'बाथरूम के फ्लश हैंडल...', सलमान खान के बाद Emraan Hashmi ने कसा अवॉर्ड्स पर तंज
एक जमाना था जब बॉलीवुड में अवॉर्ड्स सितारों के लिए काफी वैल्यू रखते थे, क्योंकि ऑडियंस अपने फेवरेट स्टार के लिए वोट्स करके उन्हें जिताती थी। हाल ही में हक एक्टर इमरान हाशमी ने बताया कि बदलते वक्त के साथ अवॉर्ड्स फंक्शन कितने ज्यादा बदल चुके हैं और उन्होंने एक सुपरस्टार के अवॉर्ड को बाथरूम के काम में इस्तेमाल करने का किस्सा भी सुनाया।

अवॉर्ड फंक्शन पर इमरान हाशमी ने दी अपनी राय/ फोटो- Instagram
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। 2000 के दशक में फिल्म अवॉर्ड्स फैंस के लिए किसी फेस्टिवल से कम नहीं थे। शाह रुख खान से लेकर अमिताभ बच्चन, रानी और रेखा सहित सितारों की मस्ती और होस्टिंग को देखना फैंस के लिए किसी ट्रीट से कम नहीं होता था। खास बात ये है कि उस दौर में एक्ट्रेस की सादगी तो लोगों को भाती ही थी, लेकिन दर्शकों के पास भी ये मौका होता था कि वह अपने फेवरेट स्टार को वोट कर उनके साथ अवॉर्ड की खुशी को बांट सके।
हालांकि, बदलते समय के साथ अवॉर्ड्स नाइट्स की वह खूबसूरती भी धुंधली हो गई। कभी इंडियन फेस्टिवल्स की तरह सेलिब्रेट किया जाने वाले अवॉर्ड्स फंक्शन अब डेली रूटीन के इवेंट्स बन चुके हैं। हाल ही में इमरान हाशमी ने खुद एक इंटरव्यू में ये बताया कि वह क्यों अवॉर्ड फंक्शन्स से दूर रहते हैं। स्टार्स अवॉर्ड्स किस यूज में ला रहे हैं, इसका खुलासा भी उन्होंने किया।
अगर नाचोगे तो अवॉर्ड मिलेगा
एंटरटेनमेंट पोर्टल पिंकविला से खास बातचीत के दौरान इमरान हाशमी ने कहा, "अवॉर्ड्स शोज अब बस एक इवेंट बन चुका है। 20 अवॉर्ड फंक्शन्स होते हैं। जो ये अवॉर्ड फंक्शन अटेंड करते हैं और जिन्हें ये मिलता है, मुझे उनसे कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन समय के साथ इन्होने क्रेडिबिलिटी खो दी है। मैंने अपने करियर में ये बहुत जल्दी सीख लिया था, कि अगर आप इवेंट में परफॉर्म करते हो, तो आपको अवॉर्ड मिलेगा। मुझे भी ऐसी डील ऑफर हो चुकी है। अब अवॉर्ड्स आपके क्राफ्ट के बारे में नहीं, बल्कि एक बार्टर सिस्टम की तरह है"।
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इमरान हाशमी ने इसे भ्रामक बताते हुए आगे कहा, "मैं खुद को इस गलतफहमी ने नहीं रखना चाहता कि मैंने अवॉर्ड लिया और उसे शेल्व में रख दिया और खुद के लिए ताली बजा रहा हूं, ये बेईमानी है। अगर मेरे काम की सच्चाई को देखकर कुछ दिया जाएगा, तो मैं लूंगा, वरना ये बिल्कुल समय की बर्बादी करना है। शुरुआती दिनों में, मुझे अवॉर्ड नहीं भी मिल रहा होता था, तो भी मैं अवॉर्ड फंक्शन में बैठा रहता था, लेकिन अब मैं ये नहीं कर सकता। 30 मिनट में ही मेरे सिर में दर्द होने लगता है और अगर 1 बजे तक बैठ जाए, तो फिर पेन किलर लेनी ही पड़ती है"।
बाथरूम में फ्लश का हैंडल बनाकर यूज करता था अवॉर्ड
यामी गौतम ने जैसे ही 'बाथरूम' में अवॉर्ड लेने की प्रैक्टिस के बारे में बात करना शुरू किया, इमरान को तुरंत एक एक्टर का किस्सा याद आ गया और उन्होंने उसे सुनाते हुए कहा, "एक एक्टर था, मैं उनका नाम नहीं लूंगा, लेकिन वह अवॉर्ड को बाथरूम के फ्लश के हैंडल की तरह यूज करता था। उसे शुरुआत में ही ये एहसास हो गया था कि उनकी वर्थ क्या है। उसने अपने दरवाजे की कुंडी और फ्लश हैंडल सब अवॉर्ड से ही बनाए हुए हैं"।
वैसे इमरान हाशमी पहले ऐसे एक्टर नहीं हैं, जिन्होंने अवॉर्ड्स को लेकर सवाल खड़े किए हैं, उनसे पहले सलमान खान ने भी इंटरव्यू में ये कह दिया था कि वह अवॉर्ड्स को डोर स्टॉपर की तरह यूज करते हैं। उन्होंने ये साफ किया था कि उनके लिए फिल्मों को मिल रहा प्यार ही उनका असली अवॉर्ड है।

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