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    'वो पानी मांगती रहीं लेकिन...' Arshad Warsi ने बताया मां के निधन वाली रात का सीन, आज भी होता है इसका अफसोस

    Updated: Wed, 29 Oct 2025 08:29 PM (IST)

    अभिनेता अरशद वारसी (Arshad Warsi) ने अपनी जिंदगी की सबसे दर्दनाक यादों में से एक के बारे में खुलकर बात की है। उनके माता-पिता बहुत ही कम उम्र में गुजर गए थे। राज शमानी के पॉडकास्ट पर बात करते हुए, मुन्ना भाई एमबीबीएस स्टार ने बताया कि वह सिर्फ़ 14 साल के थे जब उनके माता-पिता का निधन हो गया।

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    अरशद वारसी की मां का बहुत जल्दी हो गया था निधन (फोटो-इंस्टाग्राम)

    एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। एक्टर अरशद वारसी (Arshad Warsi) सिर्फ 14 साल के थे जब उनके माता-पिता खत्म हो गए थे। छोटी सी उम्र में ही एक्टर मैच्योर हो गए थे। राज शमानी के पॉडकास्ट पर, अरशद ने उस आखिरी पल के बारे में बात की जब उन्होंने अपनी मां को जीवित देखा लेकिन कुछ कर नहीं पाए। अरशद ने कहा कि ये एक ऐसा पल है जिसे वह आज भी बदलना चाहते हैं।

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    डॉक्टरों ने किया था मना

    अरशद वारसी ने बताया कि उनकी मां गृहिणी थीं जो बहुत ही अच्छा खाना बनाती थीं। उनकी किडनी फेल हो गई थी और वह डायलिसिस पर थीं। डॉक्टरों ने परिवार को चेतावनी दी थी कि उन्हें पानी न दिया जाए। लेकिन इस छोटे से लड़के के लिए अपनी मां को 'ना' कहना नामुमकिन था।

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    अंदर तक झकझोर जाती है ये बात

    उनके देहांत से एक दिन पहले की रात को याद करते हुए अरशद ने कहा, 'डॉक्टरों ने हमें उन्हें पानी न देने के लिए कहा था और वह बार-बार पानी मांगती रही। मैं मना करता रहा। मौत से एक रात पहले, उन्होंने मुझे बुलाया और फिर से पानी मांगने लगी। उसी रात उनकी मौत हो गई। यह बात मुझे अंदर तक झकझोर कर रख गई।"

    दिमाग में घूमती रहती है एक ही बात

    उन्होंने बताया कि कैसे वह सदमा आज भी उनके दिमाग में घूम रहा है, जबकि उन्हें पता है कि उन्होंने वही किया जो डॉक्टरों ने सलाह दी थी। अरशद ने कहा, "मेरे अंदर एक ऐसा भी हिस्सा है जो मुझे बार-बार कहता है कि अगर मैंने उन्हें पानी दिया होता और उसके बाद उसकी मौत हो जाती, तो जिंदगी भर मैं यही सोचता रहता कि उनकी मौत इसलिए हुई क्योंकि मैंने उन्हें पानी दिया था।"

    बहुत सारे पैसे गंवा दिए - अरशद

    माता-पिता दोनों के गुजर जाने के बाद उनकी जिंदगी रातों-रात बदल गई। उन्होंने आगे कहा,"मैं अपनी उम्र के हिसाब से बहुत समझदार था, बचपन में भी। ऐसा इसलिए था क्योंकि हमने बहुत सारा पैसा गंवा दिया था। मेरे पिता संघर्ष कर रहे थे और उनकी हालत लगातार खराब होती जा रही थी। हमने एक बड़े घर से शुरुआत की थी, उसे छोड़ना पड़ा और घर छोटे होते गए। मेरे माता-पिता के गुजर जाने के बाद, मैं मुश्किल से रोया, क्योंकि मैं एक इंसान बनने की कोशिश कर रहा था। मैं चीजों को सुलझाने की कोशिश कर रहा था। हफ़्तों बाद, जब सब कुछ एक साथ मेरे साथ हुआ, तो मैं रोया।"

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