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    Rajasthan में पूरी तरह से हिंदुत्व के एजेंडे पर चुनाव लड़ रही BJP, चुनाव- प्रचार में हिंदुत्व पर जोर

    By Jagran NewsEdited By: Piyush Kumar
    Updated: Wed, 15 Nov 2023 04:49 PM (IST)

    Rajasthan Election 2023 भाजपा में प्रदेश की दो सौ विधानसभा सीटों में से एक भी मुस्लिम नेता को टिकट नहीं दिया गया। पिछले चुनाव में भाजपा ने तत्कालीन वसुंधरा राजे सरकार के परिवहन मंत्री युनूस खान को टिकट दिया गया था। लेकिन वे पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के सामने वे चुनाव हार गए थे। इस बार भाजपा ने एक भी मुस्लिम नेता को टिकट नहीं देने का निर्णय किया है।

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    राजस्थान चुनाव में भाजपा ने मंदिरों व मठों से जुड़े पांच संतों को प्रत्याशी बनाया।(फोटो सोर्स: जागरण)

    जागरण संवाददाता,जयपुर। राजस्थान विधानसभा चुनाव में भाजपा हिंदुत्व को प्रमुख मुददा बना रही है। भाजपा नेतृत्व ने पार्टी नेताओं को आक्रामक हिंदुत्व के एजेंडे (मुददे) पर चुनाव प्रचार करने के निर्देश दिए हैं।

    पहले तो भाजपा ने मंदिरों व मठों से जुड़े पांच संतों को प्रत्याशी बनाया और अब चुनाव सभाओं को संबोधित करने वाले नेता अपने भाषणों में राज्य की कांग्रेस सरकार पर तुष्टिकरण का आरोप लगाते हुए उदयपुर के कन्हैयालाल की गला काटकर की गई हत्या की भी चर्चा कर रहे हैं।

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    पार्टी जता रही हिंदुत्व पर भरोसा

    साथ ही कांग्रेस सरकार द्वारा रामनवमी की शोभायात्रा निकालने की अनुमति नहीं देने और पापुलर फ्रंट आफ इंडिया (पीएफआई) को रैली की अनुमति देने को भी चुनावी मुददा बनाया जा रहा है। चुनाव प्रचार में हिंदुत्व के चेहरों को अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों का जिम्मा सौंपकर उन्हे मतदान सम्पन्न होने तक वहीं रहने के लिए कहा गया है। इन्हे हिंदु वोटों के ध्रुवीकरण का जिम्मा सौंपा गया है।

    प्रदेश में चुनाव अभियान की कमान संभाल रहे नेताओं को अपनी यात्राओं के दौरान मंदिरों में पूजा-अर्चना अवश्य करने के लिए कहा गया है। हिंदुत्व के मुददे पर वोट लेने की कोशिश में जुटी भाजपा इस काम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (विहिप) और विश्व हिंदू परिषद (विहिप) का भी सहयोग ले रही है।

    मुस्लिम बहुल सीटों पर संतों को उतारा

    हिंदुत्व के एजेंडे के तहत भाजपा ने मुस्लिम बहुल विधानसभा क्षेत्रों में संतों को चुनाव मैदान में उतारा है। इनमें जयपुर की हवामहल सीट पर हाथोज बालाजी धाम के महंत बालमुकुंदाचार्य, तिजारा सीट पर बाबा बालकनाथ,पोकरण सीट पर तारातरा मठ के महंत प्रतापपुरी और सिरोही सीट पर देवासी समाज के संत ओटाराम देवासी को मैदान में उतारा है।वहीं पचपदरा सीट पर प्रसिद्ध भजन गायक प्रकाश माली को टिकट दिया गया है।

    प्रकाश भी माली समाज के एक मंदिर की पूजा करते हैं। हवामहल,पोकरण और तिजारा सीट मुस्लिम बहुल मानी जाती है। इनमें पोकरण में कांग्रेस के प्रत्याशी सालेह मोहम्मद व तिजारा में इमरान खान चुनाव लड़ रहे हैं।

    एक भी मुस्लिम नेता को टिकट नहीं

    उधर भाजपा में प्रदेश की दो सौ विधानसभा सीटों में से एक भी मुस्लिम नेता को टिकट नहीं दिया गया है। पिछले चुनाव में भाजपा ने तत्कालीन वसुंधरा राजे सरकार के परिवहन मंत्री युनूस खान को टिकट दिया गया था। लेकिन वे पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के सामने वे चुनाव हार गए थे। इस बार भाजपा नेतृत्व ने इस बार एक भी मुस्लिम नेता को टिकट नहीं देने का निर्णय किया है।

    भाजपा ने मेव बहुल कामां सीट से हरियाणा के नूंह जिला निवासी नोक्षम चौधरी,मेव बहुल तिजारा से बाबा बालकनाथ,रामगढ़ से जय आहूजा,मुस्लिम बहुल हवामहल से बालमुकुंदाचार्य,आदर्श नगर से गौसेवक रवि नैय्यर,टोंक से अजीत मेहता, पोकरण से महंत प्रतापपुरी और डीडवाना सीट से जितेंद्र सिंह को टिकट दिया है।

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