बिंदास अभिनय ने दिलाई करिश्मा को पहचान
अपने बिंदास अभिनय से दर्शकों के बीच खास पहचान बनाने वाली अभिनेत्री करिश्मा कपूर का जन्म 25 जून 1
मुंबई। अपने बिंदास अभिनय से दर्शकों के बीच खास पहचान बनाने वाली अभिनेत्री करिश्मा कपूर का जन्म 25 जून 1974 को मुंबई में हुआ था। करिश्मा बॉलीवुड में मशहूर कपूर खानदान से हैं और उन्हें अभिनय की कला विरासत में मिली हैं। उनके पिता रणधीर कपूर अभिनेता, जबकि मां बबीता जानी-मानी फिल्म अभिनेत्री थीं।
करिश्मा कपूर ने बतौर अभिनेत्री अपने सिने करियर की शुरुआत वर्ष 1991 में प्रदर्शित फिल्म 'प्रेम कैदी' से की। करिश्मा को उनके उपनाम लोलो से भी जाना जाता है।
कसमकस भरा था फिल्मी सफर
रणधीर कपूर से अलग होने के बाद बबीता अपने दोनों बेटियों करिश्मा और करीना के साथ रहने लगी थीं। उन्हें दोनों बेटियों के करियर की चिंता होने लगी थी। हालांकि उस समय कपूर खानदान में लड़कियों के काम करने पर मनाही थी, लेकिन बबिता चाहती थीं कि उनकी दोनों बेटियां फिल्मों में आएं।
करिश्मा को लांच करने के लिए बबीता ने फिल्मों के निर्माता और निर्देशकों से मिलना-जुलना शुरू हो कर दिया। करिश्मा साढ़े 15 साल की ही थीं तभी फिल्म निर्माता डी रामा नायडू ने करिश्मा को अपनी फिल्म प्रेम कैदी के लिए साइन कर लिया। 16 बरस पूरे होते ही उनकी पहली फिल्म 'प्रेम कैदी' रिलीज भी हो गई। इस फिल्म में साउथ फिल्मों के हीरो हरीश ने उनके साथ काम किया था। फिल्म औसत सफल हुई, लेकिन इस फिल्म में करिश्मा की लांचिंग बहुत खराब हुई।
करिश्मा का बुरा दौर यहीं से चलना शुरू हो गया। आने वाले सालों में 'पुलिस ऑफिसर', 'जागृति', 'सपने साजन के' जैसी फिल्में असफल हुई तो करिश्मा का करियर चलने से पहले ही ठहर गया।
इधर, मशहूर अभिनेता धर्मेद्र, करिश्मा को अपने बेटे बॉबी के साथ फिल्म 'बरसात' में लांच करना चाहते थे, लेकिन करिश्मा की फिल्मों की बुरी हालत को देखकर वह पीछे हट गए। यहीं पर करिश्मा टूटने लगी थीं। वह रात-रात भर रोती रहतीं थीं। कभी बबीता तो कभी उनकी छोटी बहन करीना कपूर उन्हें समझाती थीं।
घर का माहौल ऐसा हो गया था कि कोई खाना भी नहीं खाता। सब चुपचाप एक-दूसरे को सहारा देते रहते थे। राज कपूर का नाम होने के बाद भी कोई बड़ा फिल्मकार करिश्मा को रीलांच करने के लिए आगे नहीं आया।
करिश्मा का करियर सही मायने में डेविड धवन ने बदला। 1994 में जब फिल्म 'राजा बाबू' आई तब पहली बार करिश्मा को दर्शकों ने नोटिस किया। फिल्म भले ही गोविंदा की कॉमेडी की वजह से चली, लेकिन करिश्मा के काम को भी सराहा गया।
डेविड धवन ने करिश्मा की सेक्सी इमेज को भुनाने का प्रयास किया। राजा बाबू फिल्म में 'सरकाई लो खटिया' गाना खूब चला। इसी इमेज को खुद्दार फिल्म में 'सेक्सी सेक्सी मुझे लोग बोले' गाने में भी भुनाया गया।
करिश्मा की किस्मत का सितारा वर्ष 1996 में प्रदर्शित फिल्म 'राजा हिंदुस्तानी' से चमका। इस फिल्म में उनके नायक के रूप में आमिर खान थे। बेहतरीन गीत, संगीत और अभिनय से सजी इस फिल्म की कामयाबी ने करिश्मा कपूर को स्टार के रूप में स्थापित कर दिया।
वर्ष 1997 में प्रदर्शित फिल्म 'दिल तो पागल है' करिश्मा कपूर के सिने करियर की एक और महत्वपूर्ण फिल्म साबित हुई। यश चोपड़ा के निर्देशन में बनी इस फिल्म में उनका मुकाबला माधुरी दीक्षित से था। बावजूद इसके अपने सधे हुए अभिनय से वह दर्शकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने में सफल रहीं।
करिश्मा व अभिषेक की टूटी सगाई?
