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    मी टू के सपोर्ट में मामी फिल्मोत्सव, रजत कपूर और एआईबी की फिल्में हटाई गईं

    By Manoj KhadilkarEdited By:
    Updated: Tue, 09 Oct 2018 06:03 PM (IST)

    मामी की तरफ से यह स्टेटमेंट जारी किया गया है. साथ ही इसमें कहा गया है कि वह चाहते हैं कि वर्क प्लेस पर सेक्सुअल हरासमेंट वाले मुद्दे पर लगातार बातचीत जरूरी है.

    मी टू के सपोर्ट में मामी फिल्मोत्सव, रजत कपूर और एआईबी की फिल्में हटाई गईं

    अनुप्रिया वर्मा, मुंबई. नाना पाटेकर पर तनुश्री दत्ता के लगाए गए आरोपों के बाद मी टू ससे जुड़े कई मामले सामने आ रहे हैं. दो दिनों पहले रजत कपूर और ए आई बी ग्रुप के प्रमुख को लेकर भी मामले सामने आये हैं.

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    ऐसे में जल्द ही मुंबई में होने वाली मामी फिल्मोत्सव के प्रमुख ने निर्णय लिया है कि इस साल मामी फिल्म फेस्टिवल में रजत कपूर की फिल्म कड़क और एआईबी की फिल्म ‘चिंटू का बर्थ डे’ नहीं दिखाई जायेंगी. ये दोनों फिल्में पहले इस फिल्मोत्सव का हिस्सा थी लेकिन अब उन्हें हटा दिया गया है. मामी की तरफ से यह स्टेटमेंट जारी किया गया है. साथ ही इसमें कहा गया है कि वह चाहते हैं कि वर्क प्लेस पर सेक्सुअल हरासमेंट वाले मुद्दे पर लगातार बातचीत जरूरी है. वही दूसरी तरफ ऋतिक रोशन ने भी अपनी तरफ से सुपर 30 के निर्देशक विकास बहल को लेकर कड़ी निंदा की है और कड़े शब्दों में कहा है कि वह इस तरह के किसी शख्स के साथ काम नहीं करना चाहेंगे. वही दूसरी तरफ खबर यह भी है कि अमजॉन प्राइम के वेब सीरिज से भी विकास बहल का नाम हटाया गया है. बता दें कि तनुश्री के बाद कई फीमेल सेलेब्स इस मुद्दे को लेकर सामने आयी हैं, जिनमें विन्ता नंदा और आलोक नाथ के मुद्दे ने भी हलचल मचायी है.

    इस बीच तनुश्री दत्ता ने नाना पाटेकर मामले में पुलिस में शिकायत किए जाने के बाद अब महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग में शिकायत दर्ज कराई है। इसके अलावा सम्पत्ति की तोड़-फोड़ और धमकी के लिए तनुश्री ने मनसे के कार्यकर्ताओं के खिलाफ सीअार पीसी की धारा 154 के तहत शिकायत दर्ज कराई है। तनुश्री ने साल 2008 में हुई पूरी घटना का ब्योरा दिया है। उन्होंने इसके बारे में शिकायत पत्र में विस्तार से अपनी बात रखी है। तनुश्री ने अपनी शिकायत में लिखा है कि इस वक़्त उन्होंने पुलिस के कहने पर शिकायत तो दर्ज की, लेकिन वैसे बात नहीं रखी, जैसी उन्होंने कही थी। उन्होंने कहा है कि उनकी बात को तोड़ मरोड़ कर रखा गया। और गलत ढ़ंग से बात कही है। इसके अलावा इस शिकायत को मराठी में लिखा गया था, बावजूद इसके कि उन्हें और उन्हें पिता को मराठी नहीं आती थी।

    बता दें कि इस मामले में नाना ने पत्रकारों से बात करते हुए सिर्फ इतना कहा है कि वह फिलहाल इस पर बात नहीं करेंगे। उनके वकील ने कहा है कि उन्हें बात नहीं करनी है। उन्होंने कहा है की सच वही है और वही रहेगा जो दस साल पहले कहा था। 

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