Anupam Kher ने कांग्रेस नेता सांसद शशि थरूर को बताया दिमागी तौर पर कंगाल और बेरोज़गार, जानें पूरा मामला
Anupam Kher कांग्रेस नेता और सांसद शशि थरूर से ट्विटर पर उलझ गये हैं। शशि ने अनुपम के एक पुराने ट्वीट को रीट्वीट करके उन्हें घेरा तो अनुपम ने शशि को दिमागी रूप से कंगाल बता दिया।
नई दिल्ली, जेएनएन। अनुपम खेर सोशल मीडिया में काफ़ी सक्रिय हैं और सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर अपनी टिप्पणी करते रहते हैं। ख़ासकर, ऐसे मुद्दे जो सरकार और देश से जुड़े हों। कई बार उनकी ट्रोलिंग भी होती है, मगर अनुपम जवाब देने में माहिर हैं। फ़िलहाल, अनुपम कांग्रेस नेता और सांसद शशि थरूर से ट्विटर पर उलझ गये हैं। शशि ने अनुपम के एक पुराने ट्वीट को रीट्वीट करके उन्हें घेरा तो अनुपम ने शशि को दिमागी रूप से कंगाल बता दिया।
अनुपम खेर ने 2012 में एक ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने एडवर्ड एबे के एक कथन को लिखा था, जिसका अनुवाद है- एक देशभक्त को हमेशा अपनी सरकार से अपने देश की हिफ़ाजत करने के लिए तैयार रहना चाहिए। बता दें कि 2012 में देश में यूपीए की सरकार थी। इस ट्वीट को रीट्वीट करते हुए शशि थरूर ने मार्क ट्वेन का कथन लिखा और कहा- शुक्रिया अनुपम खेर, आपसे पूरी तरह सहमत हूं। अपने देश का हमेशा साथ देना और जब ज़रूरत हो तब सरकार का साथ देना देशभक्ति है।
शशि के इस ट्वीट पर अनुपम खेर ने लिखा- प्रिय शशि थरूर, आपने मेरे 2012 के ट्वीट को ढूंढकर निकाला। आज उस पर टिप्पणी की। यह ना केवल आपकी बेरोज़गारी और दिमागी कंगाली का प्रमाण है, बल्कि आप इंसानी तौर पर कितना गुर चुके हैं, इसका भी सबूत है। मेरा यह ट्वीट जिन लोगों के लिए था, वे आज भी भ्रष्टाचार का प्रतीक हैं। आप इसे जानते हैं।
प्रिय @ShashiTharoor! आपने मेरे 2012 के ट्वीट को ढूंढकर निकाला, आज उस पर टिप्पणी की। ये न केवल आपकी बेरोज़गारी और दिमाग़ी कंगाली का प्रमाण है।बल्कि आप इंसानी तौर पर कितना गिर चुके हैं इसका भी सबूत है।मेरा ये ट्वीट जिन लोगों के लिए था वह आज भी भ्रष्टाचार का प्रतीक हैं।You Know It. pic.twitter.com/IUaD9vVPwM— Anupam Kher (@AnupamPKher) June 28, 2020
शशि थरूर भी कहां पीछे हटने वाले थे। उन्होंने अनुपम को इसका जवाब देते हुए लिखा- प्रिय अनुपम खेर, तो आपके 2012 के ट्वीट के बारे में बताया नीचे गिरना है। उस सरकार के बारे में क्या कहेंगे, जो सिर्फ़ 1962, 1975 और 1984 के बारे में बात करती रहती है। यह भी बेरोज़गारी और दिमागी कंगाली का अंतिम प्रमाण है?
. Dear @anupamPKher: So my quoting your 2012 tweet is stooping low; what would you say about a Govt that only quotes 1962,1975& 1984? यह भी बेरोज़गारी और दिमाग़ी कंगाली का अंतिम प्रमाण है? मेरा ये ट्वीट जिन लोगों के लिए हैं वह आज भी अपनी नाकामयाबी दिखा रहे हैं भारत के सीमे में.— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) June 28, 2020
यूज़र्स दोनों के बीच होने वाली इस दिलचस्प खींचतान को एंजॉय कर रहे हैं।