इजराइल ने दी सुशांत सिंह राजपूत को श्रद्धांजलि, जानें-उनका इस देश के साथ कनेक्शन
सुशांत सिंह राजपूत के निधन के बाद इजराइल की ओर से भी श्रद्धांजलि दी है। ख़ास बात है कि इजराइल ने सुशांत सिंह राजपूत को अपना सच्चा दोस्त बताया है।
नई दिल्ली, जेएनएन। सुशांत सिंह राजपूत को इस दुनिया को अलविदा कह दिया। उनके जाने का गम पूरी दुनिया पर दिख रहा है। महज 34 साल की उम्र इस तरीके उनका दुनिया को छोड़ना फैंस लेकर आम आदमी तक को पसंद नहीं आ रहा है। आत्महत्या की वजह से कई लोगों को दुःख हुआ है। यह ग़म भारत से इतर पूरी दुनिया में नज़र आ रहा है। विदेशी यूनिवर्सिटी उन्हें याद कर रही हैं। अब इस मामले इजराइल भी शामिल हो गया है।
सुशांत सिंह राजपूत की निधन के बाद इजराइल से भी एक ख़ास संदेश आया है। इस सदेंश में सुशांत को इजराइल का सच्चा मित्र बताया गया है। दरअसल, इजराइल की तरफ से विदेश मंत्रालय के जनरल और डिप्टी डायरेक्टर Gilad Cohen ने एक ट्वीट किया। उन्होंने इस ट्वीट के जरिए अपना दुख जताया। उन्होंने लिखा, 'मैं सुशांत सिंह राजपूत के निधन पर संवेदना व्यक्त करता हूं। वो इजराइल के सच्चे दोस्त थे। आपकी बहुत याद आएगी। जब वो इजराइल आए थे, तब कुछ ऐसा हुआ था।' ख़ास बात है कि इस ट्वीट का सात वीडियो पोस्ट किया गया है।
Sending my deepest condolences on the passing of @its_sushant_fc, a true friend of Israel. You will be missed!
Check out one of the great things that came of his trip to Israel in the link below. #IsraelLooksEast #RIPSushantSinghRajput https://t.co/GM9bjM09XD" rel="nofollow pic.twitter.com/oukPiMFinh
— Gilad Cohen 🇮🇱 (@GiladCohen_) June 16, 2020
क्या सुशांत का इजराइल कनेक्शन
सुशांत सिंह राजपूत की एक फ़िल्म है ड्राइव। इसमें वह जैकलीन फर्नांडिस के साथ नज़र आए थे। बड़ी मशक्कत के बाद फ़िल्म नेटफ्लिक्स पर रिलीज़ हुई थी। इस फ़िल्म की शूटिंग के दौरान सुशांत और पूरी टीम इजराइल गई थी। इस फ़िल्म के गाने मखना की शूटिंग इजराइल में ही हुई थी। पूरी कास्ट इजराइल में मौजूद थी। Gilad Cohen अपने ट्वीट में इसी गाने का लिंक शेयर किया है।
फ्रांस की स्पेस यूनिवर्सिटी ने दी श्रद्धांजलि
इजराइल ही नहीं फ्रांस की एक यूनिवर्सटी ने भी सुशांत को श्रद्धांजलि दी। यूनिवर्सिटी ने अपनी वेबसाइट पर सुशांत को श्रद्धांजलि देते हुए लिखा कि उन्होंने समर 2019 में यूनिवर्सिटी के सेंट्रल कैंम्पस में आने का न्यौता स्वीकार कर लिया था, मगर दूसरे कामों में मसरूफियत की वजह से वो स्ट्रासबोर्ग की यात्रा नहीं कर सके। हमारी दुआएं सुशांत सिंह राजपूत के परिवार और दोस्तों के साथ हैं। वो भारत और दुनिया में लोगों की यादों में ताज़ा रहेंगे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।