Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    'फोन नहीं होता था...' R Madhavan ने लड़की का पीछा करने को बताया सही, बोले - 'गांव में ऐसे ही होती थी मुलाकात'

    Updated: Thu, 03 Apr 2025 02:20 PM (IST)

    आर माधवन की फिल्म रहना है तेरे दिल में को आज बॉलीवुड में कल्ट क्लासिक फिल्मों में गिना जाता है। हालांकि रिलीज के समय ये फिल्म फ्लॉप हो गई थी। इस फिल्म में माधवन को दिया मिर्जा का पीछा करते हुए दिखाया गया है जिसको लेकर कंट्रोवर्सी भी हुई थी। अब कई दशक बाद इसको लेकर फिर से बवाल मच रहा है।

    Hero Image
    आर माधवन और दिया मिर्जा (Photo: Instagram)

    एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। बॉलीवुड में इस समय कई ऐसी फिल्में मौजूद हैं जो अपनी रिलीज के समय तो फ्लॉप हो गई थीं लेकिन बाद में कल्ट क्लासिक बन गईं। ऐसा ही कुछ किस्सा साल 2001 में रिलीज हुई रोमांटिक ड्रामा फिल्म रहना है तेरे दिल में (RHTDM) का है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    रिलीज होने पर फ्लॉप थी फिल्म

    हालांकि अपने कंट्रोवर्सियल टॉपिक की वजह से ये फिल्म एक बहस का मुद्दा रही। अपनी रिलीज के दो दशक से ज्यादा समय बाद भी,रहना है तेरे दिल में बहस का विषय बनी हुई है वो भी अपनी प्रॉब्लेमेटिक थीम की वजह से। इस फिल्म में दिखाया गया है कि एक्टर एक्ट्रेस का पीछा करता है और इसे फिल्म में काफी ज्यादा ग्लोरीफाई किया गया है। यह रोमांटिक ड्रामा फिल्म बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप रही, लेकिन बाद में इसके संगीत और आर माधवन, दीया मिर्जा और सैफ अली खान के अभिनय की बदौलत इसे कल्ट का दर्जा मिला।

    यह भी पढ़ें: Kesari Chapter 2 Trailer: रूला देगा Akshay Kumar की केसरी 2 का ट्रेलर, जलियांवाला हत्याकांड की दर्द भरी कहानी

    आर माधवन ने विवाद को फिर दी हवा

    हालांकि, माधवन ने हाल ही में फिल्म में अपने किरदार माधव "मैडी" शास्त्री की हरकतों का बचाव करके एक बार से विवाद को फिर से हवा दे दी है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उस दौर में पीछा करना जायज था। इंडिया टीवी से बातचीत में उन्होंने तर्क दिया कि सोशल मीडिया और मोबाइल फोन के जमाने से पहले, पुरुषों के पास महिलाओं से संपर्क करने के सीमित तरीके थे।

    लड़कों के पास नहीं था कॉन्टेक्ट करने का तरीका

    माधवन ने कहा,"जब फोन, मैसेज और सोशल मीडिया नहीं थे, तो आप किसी लड़की से कैसे संपर्क करेंगे? क्या अच्छा माना जाता था? अगर किसी लड़की से मिलना यह जानते हुए कि वह वहां मौजूद है, यह मानते हुए कि उससे संपर्क करने का एक अच्छा तरीका है, तो मेरे पिता पर पीछा करने का आरोप लगाया जा सकता था। कोई भी हो सकता है। अगर यह लव मैरिज होती, तो दूसरे व्यक्ति से संपर्क करने का कोई और तरीका नहीं था।"

    माधवन ने आगे कहा, 'हमारे गांव में, हर महीने फेस्टिवल मनाया जाता था, ताकि लोग आपस में मिल सकें क्योंकि तरीका ही यही था। आज आप शहर में किसी लड़की से कैसे मिलते हैं? आप अपने लाइफ पार्टनर से बार में तो नहीं मिलने वाले हैं, है ना? इसलिए आप वहां नहीं जाते।'

    यह भी पढ़ें:  'ये सिर्फ एक ट्रेंड है...'R Madhavan ने फिल्मों के री-रिलीज पर दिया बड़ा बयान, कहां - 'ज्यादा दिन नहीं चलेगा'