10th Jagran Film Festival: दर्शकों को भा रहा जेएफएफ का फिल्मी गलियारा
10th Jagran Film Festival फेस्ट के दूसरे दिन भी दर्शक लगातार सेशन में हिस्सा लेकर और फिल्में देखकर सिनेमा के बारे में और ज्ञान प्राप्त कर रहे हैं।
संजीव कुमार मिश्र, नई दिल्ली। यहां सुपरस्टार राजेश खन्ना भी है और हालीवुड स्टार टॉम क्रूज भी। यहां सुई धागा, मील, रुप की रानी चोरों का राजा फिल्मों की तस्वीरें भी हैं और सिनेमा के दिग्गजों को श्रद्धांजलि अर्पित करती कलाकृतियां भी। यही तो खासियत है जागरण के इस फिल्मी गलियारे की। जहां भाषाई बंधन को तोड़ते हुए सिनेमा एक साथ एक गलियारे में खड़ा मिलता है। शायद यही वजह है कि सिरीफोर्ट ऑडिटोरियम में चल रहे जागरण फिल्म फेस्टिवल के दूसरे दिन आने वाला हर दर्शक इस गलियारे में रुककर तस्वीरें खिंचवाता रहा। वहीं विभिन्न सेशन के पहले ऑडिटोरियम के बाहर लगी भीड़ यह बताने के लिए काफी थी कि फिल्म फेस्टिवल दर्शकों को किस कदर पसंद आ रहा है।
फिल्मों के डॉयलाग
सिरीफोर्ट ऑडिटोरियम गेट नंबर 4 से प्रवेश करते ही दर्शकों का सबसे पहले बालीवुड डॉयलाग से ही साक्षात्कार होता है। टिकट काउंटर के ठीक सामने लगे इन फिल्मी डॉयलाग को देखकर दर्शक फिल्मी गुफ्तगु करते नजर आए। यहां, बालीवुड के मशहूर डॉयलाग लिखे हैं। मसलन, सारा शहर मुझे लॉयन के नाम से जानता है, अबे खामोश, बाबू मोशाय- जिंदगी बड़ी होनी चाहिए, छोटी नहीं, एक चुटकी सिंदूर की कीमत तुम क्या जानो रमेश बाबू, पिक्चर अभी बाकी है। यहां से चंद कदम आगे बढ़ते ही फिल्मी गली भी है जो दो ऑडिटोरियम को जोड़ती है। इसमें बीबी नंबर 1, कुली नंबर 1, गली बॉय, मेहसमपुर, सुई धागा, इमेगो समेत दर्जनों अन्य फिल्मों की तस्वीरें लगी हुई है। दर्शकों के लिए यह गलियारा काफी खास है। फिल्म फेस्टिवल की झांकी को अपने अंदर समेटे इस गलियारे में दर्शक दिन भर सेल्फी लेते रहे।
गलियारे के एक सिरे पर मृणाल सेन, वीरु देवगन,गिरीश कर्नाड, कादर खान को श्रद्धांजलि स्वरूप तस्वीरें भी लगी हैं। जिसमें उनके फिल्मी करियर का भी जिक्र किया गया है। वहीं फिल्मों की जानकारी हासिल करने वालों के लिए गलियारे का वह हिस्सा बेहद खास है जहां बालीवुड-हालीवुड के सौ से ज्यादा कलाकारों की तस्वीरें लगाई गई है। इस पूरे कैनवास की फोटो खींच रहे अंकित कहते हैं कि यदि आप फिल्मों के बारे में अपना ज्ञान बढ़ाना चाहते हैं तो फिल्म कलाकारों के नाम व उनके करियर के बारे में जानकारी होनी चाहिए। यहां बालीवुड और हालीवुड के कलाकारों की तस्वीरें और नाम है। मैं, इन सबके बारे में पढूंगा। जागरण की यह बहुत ही सराहनीय पहल है।
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ओटीटी के दौर में फिल्में बनाना हुआ आसान
जागरण फिल्म फेस्टिवल के दौरान शुक्रवार को ऑनलाइन मंच टीवीएफ के द्वारा मास्टर क्लास का आयोजन किया गया। इस दौरान कंपनी के एक्जीक्यूटिव क्रिएटिव डायरेक्टर सौरभ खन्ना ने अपनी वेब सीरीज ‘कोटा फैक्ट्री’ के बारे में जानकारी सांझा की। इस दौरान 45 मिनट के दो एपीसोड का प्रदर्शन भी हुआ। सौरभ ने बताया कि अब ओटीटी (ओवर द टॉप) माध्यम के आ जाने के बाद फिल्म मेकिंग जैसी चीजें आसान हो गई हैं। उन्होंने दर्शकों के सवालों के जवाब देते हुए कहा कि वह कोटा फैक्ट्री में कोटा की असलियत को इतनी बखूबी इसलिए दर्शा पाए क्योंकि वह भी उसी फैक्ट्री के उत्पाद हैं और इसके बाद उन्होंने आइआइटी की पढ़ाई भी की है। उन्होंने कहा कि इस समय लेखकों के लिए सबसे उपयुक्त समय है कि वे अपनी लेखन कला के बूते इस इंडस्ट्री में जा सकते हैं। अब लोगों को कहानियों की जरूरत होती है और अच्छी कहानी व लेखन मिलने की देर होती है और वे वेब सीरीज बनाने के लिए तैयार रहते हैं।
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