Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    क्या उर्फी जावेद और जावेद अख्तर के बीच में है कोई कनेक्शन? एक्ट्रेस के ट्रोल होने पर शबाना आज़मी ने किया ट्वीट

    By Nazneen AhmedEdited By:
    Updated: Wed, 08 Sep 2021 11:59 AM (IST)

    ‘बिग बॉस ओटीटी’ कंटेस्टेंट और टीवी एक्ट्रेस उर्फी जावेद इन दिनों काफी चर्चा में है। शो से निकलने बाद उर्फी ने ‘बिग बॉस ओटीटी’ के दूसरे कंटेस्टेंट जीशान ख़ान पर जमकर अपना गुस्सा ज़ाहिर किया था जिस वजह से वो काफी चर्चा में आ गई थीं।

    Hero Image
    Photo credit - Urfi Javed and Shabana Insta Account

    नई दिल्ली, जेएनएन। ‘बिग बॉस ओटीटी’ कंटेस्टेंट और टीवी एक्ट्रेस उर्फी जावेद इन दिनों काफी चर्चा में है। शो से निकलने बाद उर्फी ने ‘बिग बॉस ओटीटी’ के दूसरे कंटेस्टेंट जीशान ख़ान पर जमकर अपना गुस्सा ज़ाहिर किया था जिस वजह से वो काफी चर्चा में आ गई थीं। इसके बाद हाल ही में उर्फी को मुंबई एयरपोर्ट पर स्पॉट किया गया। उर्फी कहीं बाहर से आयी थीं और उनके हाथ में सूटकेस था। इस दौरान उन्होंने जिस तरह के कपड़े पहने हुए थे वो देखकर यूज़र ने उनका बहुत मज़ाक उड़ाया था। इतना ही नहीं लोग उर्फी को बॉलीवुड लेखक जावेद अख्तर से लिंक करने लगे और उन्हें जावेद अख्तर की पोती कहकर ट्रोल करने लगे।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इन सारी ट्रोलिंग के बीच अब शबाना आज़मी ने ‘जावेद अख्तर की पोती’ वाली खबरों पर चुप्पी तोड़ दी है और ये साफ कर दिया है कि उर्फी का जावेद अख्तर से कोई लेना देना नहीं है। एक न्यूज़ आर्टिकल को रीट्वीट करते हुए शबाना आज़मी ने अपने ट्वीटर अकाउंट पर लिखा, ‘उर्फी जावेद हमारे साथ किसी भी तरह से संबंधित नहीं हैं’।

    उर्फी ने ट्रोलर्स को दिया था जवाब :

    टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ खास बातचीत में उर्फी ने ट्रोलर्स को जवाब देते हुए कहा था, 'अगर मुझे पब्लिसिटी ही चाहिए होती तो एयरपोर्ट पर मैं बिना कपड़ों के भी तो जा सकती थी। मैं जो कुछ भी हूं, अगर उसकी वजह से पब्लिसटी क्रिएट होती है तो अच्छा है। लोग सिर्फ मेरे बारे में बात क्यों नहीं कर सकते। मुझे ये समझ आ गया है कि मैं चाहे कुछ भी पोस्ट करूं या कहूं लोग कुछ ना कुछ कहेंगे ही। चाहे मैं बिकिनी पहन लूं या फिर सलवार सूट बस ऐसे ही कमेंट सुनने को मिलेंगे।'

    आगे उर्फी ने कहा, 'मैं लखनऊ के एक रुढ़ीवादी परिवार में पली बढ़ी लेकिन हमारे कपड़ों को लेकर कभी कोई दिक्कत नहीं हुई। आज मैं वो कपड़े पहनना चाहती हूं जो मुझे अच्छे लगते हैं और मुझे फर्क नहीं पड़ता की लोग क्या कहते हैं। मैं बहुत सी जगहों से प्रभावित होती हूं और फिर मैं वैसे ही कपड़े पहनती हूं।'