Punjab Election: बादल के बड़े भाई गुरदास बनेंगे कैप्टन अमरिंदर के खेवनहार
पंजाब चुनाव में मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के बड़े भाई गुरदास बादल कैप्टन अमरिंदर सिंह के खेवनहार बनेंगे। लंबी क्षेत्र में गुरदास की अच्छी पकड़ है।
लंबी [सुभाष चंद्र]। पूरे पांच साल बाद एक बार फिर से पाश को हराने के लिए दास ने कमर कस ली है। जी हां हम बात कर रहे हैं मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के छोटे भाई गुरदास सिंह बादल की। गुरदास बादल जो कि कभी अपने बड़े भाई प्रकाश सिंह बादल को पाश कहकर बुलाते थे। इसी तरह प्रकाश सिंह बादल उन्हें दास से संबोधित करते थे। कभी प्यार की मिसाल रहे पाश और दास के बीच शिअद में होते समय मनप्रीत बादल एपीसोड ने ऐसी दूरियां पैदा की कि आज दोनों भाई एक दूसरे के कट्टर राजनीतिक विरोधी हो गए हैं।
गुरदास बादल को अब फिर से बड़े भाई को पटकनी देने का अवसर प्राप्त हुआ है। सूत्रों के अनुसार रविवार की सुबह हाल ही में शिअद छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए हलका बल्लूआना के विधायक गुरतेज सिंह घुडिय़ाना समेत क्षेत्र के कई अन्य कांग्रेसी नेता गांव बादल में गुरदास के निवास पर इकट्ठा हुए। इस दौरान लंबी हलके से कैप्टन अमरिंदर सिंह के चुनाव लड़ने की घोषणा को लेकर भी खूब चर्चा हुई।
सूत्र बताते हैं कि गुरदास बादल ने कैप्टन के इस निर्णय की भरपूर प्रशंसा की और साथ ही कहा कि इस बार लंबी हलके से कैप्टन अमरिंदर सिंह को बीस हजार से भी अधिक मतों की लीड के साथ विजयी बनाकर विधानसभा भेजा जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि कैप्टन के यहां से चुनाव लडऩे से शिअद राज्य भऱ में बहुत थोड़ी सीटों पर ही सिमटकर रह जाएगा। बातों ही बातों में गुरदास बादल ने कांग्रेस हाईकमांड से लंबी हलके की कमान उन्हें सौंपने की भी इच्छा जाहिर की।
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बेशक वह इन दिनों बठिंडा विधानसभा हलके से कांग्रेस प्रत्याशी अपने पुत्र मनप्रीत सिंह बादल के चुनाव प्रचार में भी विभिन्न गांवों के मतदाताओं के साथ संपर्क साधने में व्यस्त हैं। गौरतलब है कि गुरदास बादल वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में पीपल्स पार्टी आफ पंजाब की टिकट पर लंबी विधानसभा हलके से मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं। बेशक उन्हें करीब पांच हजार वोट ही प्राप्त हुए थे।