नहीं बोल पाती थी तापसी पन्नू जब उसके साथ होती थी ये 'गंदी बात'
फिल्म पिंक की जबरदस्त सफलता से खुश तीनों अभिनेत्रियां यानि तापसी पन्नू, कीर्ति कुल्हरी और एंड्रिया तरांग एक बार फिर मीडिया के सामने आईं और कहा कि पिंक जैसी फिल्मों की ज़रूरत हमारे देश को ज्यादा है
मुंबई। अमिताभ बच्चन के साथ फिल्म पिंक में काम कर खूब तारीफें बटोर रही तापसी पन्नू ने अपनी जिंदगी का एक सच बताते हुए कहा है कि कॉलेज के दिनों में उनके साथ हर दिन छेड़छाड़ होती थी लेकिन तब वो कुछ नहीं बोल पाती थीं।
फिल्म पिंक की जबरदस्त सफलता से खुश तीनों अभिनेत्रियां यानि तापसी पन्नू, कीर्ति कुल्हरी और एंड्रिया तरांग एक बार फिर मीडिया के सामने आईं और कहा कि पिंक जैसी फिल्मों की ज़रूरत हमारे देश को ज्यादा है ताकि लोगों की मानसिकता में बदलाव आ सके। इस दौरान तापसी पन्नू ने बताया कि कॉलेज के दिनों में लगभग हर दिन उन्हें कहीं न कहीं छेड़-छाड़ का शिकार होना पड़ा था। लोग गलत जगह पर हाथ लगाते से झिझकते नहीं थे। लेकिन तब वो चुप रह जाती थीं। कुछ बोल नहीं पाती थीं । तापसी कहती हैं "हमारे समाज में आप लड़कों को पलट कर जवाब नहीं दे सकते हैं लेकिन अब समय बदल रहा है और आज किसी तरह का शोषण सहन करना ग़लत होगा। यदि आज आपके साथ कुछ भी गलत हो रहा है तो धड़ल्ले से आवाज़ उठाओ और सामने वाले को पलट के जवाब दो। वरना चुप रहना ही आपकी सबसे बड़ी कमजोरी बन जाती है।"
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कीर्ति की माने तो महिला हो या पुरूष हर किसी को प्यार, रिश्ते और सेक्स को ज़ाहिर करने का हक़ है। यदि कोई भी इन ज़ज़्बातों को फील करता है तो कोई भी बुराई नहीं है। और हाँ लड़का हो या लड़की, उसकी वर्जिनिटी उसका निजी मामला है। हालांकि महिलाओं को इस मामले में कटघरे में खड़ा कर दिया जाता है।" मेघालय से आई अभिनेत्री एंड्रिया तरांग के मुताबिक नार्थ-ईस्ट की होने के कारण उन्हें ज्यादा भेदभाव सहन करना पड़ा।
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