CM योगी आदित्यनाथ ने कहा- अगर गठबंधन को अली पर विश्वास है तो हमें बजरंगबली पर
मेरठ में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी सांसद राजेंद्र अग्रवाल के पक्ष में जनसभा में सीएम योगी आदित्यनाथ ने हिंदुओं को एकजुट करने का प्रयास किया।
मेरठ, जेएनएन। प्रथम चरण के चुनाव के लिए मंगलवार को चुनाव प्रचार के आखिरी घंटों में गढ़ रोड किनारे सिसौली गांव की सभा में घंटेभर देर से पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ध्रुवीकरण का फाइनल कार्ड खेल गए। अली के बदले बजरंग बली की बात कहकर योगी ने हिंदू मतों को एकजुट करने का प्रयास किया। बहाना मायावती के दो दिन पहले देवबंद के भाषण को बनाया।
योगी बोले, 'मायावती जी ने कहा हमें केवल मुस्लिमों का वोट मिल जाए, बाकी गठबंधन को कोई और वोट नहीं चाहिए। मैं कहता हूं अगर कांग्रेस, सपा-बसपा, रालोद को अली पर विश्वास है तो हमें भी बजरंगबली पर विश्वास है।' योगी के इस पलटवार के साथ ही पंडाल जय श्री राम...भारत माता की जय के नारों से गूंजने लगा।
योगी के भाषण में पहली बार 'हरा वायरस' शामिल हुआ। बोले-कांग्रेस, सपा, बसपा, रालोद मान चुके हैं कि बजरंगबली के अनुयायी उन्हें वोट नहीं देंगे, उन्हें बर्दाश्त नहीं करेंगे इसलिए ये लोग अली-अली का नाम लेकर हरा वायरस देश को डसने के लिए छोड़ना चाहते हैं। इस हरे वायरस की चपेट में पश्चिमी उप्र को आने की जरूरत नहीं। पूर्वी उप्र में हम पहले ही इसका सफाया कर चुके हैं। यहां भी इनको ध्वस्त कर दीजिए, हरा वायरस भारतीय राजनीति से समाप्त हो जाएगा।
योगी राहुल गांधी और मायावती पर ही विशेष रूप से हमलावर रहे। आजादी पूर्व के दलित नेता जोगेंद्र नाथ मंडल से मायावती की तुलना कर कहा कि जिस तरह मंडल मुस्लिम लीग के हरे वायरस की चपेट में आकर दलित-मुस्लिम एकता के नारे के साथ देश के विभाजन के लिए डट गए थे, वही हाल आज मायावती का है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के वायनाड से नामांकन के दौरान मुस्लिम लीग के झंडे फहराने का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस का घोषणापत्र देखकर लगता है कि कांग्रेस का हाथ देशद्रोहियों के साथ है। मुजफ्फरनगर दंगे का जिक्र करते हुए कहा कि दंगा हुआ तो जाट और जाटव दोनों निशाने पर थे, तब सपा-बसपा, लोकदल, कांग्रेस के लोग कहां थे।