Chandrayaan 3 की लॉन्चिंग पर Akshay Kumar ने शेयर किया पुराना ट्वीट, 'चंद्रयान 2' के फेल होने पर कही थी ये बात
Chandrayaan 3 Launch चंद्रयान 3 आज दोपहर को लॉन्च होने वाला है। चंद्रयान 2 के फेल होने के चार साल बाद पूरी तैयारी के साथ इसरो चंद्रयान 3 को पूरा करने की योजना बनाए हुए है। हाल ही में अक्षय कुमार ने भी इस मिशन पर खुशी जताई है। साथ ही अपना चार साल पुराना ट्वीट फिर से शेयर किया है।
नई दिल्ली, जेएनएन। Akshay Kumar On Chandrayaan 3 Launch: आज देश के लिए गर्व की बात है, क्योंकि कुछ ही घंटों में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) 'चंद्रयान 3' को लॉन्च करेगा। आम जनता से लेकर सेलिब्रिटीज तक, इस मिशन को लेकर बेहद खुश हैं। साल 2019 में जब 'चंद्रयान 2' का मिशन फेल हुआ था, तब अक्षय कुमार ने 'चंद्रयान 3' की लॉन्चिंग पर बात की थी। अब चूंकि 'चंद्रयान 3' लॉन्च हो रहा है तो अक्षय कुमार ने अपना पुराना ट्वीट फिर से शेयर किया है।
चंद्रयान 3 पर क्या बोले अक्षय कुमार?
अक्षय कुमार ने 14 जुलाई 2023 को अपने चार साल पुराने ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखा, "अब उठने का समय आ गया है। हमारे सभी वैज्ञानिकों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं। चंद्रयान 3 के लिए एक अरब दिल आपके लिए प्रार्थना कर रहे हैं।" साथ ही एक्टर ने इसरो को भी टैग किया है।
And the time has come to rise! Great luck to all our scientists at @isro for #Chandrayaan3. A billion hearts are praying for you. 🙏 https://t.co/Lbcp1ayRwQ— Akshay Kumar (@akshaykumar) July 14, 2023
साल 2019 में अक्षय कुमार ने 'चंद्रयान 2' (Chandrayaan 2) के फेल होने पर एक ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने लिखा था, "बिना एक्सपेरिमेंट के कोई साइंस नहीं है। कभी-कभी हम सफल होते हैं तो कभी हम सीखते हैं। इसरो प्रतिभाशाली दिमागों को सलाम। हमें गर्व और विश्वास है कि चंद्रयान 2 जल्द ही चंद्रयान 3 के लिए रास्ता बनाएगा। हम फिर उठ खड़े होंगे।"
कब लॉन्च हो रहा है चंद्रयान 3?
'चंद्रयान 3' 14 जुलाई 2023 को 2 बजकर 35 मिनट पर आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा (Sriharikota) से लॉन्च होगा। मिशन के तहत विक्रम लैंडर को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंड कराया जाएगा। अगर ऐसा सक्सेसफुली होता है तो भारत ऐसा करने वाला पहला देश बन जाएगा।
क्यों फेल हुआ था चंद्रयान 2?
साल 2019 में इसरो के द्वारा लॉन्च हुआ 'चंद्रयान 2' फेल साबित हुआ था। सितंबर 2019 में इसकी क्रैश लैंडिंग हो गई थी। कहा गया था कि सॉफ्टवेयर में गड़बड़ी की वजह से ये मिशन फेल हुआ था। इसके अलावा ज्यादा थ्रस्ट पैदा होने और लैंडिंग साइट छोटी होने की वजह से भी ये मिशन फेल हुआ था। खैर, इस बार साइंटिस्ट पूरी तैयारी के साथ मिशन पूरा करने की प्लानिंग में लगे हुए हैं।