MP Election Result 2023: प्रत्याशियों का भाग्य EVM में कैद, समर्थक लगा रहे जीत-हार का गणित; सीहोर पर सबकी नजर
प्रदेश की सीहोर विधानसभा सीट पर भी कांग्रेस और भाजपा के बीच सीधा मुकाबला है। यहां भाजपा से विधायक सुदेश राय और कांग्रेस से जिला पंचायत के सदस्य शशांक सक्सेना आमने सामने हैं। इन प्रत्याशियों का जितना जोर है। उतना ही जोर उनके परिजनों का भी है। विधायक सुदेश राय के बड़े भाई क्षेत्र के युवाओं में आइकान की तरह हैं।

जेएनएन, सीहोर। प्रदेश में मतदान हो चुके हैं। प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में कैद हो चुका है। मतगणना के साथ ही परिणाम सबके सामने आ जाएगे, लेकिन चुनाव में रुचि रखने वाले लोग चौक-चौराहों पर एक ही चर्चा कर रहे हैं कि क्या हो रिया।
क्षेत्र में भोपाली बोली का चलन है और लोग एक दूसरे से इसी अंदाज में पूछते हैं कि क्या चल रिया है। इसके बाद शुरू हो जाती चुनावी चर्चा और लोग जीत हार का गणित लगाने लगते हैं। आम लोग तो हल्की-फूल्की बातें करते हैं, लेकिन समर्थक एक दूसरे को जिताने के लिए उत्तेजित हो जाते हैं।
हर समर्थक अपने नेता की खूबियां और प्रतिद्वंद्वी की खामियां गिना रहे हैं। अभी भी चुनाव को लेकर चर्चा और चकल्लस का दौर जारी है। चुनाव होने के बाद हार-जीत को लेकर जिले में सटोरिए भी सक्रिय हो गए हैं। वहीं चुनाव लड़ रहे उम्मीदवार व राजनीतिक दल अपने समर्थकों से क्षेत्रवार मतदान व वोटों के आंकड़ों को जुटाने में लग गए हैं, तो कहीं धोखे व पाला बदलने की भी खबरें सामने आ रही है।
होटल, पान दुकान, सार्वजनिक चौक-चौराहों, चाय की टपरियों में अब पार्टियों के कार्यकर्ता के साथ-साथ चुनाव में दिलचस्पी रखने वाले लोग भी अपने-अपने आंकड़े बताकर जीत का दावा-प्रतिदावा कर रहे हैं। जीत-हार के दावों के बीच अब कोई शर्त लगाने की भी चुनौती दे रहा है।
एक ओर कांग्रेस के समर्थक जीत के आंकड़े गिना रहे हैं तो दूसरी ओर बीजेपी के समर्थक केंद्र सरकार की योजनाओं के बल पर जीत के लिए आश्वस्त हैं। कांग्रेस ओपीएस और भाजपा लाड़ली बहनों के दम पर ही सरकार बनाने की बात कर रही है।
सीहोर जिले की सीहोर, बुदनी, इछावर व आष्टा विधानसभा क्षेत्र में सर्वाधिक कयास सीहोर, इछावर व आष्टा विधानसभा सीटों के लिए लगाए जा रहे हैं। हालांकि तीनों सीटों पर मुख्य मुकाबला कांग्रेस व बीजेपी के बीच होने से दोनों ही दल के समर्थक अपनी-अपनी जीत का भी दावा करने लगे हैं।
बुदनी में भी मुकाबला आमने-सामने का ही है, लेकिन वहां भाजपा के प्रत्याशी खुद सीएम शिवराज सिंह चौहान हैं। जिसके चलते वहां भाजपा के लोग भी आश्वस्त है। वहीं वहां कांग्रेस ने शिव के सामने हनुमान को उतारकर मुकाबले को रोचक बनाया है। वहीं आष्टा, इछावर और बुदनी में भाजपा और कांग्रेस के बीच आमने-सामने का मुकाबला है। जिसको लेकर चर्चाओं को बाजार गर्म है।
इछावर में दोनों हारे-जीते आमने-सामने
सीहोर की इछावर विधानसभा सीट पर कांग्रेस और भाजपा के बीच मुकाबला आमने-सामने का है। यहां भाजपा की तरफ से करण सिंह वर्मा और कांग्रेस की तरफ से शैलेंद्र पटेल के बीच मुकाबला था। दोनों ही प्रत्याशियों में से कौन जीतेगा और कौन हारेगा यह बताना बहुत ही मुश्किल है। दोनों को ही एक-दूसरे को हराया है। शैलेंद्र पटेल एक बार हारे और एक बार जीते हैं। वहीं करण सिंह वर्मा सात बार जीते और एक बार हारे। यह उनका नवां चुनाव था।
आष्टा के आयातित प्रत्याशियों के बीच मुकाबला
आष्टा विधानसभा सीट पर कांग्रेस के प्रत्याशी कमल सिंह चौहान प्रजातांत्रिक पार्टी से आए हैं और भाजपा के प्रत्याशी गोपाल इंजीनियर कांग्रेस से आए हैं। दोनों के बीच कड़ा मुकाबला है, कांग्रेस के समर्थकों का मानना है कि कमल सिंह चौहान का खुद का वोट बैंक है और कांग्रेस का वोट बैंक भी उन्हें मिल गया है। साथ ही गोपाल इंजीनियर के समर्थकों का मानना है कि यह पारंपरिक भाजपा की सीट है और यहां सीएम का प्रभाव भी है। इसलिए यह सीट निकल ही जाएगी।
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सीहोर में प्रत्याशियों के साथ ही उनके परिवार की साख भी दाव पर
सीहोर विधानसभा सीट पर भी कांग्रेस और भाजपा के बीच सीधा मुकाबला है। यहां भाजपा से विधायक सुदेश राय और कांग्रेस से जिला पंचायत के सदस्य शशांक सक्सेना आमने सामने हैं। इन प्रत्याशियों का जितना जोर है। उतना ही जोर उनके परिजनों का भी है। विधायक सुदेश राय के बड़े भाई क्षेत्र के युवाओं में आइकान की तरह हैं। वहीं जिला पंचायत सदस्य शशांक सक्सेना के पिता चार बार लगातार विधायक रह चुके हैं। प्रत्याशियों के साथ इनकी साख भी दाव पर लगी है।
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