अगर NDA में पड़ी दरार तो भी बनेगी मोदी सरकार, कैसे लेंगे तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ; जानिए लोकसभा का पूरा गुणा-गणित
एनडीए के पास 292 सीटें हैं और विपक्षी दलों के आईएनडीआई गठबंधन के पास 234। केंद्र में सरकार बनाने के लिए 272 सांसद चाहिए। एनडीए के पास सरकार बनाने के लिए बहुमत है लेकिन आईएनडीआई गठबंधन को सरकार बनाने के लिए 39 सांसदों की जरूरत है। कहा जा रहा है कि अगर जदयू या टीडीपी ने एनडीए का साथ छोड़ दिया तो क्या होगा?

चुनाव डेस्क, नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव परिणाम आ चुके हैं। भाजपा नेतृत्व गठबंधन एनडीए के पास 292 सीटें हैं और विपक्षी दलों के आईएनडीआई गठबंधन के पास 234 सीटें हैं। केंद्र में सरकार बनाने के लिए 272 सांसद चाहिए। एनडीए के पास सरकार बनाने के लिए बहुमत है, लेकिन आईएनडीआई गठबंधन को सरकार बनाने के लिए 39 सांसदों की जरूरत है।
आज यानी बुधवार को दिन आईएनडीआईए और शाम में एनडीए की बैठक है। इस दौरान अटकलें लगाई जा रही हैं कि अगर जदयू सुप्रीमो नीतीश कुमार (Nitish Kuma) या टीडीपी (TDP) प्रमुख चंद्रबाबू नायडू (Chandra Babu Naidu) ने एनडीए (NDA) का साथ छोड़कर चले जाते हैं तो भाजपा तीसरी बार सरकार नहीं बना पाएगी। अगर मैं कहूं कि अगर नीतीश कुमार या चंद्रबाबू नायडू में से कोई आईएनडीआईए के साथ चले जाते हैं, तब भी नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। अब आप सोच रहे होंगे कैसे तो आइए बताते हैं...
अगर नीतीश ने एनडीए को कहा ना तो...?
चुनाव परिणाम के मुताबिक, एनडीए के पास 292 सांसद हैं। इनमें से 12 सांसद जदयू (JDU) यानी नीतीश कुमार की पार्टी के हैं। अगर जदयू एनडीए का साथ छोड़कर आईएनडीआई गठबंधन का समर्थन करती है। ऐसी स्थिति में भी एनडीए के पास 280 सांसद होंगे, जोकि बहुमत से आठ सांसद अधिक होंगे। यानी नीतीश कुमार के एनडीए से नाता तोड़ने के बावजूद भी मोदी तीसरी बार केंद्र में सरकार बना सकते हैं।
अगर नायडू को भा गया I.N.D.I.A का ऑफर तो?
अभी एनडीए के पास 292 सांसद हैं। इनमें 16 सांसद टीडीपी के हैं। अगर टीडीपी आईएनडीआईए के साथ जाती है तो तब भी एनडीए के पास बचेंगे 276 सांसद,जोकि बहुमत से चार अधिक हैं। यानी कि नायडू के इंडी गठबंधन में शामिल होने पर भी केंद्र में एनडीए की सरकार बन सकती है।
नायडू और नीतीश दोनों ने NDA को कहा ना तो..?
टीडीपी के पास 16 सांसद हैं और जदयू के पास 12 सीटें। अगर दोनों के मिलाकर कुल हुए 28 सांसद। अगर नायडू और नीतीश दोनों की पार्टियां एनडीए का साथ छोड़ देती हैं तो 292 में से 28 सांसद कम हो जाएंगे। यानी कि एनडीए के पास कुल 264 सांसद बचेंगे, जोकि बहुमत से आठ कम हैं। ऐसे में एनडीए गठबंधन बहुमत से पीछे रह जाएगा।
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क्या मोदी तीसरी बार ले पाएंगे पीएम पद की शपथ?
आपको बता दें कि अगर नीतीश या नायडू दोनों में एक एनडीए का साथ छोड़ता है तो भी NDA के पास बहुमत रहेगा। ऐसे में राष्ट्रपति एनडीए के नेता को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करेंगे। मोदी गठबंधन के नेता हैं, ऐसे में वह तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे।
अगर नायडू और नीतीश दोनों ने एनडीए का साथ छोड़ दिया तो राजग (NDA) बहुमत से पीछे रह जाएगा। इस स्थिति में भी बड़ा गठबंधन होने के चलते राष्ट्रपति एनडीए के नेता को सरकार बनाने के लिए पहले आमंत्रित करेंगी। तब भी मोदी पीएम पद की शपथ लेंगे, लेकिन उनको बहुमत साबित करना होगा, जिसके लिए आठ सांसदों की जरूरत होगी।
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कहां से आएंगे आठ सांसद?
लोकसभा चुनाव 2024 में सात निर्दलीय और कई छोटे-छोटे दल ऐसे हैं, जो किसी भी गठबंधन का हिस्सा नहीं हैं। मोदी इन दलों या प्रत्याशियों को एनडीए में शामिल कर बहुमत साबित कर सकते हैं।
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