Manoj Kumar की इस फिल्म की बिकी थी टी-शर्ट और अंडरवियर, एक्टर ने दिल्ली-मुंबई तक की प्रॉपर्टी लगाई थी दांव पर
मनोज कुमार जो भी करते थे शिद्दत से करते थे। इस बात का अंदाजा आप इससे लगा सकते हैं कि एक फिल्म बनाने के लिए उन्होंने अपनी सारी प्रॉपर्टी गिरवी रख दी थी। भारत कुमार एक अच्छे अभिनेता के साथ-साथ एक बेहतरीन डायरेक्टर थे। उनकी साल 1981 में एक ऐसी फिल्म आई जिसके लिए उन्होंने सबकुछ दांव पर लगाया। इसका रिवॉर्ड उन्हें ऐसा मिला जो उन्होंने सोचा भी नहीं था।
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। मनोज कुमार का हिंदी सिनेमा में एक यादगार सफर रहा है। 87 साल के अभिनेता ने भले ही इस दुनिया को अलविदा कह दिया, लेकिन अपनी फिल्मों के माध्यम से वह फैंस के दिलों में हमेशा अमर रहेंगे। साल 1957 में फिल्म 'फैशन' में एक छोटे से किरदार के साथ उन्होंने अभिनय की दुनिया में कदम रखा। उस दौर में जहां बड़े-बड़े एक्टर्स एक के बाद एक फिल्म साइन कर रहे थे, तो वहीं मनोज कुमार ज्यादा से ज्यादा देशभक्ति की फिल्मों पर फोकस कर रहे थे।
उन्होंने इतनी फिल्मों में 'भारत' का किरदार निभाया कि उनको प्यार से फैंस 'भारत कुमार' ही कहने लगे। मनोज कुमार बेहतरीन अभिनेता तो थे ही, लेकिन साथ ही मंझे हुए डायरेक्टर भी थे। वह जो भी फिल्म बनाते उसमें इस कदर रम जाते थे कि उसके आगे उन्हें कुछ दिखाई ही नहीं देता था। साल 1981 में तो मनोज कुमार एक ऐसी फिल्म लेकर आए थे, जिसके लिए उन्होंने अपना सबकुछ दांव पर लगा दिया। कौन सी थी वह फिल्म और क्यों बिकी थी मूवी के नाम की टी-शर्ट से लेकर कैप और अंडरवियर तक, नीचे डिटेल में पढ़ें पूरी कहानी:
निर्माता ने एंड मोमेंट पर दिया था मनोज कुमार को धोखा?
मनोज कुमार ने वैसे तो अपने फिल्मी करियर में तकरीबन 7 फिल्में डायरेक्ट की, लेकिन एक फिल्म के लिए उन्हें काफी रिस्क लेना पड़ा था। फिल्म थी 1981 में रिलीज हुई 'क्रांति'। ये एक मल्टीस्टारर फिल्म थी, जिसमें दिलीप कुमार से लेकर शशि कपूर, शत्रुघ्न सिन्हा, हेमा मालिनी, परवीन बाबी, निरूपा रॉय, प्रदीप कुमार, प्रेम चोपड़ा, मदन पुरी, शशिकला सहित कई दिग्गज कलाकार नजर आए।
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मूवी में खुद मनोज कुमार ने भी अभिनय किया था, किरदार निभाया था 'भारत'। मनी कंट्रोल की खबर के मुताबिक इस फिल्म का बजट तीन करोड़ के आसपास था। हालांकि, जैसे ही फिल्म फ्लोर पर आई, प्रोड्यूसर ने अपने कदम पीछे खींच लिए। मनोज कुमार फिल्म के अभिनेता होने के साथ-साथ इसके डायरेक्टर भी थे, इसलिए उन्होंने फिल्म को बंद नहीं किया, बल्कि एक बड़ा रिस्क लिया। क्रांति की शूटिंग न रुके और पैसे कम न पड़े इसके लिए मनोज कुमार ने अपने दिल्ली का बंगला तो बेचा ही, लेकिन साथ ही मुंबई की जमीन भी अभिनेता ने गिरवी रख दी।
- 1981 में सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी क्रांति
- मनोज कुमार ने प्रोड्यूसर-डायरेक्टर एडिट और डायलॉग राइटिंग की अकेले संभाली थी जिम्मेदारी
- उस समय की टॉप 10 हाइएस्ट ग्रॉसिंग फिल्म बनी थी क्रांति
- यूपी में एक हफ्ते तक किया था ताबड़तोड़ बिजनेस
'क्रांति' ने शोले को छोड़ा था पीछे हुई मनाई थी सिल्वर जुबली
मनोज कुमार को नहीं पता था कि उनकी ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर ही 'क्रांति' ले आएगी। ये उस दौर की सबसे महंगी फिल्मों में ही शुमार थी। ये 1981 में सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों में ही शुमार नहीं है, बल्कि वह मूवी भी है, जिसने सिनेमाघरों में सिल्वर जुबली मनाई थी। रिलीज के समय क्रांति मुंबई और साउथ में सबसे ज्यादा तेजी से कमाई करने वाली मूवी बनी थी। क्रांति का नाम उन 10 फिल्मों में शामिल है, जिन्होंने 25 जगहों पर सिल्वर जुबली मनाई है। इस जश्न की खासियत है कि ये मिर्जापुर और जूनागढ़ जैसी जगहों पर भी इस फिल्म सिल्वर जुबली मनाई गई। आम तौर पर इन शहरों में इतने समय तक फिल्में नहीं टिक पाती हैं।
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क्रांति का क्रेज तो 1981 में लोगों के सिर चढ़कर इस कदर बोला था कि दुकानदारों ने इस फिल्म के पोस्टर और टाइटल को टी-शर्ट से लेकर जैकट, वेस्ट्स और यहां तक की अंडरवियर तक पर प्रिंट करवाकर बेचा था। 96 दिन तक क्रांति हाउसफुल चली थी। तीन करोड़ के बजट में बनी फिल्म ने उस समय पर 20 करोड़ की कमाई करके धर्मेंद्र- अमिताभ बच्चन की फिल्म 'शोले' को भी पीछे छोड़ दिया था।
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