Lok Sabha Election 2024: नेताजी को गुलाब की माला पहनना जेब पर पड़ेगा महंगा, लोकसभा चुनाव के चलते तय किया गया दाम
गौतमबुद्ध नगर जिला निर्वाचन विभाग Lok Sabha Election की तैयारियों में जुट गया है। चुनाव आयोग के द्वारा निर्धारित खर्च से ज्यादा खर्च प्रत्याशी न खर्च करें इस पर जिला निर्वाचन विभाग के द्वारा पूरी नजर रखी जाती है। जिला निर्वाचन विभाग के द्वारा फूल माला वाहन कुर्सी गद्दे खाने-पीने का सामान आदि चीजों की दर निर्धारित की जाती है।

जागरण संवाददता, ग्रेटर नोएडा। बाजार में समोसा व चाय का दाम भले ही महंगा हो गया, लेकिन चुनाव आयोग की नजर में दोनों की कीमत दो वर्ष से स्थिर हैं। दो वर्ष के दौरान दोनों के दाम में थोड़ा सा भी इजाफा नहीं हुआ है। हां, चुनाव में कार्यकर्ता व जनता को अच्छी कुर्सी पर बैठाने व ठंडी हवा उपलब्ध कराना नेताजी को महंगा पड़ जाएगा।
जिला निर्वाचन विभाग ने लोकसभा चुनाव को देखते हुए विभिन्न चुनाव एवं प्रचार सामग्री की दर तय कर दी हैं। निर्वाचन विभाग चुनाव में नेता जी के खर्च का विवरण निर्धारित की गई दर के आधार पर ही तय करेगा। जिला निर्वाचन विभाग लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गया है।
प्रचार-प्रसार में जमकर खर्च किया जाता है पैसा
चुनाव में प्रत्याशियों व पार्टी के द्वारा प्रचार-प्रसार में जमकर पैसा खर्च किया जाता है। पार्टी के द्वारा किया जाने वाला खर्च भी प्रत्याशी के खाते में जुड़ता है। चुनाव आयोग के द्वारा निर्धारित खर्च से ज्यादा खर्च प्रत्याशी न खर्च करें इस पर जिला निर्वाचन विभाग के द्वारा पूरी नजर रखी जाती है। जिला निर्वाचन विभाग के द्वारा फूल, माला, वाहन, कुर्सी, गद्दे, खाने-पीने का सामान आदि चीजों की दर निर्धारित की जाती है।
राजनीतिक दलों के साथ हुई बैठक के बाद जिला निर्वाचन विभाग ने दरों का निर्धारण कर दिया है। दरों का निर्धारण विधानसभा चुनाव-2022 के आधार पर किया गया है। एक सादी कुर्सी का खर्च नौ रुपये व फैंसी कुर्सी का खर्च 13 रुपये निर्धारित किया गया है। यदि कुर्सी गद्दे वाली हुई तो उसका खर्च 18 रुपये प्रति कुर्सी होगा।
कितना होगा माला का दाम?
गुलाब की माला 120 व गेंदे की 12 रुपये रखी गई है। एक बुके 180 रुपये का होगा। यदि कूलर लगवाया तो प्रति कूलर 150, ट्यूबलाइट 11, पंखा सीलिंग 19, पंखा स्टैंड वाला 100, सादा माइक 193, पोडियम माइक 500, प्रति एसी 2200 रुपये।
तेज आवाज में संगीत बजवाने पर 4200, ढोल नगाड़ा के लिए 500, रागिनी कराने का खर्च चालीस हजार रुपये होगा। एक चाय दस रुपये, समोसा दस रुपये व काफी 15 रुपये की पड़ेगी। ऐसे में प्रचार के दौरान नेता जी को विभिन्न सामानों की दर को देखते हुए खर्च पर ध्यान रखना होगा।
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