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    पैदा होते ही अनाथलय में छोड़ आए थे पिता, इंडस्ट्री में आने के बाद इस एक्ट्रेस ने रच दिया था इतिहास

    Updated: Sun, 31 Mar 2024 04:28 PM (IST)

    मीना कुमारी (Meena Kumar Death Anniversary) अब हमारे बीच नहीं हैं लेकिन उन्होंने इंडस्ट्री पर अपनी ऐसी छाप छोड़ी कि वह न होकर भी फैंस के दिलों में जिंदा हैं। एक्ट्रेस की कहानी किसी फिल्म से कम नहीं थी। आज मीना की डेथ एनिवर्सरी है। इस खास मौके पर हम आपको अभिनेत्री की जिंदगी से जुड़ी कुछ दिलचस्प किस्से बताते हैं।

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    इस एक्ट्रेस ने फिल्मों में आने के बाद रचा था इतिहास। फोटो क्रेडिट- इंस्टाग्राम

     एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। Meena Kumar Unknown Facts: 1 अगस्त 1933 को मुंबई के दादर में जन्मीं महजबीन बानो इंडस्ट्री में आने के बाद लाखों 'दिलों की रानी' मीना कुमारी (Meena Kumari) बन गईं। वह नहीं चाहती थीं कि फिल्मों में आए, लेकिन किस्मत को कुछ और मंजूर था। एक से बढ़कर एक हिट फिल्मों से सिनेमा को नवाजने वालीं मीना कुमारी की खुद की जिंदगी भी किसी फिल्म से कम नहीं थी। उनके ऐसे-ऐसे किस्से हैं, जिसे जानकर कोई भी हैरान रह जाएगा।

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    आज यानी 31 मार्च को मीना कुमारी की डेथ एनिवर्सरी है। इस मौके पर हम आपको एक-एक करके पाकीजा एक्ट्रेस से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें बताने जा रहे हैं।

    • मीना कुमारी, तीन बहनों में दूसरे नंबर पर थीं। मीना के पैदा होने से पिता खुश नहीं थे। कहा जाता है कि मीना कुमारी के पिता अली बक्स ने उन्हें पैदा होते ही अनाथालय में छोड़ दिया था, लेकिन फिर मन बदला और वह अपनी लाडली को वापस ले आए थे।
    • मीना कुमारी को फिल्मों का शौक नहीं था, लेकिन मजबूरी में उन्हें इंडस्ट्री में आना पड़ा। उन्होंने महज 4 साल की उम्र में एक्टिंग शुरू की।
    • मीना कुमारी की पहली फिल्म विजय भट्ट निर्देशित लेदरफेस थी, जिसके लिए अभिनेत्री को 25 रुपये फीस मिली थी।
    • करियर की शुरुआत में मीना ने विजय भट्ट के साथ कई फिल्में कीं। डायरेक्टर ने उनका नाम बेबी मीना भी रख दिया था। फिर बच्चों का खेल मूवी के बाद उनका नाम मीना कुमारी पड़ा और वह इसी नाम से जानी जाने लगीं।
    • बैजू बावरा (1952) मीना कुमारी के करियर के लिए मील का पत्थर साबित हुई। यह फिल्म इतनी जबरदस्त हिट हुई थी कि 100 हफ्तों तक थिएटर्स से नहीं हटी थी।
    • बैजू बावरा के लिए मीना ने बेस्ट एक्ट्रेस के लिए अपना पहला फिल्मफेयर अवॉर्ड भी जीता था। वह फिल्मफेयर अवॉर्ड पाने वाली पहली अभिनेत्री थीं।

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    मीना कुमारी की बेस्ट फिल्में

    मीना कुमारी ने 30 साल के करियर में करीब 90 फिल्मों में काम किया। उनकी आखिरी फिल्म पाकीजा (Pakeezah) थी। उनकी बेहतरीन फिल्मों में साहिब बीबी और गुलाम, काजल, दिल एक मंदिर, बहारों की मंजिल, एक ही रास्ता, प्यार का सागर, शरारत समेत कई फिल्में शामिल हैं।

    31 मार्च 1972 को मीना कुमारी मात्र 38 साल की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कह गई थीं। शराब की लत के चलते उन्हें लिवर सिरोसिस हो गया था। तमाम इलाज के बावजूद वह नहीं बच पाईं। 

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