'कोई फोर्स...' Deepika Padukone की 8 घंटे शिफ्ट डिमांड पर रानी मुखर्जी का रिएक्शन, कहा- 'आदिरा के टाइम'
बॉलीवुड अभिनेत्री दीपिका पादुकोण के फिल्मों से बाहर होने पर इंडस्ट्री में बहस छिड़ी है। रानी मुखर्जी ने इस मुद्दे पर अपनी राय व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने भी पहले ऐसा किया है। रानी ने बताया कि फिल्म हिचकी की शूटिंग के दौरान उन्होंने अपनी बेटी की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए शेड्यूल बनाया था।

एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone) के लगातार दो बड़ी फिल्मों से बाहर होने से फिल्म इंडस्ट्री में काफी चर्चा हो रही है। सबसे पहले उन्होंने संदीप रेड्डी वांगा की फिल्म स्पिरिट से किनारा किया था। इसकी वजह 8 घंटे की शिफ्ट की उनकी मांग बताई गई थी। फिर कुछ महीनों बाद, सीक्वल के लिए कल्कि 2898 एडी के निर्माताओं से उनके अलग होने की खबर आई।
इस पर इंडस्ट्री में मतभेद है और कई लोग उनके समर्थन में खड़े हुए हैं तो कुछ ने इसके खिलाफ आवाज उठाई है। अब हाल ही के एक इंटरव्यू में रानी मुखर्जी (Rani Mukerji) ने भी इस मामले पर अपने विचार रखे और कहा कि एक टाइम पर वो भी ऐसा कुछ कर चुकी हैं।
8 घंटे काम पर रानी ने रखे विचार
एएनआई के साथ एक पॉडकास्ट में बात करते हुए,रानी मुखर्जी से दीपिका पादुकोण की 8 घंटे की शिफ्ट की मांग के बारे में सवाल किया गया। जवाब में उन्होंने कहा, "मैंने भी ऐसा किया है, जहां मैंने कुछ घंटे काम किया है। और अगर निर्माता को इससे कोई आपत्ति है, तो आप फिल्म पर काम करते हैं। और अगर निर्माता को इससे कोई आपत्ति नहीं है, तो आप फिल्म नहीं करते। यह एक विकल्प है। कोई किसी पर कुछ भी थोप नहीं रहा है। और हां, कुछ फिल्मों में एक्स्ट्रा टाइम देने की आवश्यकता होती है, लेकिन एक बार जब आप योजना बना लेते हैं, तो आप जो चाहें हासिल कर सकते हैं।"
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आदिरा के टाइम पर रानी ने किया कम काम
उन्होंने कहा, "जब मैंने 'हिचकी' की थी, तब आदिरा 14 महीने की थी और मैं उसे ब्रेस्टफीड करा रही थी, इसलिए मुझे सुबह मिल्क पंप करके जाना पड़ता था। मैं शहर के एक कॉलेज में शूटिंग कर रही थी।"
कैसे मेंटेन किया अपना शेड्यूल?
रानी ने बताया कि उन्होंने अपनी बेटी की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए ही अपना शेड्यूल बनाया था। उन्होंने आगे कहा,"जुहू के उपनगरीय इलाके में मेरे घर से उस जगह तक पहुंचने में और ट्रैफिक में लगभग दो घंटे लगते हैं। इसलिए मैंने इसे एक तरह से तय कर लिया था कि सुबह मिल्क पंप करने के बाद मैं 6:30 बजे निकल जाती और शूटिंग शुरू कर देती। मेरा पहला शॉट सुबह 8 बजे होता था और मैं 12:30 से 1 बजे तक सब कुछ निपटा लेती थी। मेरी यूनिट और मेरे निर्देशक, उन्होंने इतनी प्लानिंग की थी कि उन 6-7 घंटों में मैं अपनी शूटिंग पूरी कर लेती थी। शहर में ट्रैफ़िक शुरू होने से पहले, मैं 3 बजे तक घर पहुंच जाती थी। इसी तरह मैंने अपनी फिल्म पूरी की। "
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