I.N.D.I.A या NDA, किसमें शामिल होगा अकाली दल? शपथ से पहले हरसिमरत कौर बादल ने किया खुलासा
पंजाब की 13 लोकसभा सीटों में से सिर्फ एक पर शिरोमणि अकाली दल को जीत मिली है। बठिंडा लोकसभा सीट से शिअद नेता हरसिमरत कौर बादल ने लगातार चौथी बार जीत दर्ज की है। लोकसभा चुनाव 2019 में अकाली दल को बठिंडा और फिरोजपुर सीट पर जीत मिली थी। भाजपा ने होशियारपुर और गुरदासपुर में जीत दर्ज की थी। मगर इस बार खाता तक नहीं खुला।
जागरण, बठिंडा। पंजाब में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पूर्व सहयोगी शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने अपना रुख स्पष्ट कर दिया है। बठिंडा से नवनिर्वाचित सांसद हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि शिअद न तो एनडीए और न ही आईएनडीआईए में शामिल होगा। उनका कहना है कि मैं पंजाब की बेटी हूं और पंजाब के हक के लिए ही बोलूंगी।
दैनिक जागरण से विशेष मुलाकात के दौरान उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि भाजपा और शिअद में अगर गठबंधन होना ही होता तो वह चुनाव से पहले होता। अगर दोनों में गठबंधन होता तो चुनाव जीतने में आसानी रहती। कांग्रेस, भाजपा व आप तीनों पार्टियां पंजाब के पानी को छीनकर सतलुज-यमुना लिंक (एसवाईएल) नहर निकलवाना चाहती हैं।
किसानों के मुद्दे पर तोड़ा था गठबंधन
2020 में अकाली दल ने कृषि कानूनों के मुद्दे पर भाजपा से अपना 24 साल पुराना रिश्ता तोड़ लिया था। उस वक्त हरसिमरत कौर बादल केंद्र में मंत्री थीं। हालांकि उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद शिअद ने बसपा के साथ गठबंधन में 2022 का पंजाब विधानसभा चुनाव लड़ा लेकिन कामयाबी नहीं मिली।
चार बार की सांसद हैं हरसिमरत कौर बादल
हरसिमरत कौर बादल लगातार चार बार बठिंडा से लोकसभा चुनाव जीत चुकी हैं। 2009 में पहला चुनाव लड़ा था। लोकसभा चुनाव 2024 में हरसिमरत ने 49656 मतों से जीत दर्ज की है। उन्होंने आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी और भगवंत मान सरकार में मंत्री गुरमीत सिंह खुडियां को हराया है।
दिलचस्प बात यह है कि हरसिमरत कौर बादल ने अपने ससुर प्रकाश सिंह बादल की हार का बदला लिया। विधानसभा चुनाव में गुरमीत सिंह खुडियां ने पांच बार के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल को मुक्तसर जिले की लंबी विधानसभा सीट से हराया था। तब इस हार की पूरे देश में चर्चा हुई थी।
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