13 साल की उम्र में घर से भाग गईं थीं दीप्ति नवल, बोलीं- भारत अब महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं रहा
श्याम बेनेगल की 1978 की फिल्म जूनून से बॉलीवुड में कदम रखने वाली दीप्ति ने 2019 में जोया अख्तर की मेड इन हेवन के साथ शोबिज में वापसी की। वह एमएक्स प्लेयर की पवन एंड पूजा और क्रिमिनल जस्टिस बिहाइंड क्लोज्ड डोर्स इन 2020 में भी देखी गई थीं।

नई दिल्ली, जेएनएन। अभिनेत्री दीप्ति नवल ने याद किया कि कैसे वह 13 साल की उम्र में कश्मीर भाग गई थीं। अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने भारत में महिला सुरक्षा के विषय पर भी अपनी राय जाहिर की और कहा कि देश में महिलाओं के प्रति अपराध बढ़ गए हैं।
घर से भाग गईं थीं दीप्ति नवल
दीप्ति नवल ने बताया कि बचपन में उन्होंने कश्मीर पर बनी काफी सारी मूवी देखी थी। अमृतसर में रहकर दीप्ति ने कहा कि वह हमेशा पहाड़ों पर जाने का सपना देखती थी। उन्होंने कहा- 'तो, मैंने एक दिन छुट्टी लेने, घर छोड़ने और कश्मीर में रहने का फैसला किया। मैंने पठानकोट के लिए एक ट्रेन ली, और फिर मैं जम्मू के लिए एक बस लेने जा रहा थी, फिर इसके बाद मैं दूसरी बस श्रीनगर के लिए लेती। लेकिन मैं पठानकोट में ही पकड़ी गई। पुलिस मुझे मेरे माता-पिता के पास वापस लाई। अमृतसर में मेरी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी जो कि वापस ली गई।
'तब भारत वो देश नहीं था'
परिदृश्य अब कैसे बदल गया है, खासकर लड़कियों के लिए, इस बारे में बात करते हुए, दीप्ति ने ई-टाइम्स से कहा, 'उस समय, मैंने सोचा भी नहीं था कि यह सुरक्षित था या नहीं। मैं बस घर से बाहर चली गई और पहाड़ों की तरफ जाने वाली ट्रेन पकड़ ली। लेकिन उस वक्त हालात अलग थे। तब भारत वो देश नहीं था वहां एक लड़की ट्रेन में खुद से बैठ सकती थी और एक ऐसे प्लेटफॉर्म पर उतर सकती थी, जो उसके लिए पूरी तरह से अनजान हो।
भारत में बढ़ें हैं महिलाओं के खिलाफ अपराध
जाहिर है, आज के समय में ऐसा करना संभव नहीं है। आजकल क्राइम बहुत ज्यादा है। भारत अब महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं है। मैंने अपने जीवन में बहुत सारे मौके लिए हैं। मैं घर वापस आ गई क्योंकि उस वक्त माहौल इतना खराब नहीं था। लोग आपका ख्याल रखते थे। अब समय अलग है। महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ गए हैं, अब आप साहसी नहीं हो सकते।"
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