Loksabha Election 2019: बार कोड मशीन से गिने जाएंगे 88 हजार सर्विस वोटर
इस बार सर्विस वोटरों की गिनती कंप्यूटराइज्ड बार कोड मशीन से होगी। यह इसलिए कि इस बार पोस्टल बैलेट ईटीपीबीएस से भेजे जाएंगे।
देहरादून, संतोष भट्ट। लोकसभा चुनाव में इस बार सर्विस वोटरों की गिनती कंप्यूटराइज्ड बार कोड मशीन से होगी। यह इसलिए कि इस बार पोस्टल बैलेट ईटीपीबीएस (इलेक्ट्रॉनिकल ट्रांसमिटेड पोस्टल बैलेट सिस्टम) से भेजे जाएंगे। वापस आने पर हर पोस्टल बैलेट को बार कोड स्कैन कर गिनती में शामिल किया जाएगा। पोस्टल बैलेट गिनती के लिए हर जिले में कंप्यूटराइज्ड बार कोड और ईवीएम मतदान केंद्र बनाए गए हैं।
राज्य के पांच लोकसभा क्षेत्र में इस बार 88 हजार छह सौ सर्विस मतदाता पंजीकृत हैं। इनमें सबसे ज्यादा सर्विस मतदाता सशस्त्र सेना, असम रायफल्स, सीआरपीएफए, बीएसएफ, आइटीबीपी, बीआरओ और सीआइएसएफ के शामिल हैं। इसके अलावा भारत सरकार और विदेशों में तैनात कार्मिक, राज्य के सशस्त्र पुलिस बल और उनके परिवार भी सर्विस वोटर हैं। सर्विस वोटर शत प्रतिशत मतदान में हिस्सा लें, इसके लिए निर्वाचन आयोग ने डाक से भेजे जाने वाले पोस्टल बैलेट को अब ऑनलाइन कर दिया है।
इसके लिए पहलीबार ईटीपीबीएस की सुविधा दी गई है। 28 मार्च को प्रत्याशियों के नाम वापसी के बाद मैदान में रहने वालों की सूची जारी होगी। इसी दिन सभी जिला निर्वाचन अधिकारी अपने-अपने सर्विस वोटरों के पोस्टल बैलेट संबंधित पते पर ऑनलाइन 29 मार्च तीन बजे तक भेज सकेंगे। संबंधित रिकार्ड ऑफिस में ऑन लाइन पोस्टल बैलेट मिलने के बाद सर्विस वोटर अपने मत का प्रयोग करने के बाद आयोग द्वारा उपलब्ध कराए गए लिफाफों में बैलेट पेपर को वापस अपने लोकसभा क्षेत्र में भेजेंगे।
इसके बाद मतगणना के दिन कंप्यूटराइज्ड बार कोड मशीन से हर पोस्टल बैलेट की गिनती होगी। पोस्टल और ईवीएम मशीन से एक साथ मतगणना होगी। पूर्व तक पोस्टल बैलेट की गिनती पूरी होने के बाद ईवीएम से वोटों की गिनती होती थी। इसके लिए हर मतगणना केंद्र में ईवीएम काउंटिंग रूम के अलावा कंप्यूटराइज्ड बार कोड ईटीपीबीएस केंद्र भी बनाए जा रहे हैं।
पौड़ी में निर्णायक सर्विस वोटर
राज्य में सबसे ज्यादा पौड़ी जिले में 33 हजार, 653 सर्विस वोटर हैं। किसी भी प्रत्याशी की जीत-हार में ये निर्णायक की भूमिका निभाते हैं। इसके बाद अल्मोड़ा में 27 हजार 954 और सबसे कम हरिद्वार में पांच हजार सर्विस वोटर हैं। इसके लिए सभी मतगणना केंद्र में 40 से 50 कंप्यूटर सर्विस वोटरों की गिनती के लिए लगाए गए हैं।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या का कहना है कि पहली बार सर्विस वोटरों को ईटीपीबीएस की सुविधा दी गई है। 28 मार्च को सभी पोस्टल बैलेट जारी होंगे। मतदान के बाद पोस्टल बैलेट की काउंटिंग बार कोड मशीन से की जाएगी। यह काम पूरी तरह से पारदर्शिता के साथ होगा।
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