Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Ishaan Khattar: रावण जैसा जुनून और सीखने की इच्छा चाहते हैं ईशान, लेकिन इस बुराई का करना चाहते हैं अंत

    By Deepesh pandeyEdited By: Shubham Sharma
    Updated: Tue, 24 Oct 2023 04:00 AM (IST)

    दशहरा के मौके पर दैनिक जागरण से ईशान खट्टर ने कहा कि ‘इससे पहले मैंने फिल्मों के लिए डबिंग तो की थी लेकिन कभी सिर्फ आवाज के माध्यम से पूरे पात्र को नहीं जिया है। इससे पहले मैंने रावण के बारे में इतना विस्तार से कभी नहीं पढ़ा था लेकिन इस पॉडकास्ट शो के लिए मैंने रावण के बारे में काफी चीजें पढ़ी और कई नई चीजें जानी।’

    Hero Image
    फिल्म पिप्पा में ब्रिगेडियर बलराम मेहता की भूमिका में होंगे ईशान। (फाइल फोटो)

    जागरण न्यूज नेटवर्क, मुंबई। अच्छाई और बुराई हर इंसान के अंदर होती है, इसलिए रावण जैसे बुरे इंसान से भी बहुत कुछ सीखा जा सकता है कि जीवन में क्या नहीं करना है। अब अभिनेता ईशान खट्टर देखें तो उन्होंने आज (मंगलवार) से ऑडिबल पर प्रसारित हो रहे पॉडकास्ट रावण राइजिंग में युवा रावण की भूमिका के लिए अपनी आवाज दी है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    रावण के बारे में जानी नई चीजें

    दशहरा के मौके पर अपने इस अनुभव को दैनिक जागरण से साझा करते हुए ईशान कहते हैं, ‘इससे पहले मैंने फिल्मों के लिए डबिंग तो की थी, लेकिन कभी सिर्फ आवाज के माध्यम से पूरे पात्र को नहीं जिया है। मेरे लिए यह एक नया अनुभव था। इससे पहले मैंने रावण के बारे में इतना विस्तार से कभी नहीं पढ़ा था, लेकिन इस पॉडकास्ट शो के लिए मैंने रावण के बारे में काफी चीजें पढ़ी और कई नई चीजें जानी।’

    चाहिए रावण जैसा जुनून

    रावण की अच्छाइयों और बुराइयों पर ईशान कहते हैं, ‘हम सब में अच्छाइयां और बुराइयां दोनों होती हैं। आप किस दिशा को चुनते हैं, किस तरह की ऊर्जा आपको ज्यादा आकर्षित करती है, उसी से तय होता है कि आपका व्यवहार कैसा होगा। रावण में जो जुनून और आग थी, मैं भी अपने अंदर वह देखना चाहता हूं।'

    ज्यादा लालच मिट्टी में मिला देता है

    उन्होंने आगे कहा, 'मैं अपने अंदर वह जुनून और आग सिर्फ काम को लेकर चाहता हूं, दुनिया जीतने के लिए नहीं। इसके साथ मैंने पढ़ा है कि रावण में सीखने की भूख भी बहुत ज्यादा थी। वह वीणा बजाता था, शास्त्रों का ज्ञाता था। मैं भी अपने अंदर वैसी ही नई चीजें सीखने की भूख चाहता है। लालच, रावण की यह एक ऐसी बुराई है, जिसका मैं हमेशा के लिए दहन करना चाहता हूं। ज्यादा लालच आपको मिट्टी में मिला देती है।’

    यह भी पढ़ेंः Dussehra 2023: इस दशहरा देख डाले ओटीटी प्लेटफॉर्म पर मौजूद ये फिल्में, रामलीला और रावण दहन का सीन है खास