Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Rajesh Khanna Death Anniversary: खून से खत लिखती थीं लड़कियां, सेट पर थे मनमौजी, जानें- काका के दिलचस्प किस्से

    By Rinki TiwariEdited By: Rinki Tiwari
    Updated: Sun, 16 Jul 2023 08:48 PM (IST)

    Rajesh Khanna Death Anniversary राजेश खन्ना भारतीय सिनेमा के वो हीरा थे जिन्होंने अपने शानदार अभिनय अनोखे स्टाइल और यादगार डायलॉग्स से बड़े-बड़े अभिनेताओं की छुट्टी कर दी थी और बन गए थे इंडस्ट्री के पहले सुपरस्टार। आज भले ही वह हमारे बीच नहीं हैं लेकिन वह अपने चाहने वालों के दिलों में हमेशा जिंदा रहेंगे। आइए आपको राजेश खन्ना के कुछ दिलचस्प किस्से बताते हैं।

    Hero Image
    interesting stories about Rajesh Khanna on his death anniversary. photo- Instagram

     नई दिल्ली, जेएनएन। Rajesh Khanna Death Anniversary: हिंदी सिनेमा के एक सितारे के लिए एक कहावत बेहद मशहूर थी- ऊपर आका और नीचे काका। ये कहावत थी राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) के लिए, जो भारतीय सिनेमा के इतिहास में पहले सुपरस्टार रहे। इंडस्ट्री में राजेश खन्ना का अपना एक अलग ही स्टाइल था। फिल्म मेकर्स से डायरेक्टर्स तक, हर कोई राजेश को अपनी फिल्म में लेना चाहता था, इसके लिए वे उनके लाख नखरे भी उठाने के लिए तैयार रहते थे। 

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    साल दर साल नए टैलेंटेड सितारे आए और मुकाम हासिल किया, लेकिन आज तक राजेश खन्ना के रिकॉर्ड्स को कोई तोड़ नहीं पाया। चाहे लड़कियों की दीवानगी हो या फिर एक के बाद एक सुपरहिट फिल्में देना हो, राजेश खन्ना से जुड़े कई ऐसे किस्से हैं, जिसे जानकर आप हैरान रह जाएंगे।

    क्या था राजेश खन्ना का असली नाम क्या है?

    29 दिसंबर 1942 को अमृतसर में जन्मे राजेश खन्ना का असली नाम जतिन खन्ना था। जब उन्होंने फैसला किया कि वह फिल्मी दुनिया में अपना नाम बनाना चाहते हैं, तब उनके चाचा केके तलवार ने उन्हें राजेश नाम दिया था। उनके दोस्त और परिवार के सदस्य उन्हें घर में काका कहकर बुलाते थे, क्योंकि पंजाबियों में नौजवानों को काका बुलाया जाता था। ऐसे में राजेश का निकनेम 'काका' पड़ गया।

    क्या राजेश खन्ना एडोप्टेड चाइल्ड थे?

    राजेश खन्ना के बायोलॉजिकल पैरेंट्स लाला हीरानंद खन्ना और चंद्रानी खन्ना थे। जब राजेश बहुत छोटे थे, तब उन्हें उनके माता-पिता के रिश्तेदार चुन्नीलाल खन्ना और लीलावती खन्ना ने एडॉप्ट कर लिया था। तब से उन्होंने ही राजेश की परवरिश की।

    इस फिल्म ने दी पहचान

    जिस उम्र में बच्चे पढ़ाई करते हैं, उस उम्र में राजेश को एक्टर बनना था। वह कम उम्र में ही थिएटर आर्टिस्ट बन गए थे और स्कूल-कॉलेज में परफॉर्म करते थे। भले ही 'आखिरी खत' (1966) राजेश खन्ना की पहली रिलीज फिल्म थी, लेकिन उन्हें पहला ब्रेक बतौर एक्टर 'राज' से मिला था, जो 1967 में रिलीज हुई थी। बात करें पॉपुलैरिटी की तो राजेश को असली पहचान फिल्म 'आराधना' (1969) से मिली थी।

