CM शिवराज ने 'श्री महाकाल महालोक' के द्वितीय चरण का किया लोकार्पण, बोले- सनातन धर्म सभी का करता है सम्मान
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को उज्जैन में श्री महाकाल महालोक के द्वितीय चरण का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि बीच में बारिश नहीं होने की वजह से फसलें सूख रही थी उस वक्त समझ में नहीं आया क्या करें लेकिन एक बात मन में आई कि महाकाल महाराज की शरण में चले चलो। उसके बाद महाकाल महाराज की कृपा से आज पूरे प्रदेश के तालाब-बांध भरे हुए हैं।

ऑनलाइन डेस्क, उज्जैन। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को उज्जैन में 'श्री महाकाल महालोक' के द्वितीय चरण का लोकार्पण किया। साथ ही मुख्यमंत्री शिवराज ने संतों की मौजूदगी में उज्जैन में 250 करोड़ रुपये की लागत से तैयार होने वाले शासकीय मेडिकल कॉलेज तथा यूनिटी मॉल का भी शिलान्यास किया।
क्या कुछ बोले मुख्यमंत्री शिवराज?
मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि आज महाकाल महालोक में आनंद की वर्षा हो रही है। द्वितीय चरण का लोकार्पण हो रहा है। समय जिनकी जटाओं में बंधा है, धरती जिनके त्रिशूल पर टिकी है, जिन्होंने काल को अपने कपाल पर धारण किया है; ऐसे महाकाल महाराज के चरणों में प्रणाम करता हूं।
उन्होंने कहा कि श्री महाकालेश्वर मंदिर अन्न क्षेत्र में एक दिन में एक लाख भक्त बैठकर भोजन कर सकेंगे। महाकाल महाराज की कृपा से ही ये सब हो रहा है।
'मध्य प्रदेश में जल की कोई कमी नहीं'
मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि बीच में बारिश नहीं होने की वजह से फसलें सूख रही थी, उस वक्त समझ में नहीं आया क्या करें, लेकिन एक बात मन में आई कि महाकाल महाराज की शरण में चले चलो। उसके बाद महाकाल महाराज की कृपा से आज पूरे प्रदेश के तालाब-बांध भरे हुए हैं, जल की कोई कमी नहीं है। महाकाल महाराज की कृपा सभी लोगों पर बरसती रहे। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति, सनातन धर्म सभी का सम्मान करता है।
.jpg)
'सनातन को कई खत्म नहीं कर पाया'
उन्होंने कहा कि धर्म की जय हो, अधर्म का नाश हो, प्राणियों में सद्भावना हो और विश्व का कल्याण हो, यह सनातन धर्म है। सनातन धर्म के संतों ने उद्घोष किया कि सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामया। सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चित् दुःखभाग् भवेत्।
इसी बीच मुख्यमंत्री शिवराज ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि पर बिना नाम लिए कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि इस सनातन धर्म पर कुछ लोगों ने उंगली उठाई और सनातन को डेंगु, मलेरिया और वायरस बताया और सनातन को खत्म करने की बात कही, लेकिन सनातन को कोई खत्म नहीं कर पाया।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।