Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    हॉलीवुड में रिलीज हुई थी Dharmendra की यह फिल्म, डायलॉग बोलने के लिए लेनी पड़ी थी अंग्रेजी की ट्यूशन

    धर्मेंद्र ने अपने करियर में तकरीबन हर जॉनर की फिल्म की है। जितना प्यार उन्हें रोमांस के लिए मिला उतना एक्शन के लिए भी। उनकी कुछ फिल्में ऐसी भी हैं जिन्हें ट्रेंड सेटर कहा जा सकता है। सत्तर के दौर में धर्मेंद्र ने अपने करियर की कुछ शानदार और यादगार फिल्में दी थीं। इनमें से एक शोले है जो हिंदी सिनेमा की सबसे बड़ी फिल्मों में शामिल है।

    By Manoj Vashisth Edited By: Manoj Vashisth Updated: Thu, 29 Aug 2024 05:41 PM (IST)
    Hero Image
    शालीमार में धर्मेंद्र जीनत और माइल्स के साथ। फोटो- इंस्टाग्राम/धर्मेंद्र

    एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। धर्मेंद्र ने अपने करियर में एक से बढ़कर एक फिल्में की हैं। उन्होंने रोमांस से लेकर एक्शन और कॉमेडी में अपनी अदाकारी का हुनर दिखाया है, मगर क्या आपको पता है कि धर्मेंद्र की एक फिल्म हिंदी और अंग्रेजी में बनी थी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    अमेरिका में यह फिल्म अंग्रेजी नाम से रिलीज हुई थी। भाषा के कारण उनके लिए यह फिल्म शूट करना आसान नहीं था। सेट पर घंटों अंग्रेजी सीखनी पड़ती थी।

    अगर आप धर्मेंद्र के फैन हैं तो शालीमार फिल्म जरूर देखी होगी। 1978 में आई इस स्पाइ थ्रिलर फिल्म में धर्मेंद्र ने एक सीबीआई ऑफिसर का रोल निभाया था, जो 135 करोड़ के हीरे की चोरी के एक मिशन पर जाता है। हालांकि, इस मिशन की सच्चाई कुछ और ही होती है। धर्मेंद्र के साथ जीनत अमान फीमेल लीड में थीं। इस फिल्म का निर्देशन कृष्ण शाह ने किया था और कहानी भी उन्हीं की थी। शालीमार के बारे में कई दिलचस्प बाते हैं।

    यह भी पढ़ें: Resham Ki Dori: वो फिल्म, जिसके लिए धर्मेंद्र को आखिरी बार मिला था बेस्ट एक्टर का नॉमिनेशन और उम्रभर की कसक

    धर्मेंद्र को लेनी पड़ी अंग्रेजी की ट्यूशन

    इस फिल्म से जुड़ा एक दिलचस्प किस्सा जीनत अमान ने शेयर किया था। उन्होंने बताया था कि इस फिल्म की शूटिंग के दौरान उन्हें और धरम जी को ट्यूशन लेनी पड़ती थी।

    दरअसल, धर्मेंद्र का हाथ अंग्रेजी में तंग था, जबकि जीनत की हिंदी कमजोर थी। शूटिंग खत्म करने के बाद धर्मेंद्र घंटों तक अंग्रेजी की ट्यूशन लेते थे, जबकि जीनत हिंदी की। दोनों अपनी-अपनी लाइंस की प्रैक्टिस किया करते थे।

    इंडो-अमेरिकी कलाकारों ने निभाये किरदार

    धर्मेंद्र की इस फिल्म का प्लॉट 'द वल्चर इज अ पेशेंट बर्ड' (The Vulture Is A Patient Bird) नाम के नॉवल से लिया गया था, जिसे जेम्स हेडली चेज ने लिखा था। अंग्रेजी में फिल्म का नाम रेडर्स ऑफ द सेक्रेड स्टोन (Raiders Of The Sacred Stone) था। शालीमार में हिंदी सिनेमा के साथ हॉलीवुड के कलाकारों ने भी अहम किरदार निभाये थे।  

    यह भी पढ़ें: जीनत अमान के लिए Bruce Le से लड़ बैठे थे Dharmendra, 43 साल पुराना है रोचक किस्सा

    कादर खान हिंदी में बने थे विलेन की आवाज

    इंग्लिश एक्टर सर रेक्स हैरीसन ने खलनायक की भूमिका निभाई थी। हिंदी में उनके किरदार के लिए कादर खान ने डबिंग की थी। अमेरिकी एक्टर जॉन सेक्सन और सिल्विया माइल्स भी अहम भूमिकाओं में दिखे थे। कहा जाता है कि यह भारतीय सिनेमा की सबसे महंगी फिल्म है। 

    फिल्म में शम्मी कपूर ने भी एक अहम किरदार निभाया था। इस फिल्म में आखिरी बार मोहम्मद रफी ने शम्मी को अपनी आवाज दी थी। फिल्म की रिलीज के दो साल बाद 1980 में मोहम्मद रफी का निधन हो गया था।