लोकसभा चुनाव में जमीनी जंग को तैयार कांग्रेस की सेना
उत्तराखंड की पांच संसदीय सीटों पर कांग्रेस योद्धा के तौर पर भले ही किसी भी चेहरे को आगे करे लेकिन जमीन पर असली जंग के सबसे बड़ा भरोसा कार्यकर्ताओं पर ही किया जा रहा है।
देहरादून, रविंद्र बड़थ्वाल। लोकसभा चुनाव के महासमर में उत्तराखंड की पांच संसदीय सीटों पर कांग्रेस योद्धा के तौर पर भले ही किसी भी चेहरे को आगे करे, लेकिन जमीन पर असली जंग के सबसे बड़ा भरोसा कार्यकर्ताओं पर ही किया जा रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के निर्देशों के बाद जिलों से लेकर ब्लॉक और बूथ स्तर पर आक्रामक कार्यकर्ताओं की टीम इस सेना में जोश फूंकेगी। पूरे प्रदेश में सवा लाख से ज्यादा कार्यकर्ताओं की सेना चुनावी जंग में मुस्तैद रहेगी।
कांग्रेस के पास प्रदेश में कार्यकर्ताओं का मजबूत नेटवर्क है। ये नेटवर्क शहरों से लेकर गांवों में फैला हुआ है। मिशन 2019 में पूरी ताकत से जुटी कांग्रेस ने प्रदेश में अपने कार्यकर्ताओं को सक्रिय कर दिया है। कांग्रेस के रणनीतिकारों की मानें तो उसके पास हर स्तर पर मजबूत टीम है।
अहम बात ये भी है कि जिलों से लेकर ब्लॉक और बूथ स्तर तक पार्टी के पास कार्यकर्ताओं की टीम एकदम नई है। जोश और उमंग से भरपूर इस टीम को पार्टी अपनी असली ताकत मान रही है। प्रदेश कांग्रेस संगठन के दावे पर यकीन किया जाए तो जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं की ये नई फौज लोकसभा चुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा को नाकों चने चबाने को विवश करने जा रही है।
पूरे प्रदेश में कांग्रेस के 26 सांगठनिक जिले हैं। कुछ महीने पहले ही जिला इकाइयों का गठन किया गया है। जिलाध्यक्षों समेत 2710 सदस्यीय जिला इकाइयों को चुनाव अभियान में जुटने को कहा जा चुका है।
जिला इकाइयों के बढ़े मनोबल के पीछे तर्क ये भी दिया जा रहा है कि इस बार पांच संसदीय सीटों के लिए संभावित प्रत्याशियों का पैनल तैयार करने में सांगठनिक जिला इकाइयों की भूमिका भी तय की गई।
जिलों के बाद निचले स्तर पर कार्यकर्ताओं का बड़ा आधार भी बनाया गया है। 237 ब्लॉक इकाइयों में 23700 से ज्यादा कार्यकर्ताओं को जोड़ा गया है। वहीं 11235 पोलिंग बूथों पर भी प्रति बूथ पांच-पांच की टीम यानी कुल 56125 कार्यकर्ताओं की फौज के बूते बूथों पर भी कांग्रेस मजबूती से खम ठोकने की तैयारी कर चुकी है।
फ्रंटल संगठनों महिला कांग्रेस, युवक कांग्रेस और छात्र संगठन एनएसयूआइ के बूते कांग्रेस बीते दो वर्षों में राज्य के भीतर सत्तारूढ़ भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोले हुए है। पार्टी के भरोसे का एक आधार उसके आनुषंगिक संगठनों की बड़ी टीम को भी बताया जा रहा है। अनुसूचित जाति, जनजाति, अल्पसंख्यक समेत कांग्रेस के प्रदेश में करीब 27 आनुषंगिक संगठन-प्रकोष्ठ हैं।
कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय से प्राप्त जानकारी के मुताबिक प्रदेश स्तर, जिला और ब्लॉक स्तर पर ही आनुषंगिक संगठनों व प्रकोष्ठों के कुल सदस्यों की संख्या करीब 40 हजार है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह का कहना है कि कार्यकर्ताओं में जोश की वजह से नगर निकाय चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन में सुधार हुआ है। निकाय चुनाव में जिला मुख्यालयों में कांग्रेस इसी वजह से दबदबा कायम रखने में कामयाब हुई है। लोकसभा चुनाव में ब्लॉक और बूथ स्तर पर कार्यकर्ताओं को आम जनता को अधिक से अधिक जोड़ने को कहा गया है। पार्टी मजबूत सांगठनिक ढांचे के बूते मतदाताओं के हर वर्ग तक अपनी पैठ सुनिश्चित कर रही है।
उत्तराखंड प्रदेश में कांग्रेस का सांगठनिक ढांचा
एआइसीसी सदस्य-57
पीसीसी सदस्य--322
जिला इकाइयां-26
जिला इकाइयों की सदस्य संख्या-2710
ब्लॉक कमेटी-237
ब्लॉक कमेटी सदस्य संख्या-23700
बूथ संख्या-11235
बूथ सदस्य संख्या-56175
आनुषंगिक संगठन-प्रकोष्ठ-27
आनुषंगिक संगठनों-प्रकोष्ठों की ब्लॉक स्तर तक गठित इकाइयों की कुल सदस्य संख्या-40,000 (अनुमानित)
एनएसयूआइ-70
यूथ कांग्रेस-283
महिला कांग्रेस-4317
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