Chandrayaan 3 लॉन्चिंग में अहम भूमिका निभा रहीं लखनऊ की वैज्ञानिक, कौन हैं रितु करिधाल जिन्हें मिली जिम्मेदारी
Chandrayaan 3 Launch Updates चंद्रयान-3 आज दोपहर 235 बजे चंद्रमा की ओर उड़ान भरी। चंद्रयान-3 के लॉन्च में लखनऊ विश्वविद्यालय की पूर्व छात्रा व वैज्ञानिक रितु करिधाल अहम भूमिका निभाई है। चंद्रयान-3 मिशन में अपनी पूर्व छात्रा को प्रतिनिधित्व मिलने पर लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति शिक्षक व अधिकारी काफी खुश हैं। बता दें कि चंद्रयान-3 मिशन भारत के लिए काफी खास माना जा रहा है।
लखनऊ, जासं। ISRO Chandrayaan-3 Launch भारतीय आंतरिक अनुसंधान संस्थान (इसरो) 14 जुलाई को दोपहर 2:35 बजे चंद्रयान-3 लांच किया। इस अभियान को सफल बनाने के लिए जो टीम दिन रात काम कर रही है, उसमें लखनऊ विश्वविद्यालय की पूर्व छात्रा रितु करिधाल (Dr. Ritu Karidhal Srivastava) को अहम जिम्मेदारी मिली है। चंद्रयान-3 मिशन में अपनी पूर्व छात्रा को प्रतिनिधित्व मिलने पर लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति, शिक्षक व अधिकारी काफी खुश हैं। रितु करिधाल को रॉकेट वुमन आफ इंडिया (Rocket Woman Of India) भी कहा जाता है।
लखनऊ विश्वविद्यालय की अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रोफेसर पूनम टंडन ने बताया कि रितु करिधाल राजाजीपुरम की रहने वाली हैं। उन्होंने वर्ष 1991 में लवि में बीएससी भौतिक विज्ञान में प्रवेश लिया था। फिर 1996 में एमएससी भौतिक विज्ञान की डिग्री पूरी की। वह शुरू से ही मेधावी छात्रा रहीं। उनकी रुचि स्पेस फिजिक्स में थीं। उसके बाद उन्होंने पीएचडी भौतिक विज्ञान में भी प्रवेश लिया। लेकिन छह महीने के बाद ही वर्ष 1997 में उनका चयन इसरो में हो गया, जिसकी वजह से वह पीएचडी नहीं पूरी कर पाईं थीं।
2019 में लवि ने दी थी मानद उपाधि
लवि ने अपनी पूर्व छात्रा रितु करिधाल को वर्ष 2019 के दीक्षा समारोह में मानद उपाधि से सम्मानित किया था। समारोह के बाद रितु करिधाल ने मालवीय सभागार में छात्र-छात्राओं से भी रूबरू हुईं थीं। प्रोफेसर पूनम टंडन ने बताया कि रितु करिधाल चंद्रयान-2 में मिशन डायरेक्टर भी रही हैं। उन्हें इसरो में लंबा अनुभव है।
विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने हमेशा ही देश का नाम रौशन किया है। रितु करिधाल इसी कड़ी में एक ऐसा चमकता हुआ सितारा हैं। उन्हें बधाई और चंद्रयान-3 मिशन के लिए मेरी शुभकामनाएं हैं।
प्रोफेसर आलोक कुमार राय, कुलपति, लखनऊ विश्वविद्यालय