साल 2002 में बॉलीवुड की एक ऐसी खबर ने सबको चौंका दिया जिसकी किसी को उम्मीद नहीं थी। खबर यह थी कि बॉलीवुड के दो बड़े परिवारों बच्चन और कपूर परिवार के बीच रिश्ते की। साल 2003 में बॉलीवुड के बादशाह अमिताभ बच्चन ने अपने बेटे अभिषेक बच्चन की सगाई करिश्मा कपूर से करने का निर्णय लिया। बॉलीवुड का हर शख्स करिश्मा और अभिषेक के संबंध को लेकर बहुत खुश था, लेकिन अचानक खबरें आने लगीं कि अभिषेक और करिश्मा की सगाई टूट गई है।
दोनों के ही परिवारों ने रिश्ता टूटने का कारण नहीं बताया। कुछ ही दिनों बाद करिश्मा और दिल्ली के एक व्यवसायी संजय कपूर के बीच रिश्ते की खबरें आई। लेकिन इस रिश्ते के टूटने से अभिषेक को बिल्कुल धक्का नहीं लगा और उन्होंने साल 2007 में ऐश्वर्या राय से शादी कर ली।
करिश्मा और संजय की शादी
करिश्मा कपूर को भले ही फिल्मी करियर में सफलता मिली, लेकिन निजी जिंदगी में वे सफल नहीं हो पाई। संजय के साथ भी करिश्मा का रिश्ता ज्यादा दिन नहीं चला। सूत्रों के मुताबिक दोनों तलाक लेने के लिए रजामंद हैं और दोनों अब साथ नहीं रहते। बच्चों की कस्टडी को लेकर दोनों के बीच बातचीत चल रही है। दोनों में इस बात को लेकर समझौता होना है कि दोनों बच्चे कानूनी तौर पर उनके पास बारी-बारी से रहेंगे। यानी बच्चों को रखने का अधिकार दोनों को समान रूप से मिलेगा। मगर मुश्किल यह है कि करिश्मा मुंबई में रहती हैं जबकि संजय दिल्ली में रहते हैं। इसलिए तय नहीं हो पाया है कि बच्चे किसके पास रहेंगे। इस मसले पर सहमति बनते ही दोनों तलाक के लिए अर्जी दे देंगे।
हालांकि दंपती ने इस मामले पर चुप रहने का फैसला किया है। अभिषेक बच्चन से अलगाव के बाद करिश्मा ने संजय से शादी की थी। संजय ने भी लोलो से शादी से कुछ दिन पहले ही अपनी पहली पत्नी फैशन डिजाइनर नंदिता मेहतानी से तलाक लिया था। करिश्मा और संजय कपूर का वैवाहिक जीवन कभी सुखद नहीं रहा। 2005 में बेटी समायरा को जन्म देने के बाद करिश्मा पति से अलग मुंबई में रहने लगी थी। फिर समझौता होने के बाद 2010 में दोनों साथ-साथ रहने लगे। उन्हें एक बेटा भी है। इस बीच, संजय और दिल्ली की उद्यमी प्रिया चटवाल के बीच अफेयर की भी कुछ खबरें आने लगी थी। बताया जाता है कि उसके बाद से ही करिश्मा और संजय के रिश्ते में तल्खी आनी शुरू हो गई।
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