10 नेशनल अवॉर्ड विनर्स ने मिलकर बनाई है ये Must Watch सस्पेंस थ्रिलर, IMDb पर मिली है 8.4 रेटिंग
जब एक फिल्म ब्लॉबस्टर बनती है तो उसके पीछे के किस्से जानना उतना ही दिलचस्प होता है जितना उस फिल्म को देखना। आज हम आपको ऐसी ही एक फिल्म के बारे में दिलचस्प बात बताने जा रहे हैं जिसे बनाने वाली टीम में 10 नेशनल अवॉर्ड विनर्स शामिल थे। अब जब इतने टैलेंटेड कलाकार किसी फिल्म को एक साथ बना रहे हैं तो फिल्म का सफल होना तय होता है।

एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। हर सफल फिल्म के पीछे एक दिलचस्प कहानी होती है। क्या होता है जब 10 नेशनल अवॉर्ड विनर्स एक फिल्म के लिए टीम बनाते हैं? बेशक उस फिल्म से दर्शकों की उम्मीदें काफी हद तक बढ़ जाती है। वहीं उस फिल्म ब्लॉबस्टर होने की संभावना भी उतनी ही ज्यादा हो जाती है। ऐसी ही एक फिल्म है जो दर्शकों को काफी पसंद आई, उसकी कहानी ने दर्शकों के दिलों में एक अलग जगह बनाई और इसका सस्पेंस आज भी लोगों को इसे दोबारा देखने पर मजबूर कर देता है।
लेकिन आपको बता दें कि इस फिल्म में कोई हाई ऑक्टेन एक्शन सीन या ये कोई बहुत बड़े बजट की फिल्म नहीं है बल्कि ये एक फैमिली ड्रामा है जिसमें सस्पेंस कूट कूट कर भरा है। एक पिता और पति अपनी फैमिली की रक्षा के लिए किस हद तक जा सकता है यही इस फिल्म में दिखाया गया है।
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क्या है कहानी फिल्म की?
इसकी कहानी एक ऐसे व्यक्ति की जिसकी दो बेटियां हैं और बुरी परिस्थिति में फंसने के बाद उसकी बेटी से किसी का कत्ल हो जाता है, जिसका कत्ल होता है वो बड़े सरकारी ऑफिसर का बेटा है। लेकिन एक पिता बेटी के गुनाह को छुपाने के लिए पूरे सिस्टम से टक्कर लेता है। यह फिल्म दर्शकों को इतनी पसंद आई कि इसमें मेंशन की तारीख 2 अक्टूबर आज भी लोगों की जुबां पर रट गई है। अब तो आप समझ ही गए होंगे कि हम यहां दृष्यम की बात कर रहे हैं। जो 2015 में रिलीज हुई थी।
फोटो क्रेडिट- सोशल मीडिया
इस फिल्म का सस्पेंस इतना कमाल का है कि लोग इसे दोबारा देखने में भी हर्ज नहीं करते। बिना किसी बड़ी मार धाड़ के बनाई की एक सिंपल कहानी लोगों के दिलों में सीधी उतरती है। इसकी कहानी जितनी दिलचस्प है इसे बनाने वाली टीम उतनी ही टैलेंटेड है।
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10 नेशनल अवॉर्ड विनर्स की टीम ने किया काम
इसे बनाने में 10 नेशनल अवॉर्ड विनर्स ने मेहनत की है जिनमें अजय और तब्बू ने दो बार राष्ट्रीय पुरस्कार जीते हैं , अजय ने 'जख्म' और 'द लीजेंड ऑफ भगत सिंह' के लिए और तब्बू ने 'चांदनी बार' और 'माचिस' के लिए। वहीं निर्देशक निशिकांत कामत ने 'डोंबिवली फास्ट' के लिए मराठी में बेस्ट फीचर फिल्म का पुरस्कार जीता है। लेखक-फिल्म निर्माता और संगीतकार, विशाल भारद्वाज, जिन्होंने 'दृश्यम' का संगीत तैयार किया, ने 'हैदर', 'इश्किया', 'ओमकारा', 'द ब्लू अम्ब्रेला' और 'गॉडमदर' के लिए पुरस्कार जीते हैं। 'दृश्यम' के गीत लिखने वाले दिग्गज गुलजार साहब को 'कोशिश' और 'माचिस' में उनके काम के लिए यह पुरस्कार मिला।
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इसके अलावा, सिनेमैटोग्राफर से निर्देशक बने अविनाश अरुण को 'किल्ला' (2014 में बेस्ट मराठी फिल्म) के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार मिला और आरिफ शेख को 'समय: व्हेन टाइम स्ट्राइक्स' के लिए बेस्ट एडिटर का पुरस्कार मिला। इसके अलावा वायाकॉम 18 मोशन पिक्चर्स ने उस वक्त दो राष्ट्रीय पुरस्कार जीते हैं एक बेस्ट पॉपुलर फिल्म (मैरी कॉम) और बेस्ट हिंदी फिल्म (क्वीन)। निर्माता कुमार मंगत पाठक और निर्देशक अभिषेक पाठक ने 'बूंद' के लिए नेशनल अवॉर्ड जीता है।
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दृष्यम में अजय देवगन, श्रिया सरन, तब्बू, रजत कपूर, इशिता दत्ता जैसे कलाकारों ने काम किया है। इस फ्रेंचाइजी की दो फिल्में आ चुकी हैं और दोनों को ही दर्शकों का भरपूर प्यार मिला है। वहीं इसकी पॉपुलैटेरिटी को देखते हुए दृश्यम 3 का आना भी कंफर्म है।
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