'काम की कोई उम्र नहीं...' Ananya Panday ने अपनी दादी को देखकर सीखी ये खास बात, बताया मां से क्या मिली सीख?
अनन्या पांडे बी टाउन के ज्यादातर पॉपुलर एक्टर्स के साथ काम कर चुकी हैं। उन्होंने स्टूडेंट ऑफ द ईयर 2 से एक्टिंग की शुरुआत की थी। इन दिनों एक्ट्रेस का नाम कई बड़े प्रोजेक्ट्स के साथ जुड़ रहा है। अनन्या अक्सर अपनी पर्सनल लाइफ पर खुलकर बात करती हैं। अब उन्होंने अपनी दादी नानी और मां से मिली सीख के बारे में बताया है।
प्रियंका सिंह, मुंबई। चंकी पांडे की बेटी अनन्या पांडे फिल्मी दुनिया में अपनी पहचान एक्टिंग की बदौलत बना चुकी हैं। साल 2019 में उन्होंने स्टूडेंट ऑफ द ईयर 2 से एक्टिंग की शुरुआत की। इसके बाद वह लगातार एक से बढ़कर एक बिग स्टारर फिल्मों में काम कर रही हैं। अनन्या का नाम उन एक्ट्रेस की लिस्ट में भी शामिल किया जाता है, जो ओटीटी पर भी अपनी फिल्मों के जरिए लोगों का दिल जीत चुकी हैं। अब उन्होंने जागरण को दिए इंटरव्यू में अपनी पर्सनल लाइफ के बारे में खुलकर बात की।
अनन्या पांडे को अपने घर से मिला मार्गदर्शन
जीवन में सही मार्गदर्शक हो, तो सही राह पर चलना, निर्णय लेना आसान हो जाता है। अभिनेत्री अनन्या पांडे को वह मार्गदर्शक अपने घर में ही मिला है। अनन्या बताती हैं कि ‘मां, नानी और दादी से बेहतर भला मुझे कौन सिखा सकता है। मां (भावना पांडे) ने हमेशा इस पर जोर दिया है कि मैं अच्छी इंसान बनूं।
उनका कहना है कि जिंदगी में हर चीज आएगी और चली जाएगी, जिसमें सफलता, पैसा सब शामिल होगा, लेकिन इससे कभी निराश मत होना। इन चीजों पर आपका कोई नियंत्रण नहीं होता है। अगर हम अच्छे इंसान बनें, आस-पास वालों से अच्छी तरह बात करें, उनकी बातें सुनें, तो उनकी जिंदगी को भी बेहतर बना सकते हैं और वह आपको हमेशा याद रखते हैं।
Photo Credit- Instagram
ये भी पढ़ें- दिल टूटे आशिक से सीधे चॉकलेटी ब्वॉय बने Kartik Aaryan, शुरू की ‘तू मेरी मैं तेरा, मैं तेरा तू मेरी’ की शूटिंग
मां भावना पांडे के बारे में क्या बोलीं अनन्या?
एक्ट्रेस ने अपनी मां के बारे में बात करते हुए आगे बताया कि 'मां बर्ताव और शिष्टाचार को लेकर हमेशा सख्त रही हैं। मेरे लिए उनकी सिखाई ये बातें हमेशा काम आई हैं। मेरी नानी और दादी भी सशक्त महिलाएं हैं। मेरी दादी और नानी ने मुझे बड़ा करने में बहुत अहम भूमिका निभाई है। मैंने उनके साथ बहुत वक्त बिताया है। दादी अब नहीं रहीं, लेकिन मुझ पर उनका बहुत प्रभाव रहा है। कोरोनाकाल से पहले तक मेरी दादी हर दिन काम पर जाती थीं, तब उनकी उम्र 83-84 साल रही होगी। उन्हें काम करना बहुत पसंद था। उनसे मैंने सीखा कि काम की कोई उम्र नहीं होती है।'
Photo Credit- Instagram
मेरी नानी बहुत मासूम सी दिखती हैं। उनकी प्यारी सी मुस्कान है, लेकिन उनकी उम्र पर न जाएं, वह बहुत स्ट्रांग महिला हैं। मैंने उनसे सीखा है कि हर चीज चिल्लाकर नहीं समझाई जा सकती है। किसी को अपनी बात एक बार में समझानी हो, तो आप शांत होकर भी अपना मुद्दा रख सकते हैं, जिसका प्रभाव चिल्लाने से ज्यादा पड़ेगा।’
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।