अपनी शादी को लेकर मुश्किलों में आईं एक्ट्रेस नुसरत जहां, भाजपा सांसद ने की लोकसभा अध्यक्ष से कार्रवाई की अपील
बंगाली फिल्मों की मशहूर अभिनेत्री और तृणमूल कांग्रेस की सांसद नुसरत जहां इन दिनों अपनी निजी जिंदगी को लेकर काफी सुर्खियों में हैं। उन्होंने बीते दिनों पति निखिल जैन से अपनी शादी को अमान्य बताया था। जिसके बाद इस पर राजनीतिक घमासान शुरू हो गया है।
नई दिल्ली, जेएनएन। बंगाली फिल्मों की मशहूर अभिनेत्री और तृणमूल कांग्रेस की सांसद नुसरत जहां इन दिनों अपनी निजी जिंदगी को लेकर काफी सुर्खियों में हैं। उन्होंने बीते दिनों पति निखिल जैन से अपनी शादी को अमान्य बताया था। जिसके बाद इस पर राजनीतिक घमासान शुरू हो गया है। अब भारतीय जनता पार्टी की सांसद संघमित्रा मौर्य नुसरत जहां की शादी के मुद्दे को संसद भवन में ले गई हैं।
संघमित्रा मौर्य ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला से नुसरत जहां की ओर से अपनी शादी के बारे में 'झूठी जानकारी' देने पर कार्रवाई करने की मांग की है। न्यूज एजेंसी एएनआई की खबर के अनुसार संघमित्रा मौर्य ने लोकसभा अध्यक्ष से कहा है कि नुसरत को अपने निजी जिंदगी का अधिकार है। किसी को भी इसका अतिक्रमण नहीं करना चाहिए। लेकिन अपनी शादी को लेकर हाल ही में उन्होंने जो बयान दिया है उसका सीधा मतलब है कि उन्होंने जानबूझकर संसद में गलत जानकारी दी है।
संघमित्रा मौर्य के अनुसार इस मामले को नुसरत जहां के अवैध और नैतिक आचरण की विस्तृत जांच हो। साथ ही उनके खिलाफ उचित कार्रवाई के लिए आचार समिति को भेजा जाए। संघमित्रा मौर्य का मानना है कि नुसरत जहां ने झूठी जानकारी देकर अपने मतदाताओं को धोखा दिया, जिससे इससे संसद और उसके सदस्यों का नाम खराब होता है। उत्तर प्रदेश के बदायूं से भाजपा सांसद संघमित्रा मौर्य ने हाल ही में पत्र लिखकर नुसरत की सदस्यता को गैर स्थायी बताया है।
संघमित्रा मौर्य ने नुसरत जहां को लेकर पत्र में लिखा, 'टीएमसी सांसद की वैवाहिक स्थिति के बारे में मीडिया में दिए बयान को लोकसभा सदस्यता के लिए उनकी शपथ का खंडन करता है, जिसमें उन्होंने 25 जून, 2019 को निखिल जैन की पत्नी बताकर ली थी।' आपको बता दें कि बीते दिनों निखिली जैन से शादी टूटने को लेकर नुसरत जहां ने कहा था कि उनकी शादी तुर्की के कानून के हिसाब से हुई थी, जो भारतीय कानून के अनुसार वैध नहीं है।
नुसरत ने कहा था कि तुर्की मैरेज रेग्युलेशन के अनुसार विदेशी धरती पर आयोजित होने के चलते ये सेरेमनी अमान्य है। चूंकि यह एक अंतर-जातीय विवाह है इसलिए इसका भारत के 'स्पेशल मैरेज एक्ट' में मान्य होना जरूरी है, जो कि नहीं हुआ है। कानून के आधार पर यह शादी मान्य नहीं है बल्कि एक रिश्ता या 'लिव-इन-रिलेशनशिप है। ऐसे में तलाक लेने का सवाल ही नहीं उठता।
नुसरत ने कहा कि उनका अलगाव काफी पहले हो गया था, लेकिन उन्होंने इसके बारे में बात नहीं की क्योंकि वे अपनी निजी जिंदगी को निजी रखना चाहती थीं इसलिए उनकी किसी भी बात को अलगाव से जोड़कर कोई भी जज न करे। जिस शादी की बात हो रही है, वह मान्य नहीं है और इसलिए कानून की नजर में यक्ष शादी है ही नहीं।