    राजेश खन्ना की थी तगड़ी फैन फॉलोइंग

    70 से 80 का दशक राजेश खन्ना का था। इस दौर में सिर्फ उनका ही सिक्का चलता था। उनकी फैन फॉलोइंग ऐसी थी कि लोग उनके बंगले के बाहर घंटों लाइन लगाकर खड़े रहते थे और उनकी एक झलक पाने के लिए तरसते थे। यही नहीं, फैंस राजेश खन्ना की कार को किस करते थे। 

    राजेश खन्ना के लिए पागल थीं लड़कियां

    अभिनय के अलावा राजेश खन्ना ने अपने चार्मिंग लुक्स से लाखों लड़कियों को दीवाना बनाया हुआ था। आपको जानकर हैरानी होगी कि लड़कियां राजेश की इस कदर दीवानी थीं कि वे उनके लिए अपने खून से लेटर लिखकर भिजवाती थीं। कई लेडी फैंस ने तो राजेश की फोटोग्राफ से ही शादी कर ली थी। कई तो उनके नाम का टैटू अपनी बॉडी पर बनवा लेती थीं। इतनी क्रेजी फैन-फॉलोइंग होने की वजह से राजेश को हमेशा टाइट सिक्योरिटी के साथ पब्लिक प्लेस में जाना पड़ता था।

    राजेश खन्ना पर बनी है फिल्म

    आपने राजेश खन्ना की तो कई फिल्में देखी होंगी, लेकिन क्या आप जानते हैं कि उन पर भी एक फिल्म बनी है। जी हां, ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन (BBC) ने राजेश खन्ना पर 'बॉम्बे सुपरस्टार इन 1974' (Bombay Superstar In 1974) नाम की फिल्म बनाई थी। 

    राजेश खन्ना कैसे बने बॉलीवुड के पहले सुपरस्टार?

    राजेश खन्ना को यूं ही सुपरस्टार नहीं कहा जाता है। उन्होंने हिंदी सिनेमा में ऐसे रिकॉर्ड्स बनाए, जिसे पांच दशकों में भी कोई तोड़ नहीं पाया। 1969 से 1971 के बीच महज दो सालों में राजेश खन्ना ने इंडस्ट्री को 15 सोलो हिट फिल्में दीं, जिनमें 'कटी पतंग', 'आराधना', 'खामोशी', 'हाथी मेरे साथी' जैसी फिल्में शामिल हैं।

    क्या घमंडी थे राजेश खन्ना?

    जिस दौर में एक स्ट्रगलिंग एक्टर के पास स्कूटर होना बड़ी बात थी, उस वक्त राजेश अपनी बड़ी सी गाड़ी में बैठकर ऑडिशन देने आया करते थे। राजेश खन्ना अपनी लेट-लतीफी के लिए भी मशहूर थे। जब उनका मन करता था, वह तभी सेट पर आते थे। वह किसी के लिए अपनी लाइफस्टाइल से समझौता कतई नहीं करते थे। इसके बावजूद राजेश को साइन करने के लिए डायरेक्टर्स-प्रोड्यूसर्स की लाइन लगी रहती थी।

    राजेश खन्ना ने अपने करियर में हर तरह की फिल्में कीं। एक्शन से लेकर रोमांटिक, कॉमेडी और पॉलिटिकल फिल्मों तक, राजेश का हर किरदार लाजवाब रहा। 18 जुलाई 2012 को हिंदी सिनेमा के पहले सुपरस्टार ने आखिरी सांस ली थी। वह लंबे समय से कैंसर से पीड़ित थे। उनकी पत्नी एक्ट्रेस डिंपल कपाड़िया हैं, जबकि बेटियां ट्विंकल खन्ना और रिंकी खन्ना भी अभिनेत्री रह चुकी हैं।