Gulshan Kumar Birth Anniversary: जानें कैसे जूस बेचने वाले गुलशन कुमार अचानक बने करोड़ों के मालिक
Gulshan Kumar Birth Anniversary गुलशन कुमार का पूरा नाम गुलशन कुमार दुआ है। उनका जन्म दिल्ली के पंजाबी परिवार में हुआ था।
नई दिल्ली, जेएनएन। बॉलीवुड में अपने दम पर एक मुकाम हासिल करने वाले गुलशन कुमार आज भी लोगों के दिलों में जिंदा हैं। दिल्ली का एक फल बेचने वाला एक आम पंजाबी परिवार का लड़का न केवल फिल्म निर्माता बना, बल्कि उनके जाने के बाद भी आज उनकी म्यूजिक कंपनी आज भी देश की सबसे बड़ी कंपनी है। आज गुलशन कुमार का जन्मदिन है। उनका जन्म 5 मई, 1951 को हुआ था। उनके पिता दिल्ली के दरियांगज इलाके में जूस बेचने का काम करते थे, और उन्होंने वहीं से ठेले पर कैसेट्स ऑडियो रिकॉर्ड्स बेचने का काम शुरू किया।
यहीं से उनके अंदर संगीत को लेकर दिलचस्पी जगी। इसके बाद उन्होंने आगे चलकर अपने व्यवसाय को और बढ़ाया और सुपर कैसेट इंडस्ट्रीज के नाम से अपनी कंपनी शुरू की। बाद में उन्होंने दिल्ली से सटे नोएडा में एक म्यूजिक कंपनी खोली और 1970 के दशक में बेहतरीन क्वॉलिटी के संगीत कैसेट बेचने के कारोबार को फैला दिया। आज हम इस खास मौके पर जानते हैं गुलशन कुमार की जिंदगी से जुड़ी कुछ खास बातें...
गुलशन कुमार का पूरा नाम गुलशन कुमार दुआ है। उनका जन्म दिल्ली के पंजाबी परिवार में हुआ था। गुलशन कुमार अपने पिता के पिता चंद्र भान दुआ के साथ दिल्ली के दरियागंज में जूस की दुकान में उनका साथ देते थे। कुछ समय बाद उन्होंने यह काम छोड़ दिया और दिल्ली में ही कैसेट्स की दुकान खोल ली जहां पर वह सस्ते दाम में गानों की कैसेट्स बेचा करते थे।
देखते ही देखते गुलशन कुमार का ये काम आगे बढ़ गया और उन्होंने नोएडा में 'टी सीरीज' नाम से म्यूजिक कंपनी खोल ली। बस फिर क्या था इसके बाद गुलशन कुमार ने दिल्ली से मुंबई का रुख किया और वह वहां मुंबई चले गए। बता दें कि वह बेहतरीन फिल्म निर्माता के साथ ही एक शानदार सिंगर भी थे। उन्होंने ढेर सारे भक्ति गाने गाए जिन्हें लोग आज भी खूब पसंद करते हैं। गुलशन कुमार की आवाज में भक्ति संगीत 'मैं बालक तू माता शेरा वालिए' को लोगों ने हमेशा पसंद किया है।
इतना ही नहीं गुलशन कुमार ने कई गायकों के करियर को भी बनाया। उन्होंने सोनू निगम, अनुराधा पौडवाल और कुमार सानू जैसे सदाबहार गायक लॉन्च किए। गुलशन कुमार ने टी सीरीज के जरिए संगीत को लोगों के घर-घर पहुंचाने का काम किया, लेकिन साल 1997 में एक ऐसा हादसा हुआ जिसने हर किसी को हिलकर रख दिया था। 12 अगस्त, 1997 को मुंबई के एक मंदिर के बाहर गुलशन कुमार को कुछ बदमाशों ने गोली मार हत्या कर दी थी।
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