Lok Sabha Election 2019: टिकट के लिए यहां पति-पत्नी हैं आमने-सामने
Lok Sabha Election 2019. लोहरदगा में लोक सभा चुनाव के लिए कांग्रेस में टिकट की दावेदारी को लेकर घमासान मचा हुआ है। रोचक बात यह कि पति-पत्नी आमने सामने ...और पढ़ें

गुमला, जासं। Lok Sabha Election 2019 लोहरदगा संसदीय क्षेत्र पर कांग्रेस का लंबे समय से कब्जा रहा है। रोचक बात यह कि इस बार के लोकसभा चुनाव में पति-पत्नी आमने सामने आ गए हैं। एक तरफ छत्तीसगढ़ के कांग्रेस प्रभारी डा. अरुण उरांव इस सीट से कांग्रेस का उम्मीवार बनने के लिए एड़ी चोटी एक किए हुए हैं। वहीं दूसरी तरफ उनकी पत्नी झारखंड की पूर्व शिक्षा मंत्री गीताश्री उरांव जीवनसंगिनी होने के बावजूद कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में दावेदारी ठोक चुकी हैं। गीताश्री स्व. कार्तिक उरांव की पुत्री हैं। वहीं डा. अरुण उरांव कार्तिक बाबू के दामाद हैं।
कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे बंदी उरांव के पुत्र अरुण उरांव छत्तीसगढ़ के प्रदर्शन के आधार पर उम्मीदवार की दावेदारी में शामिल हुए हैं। वैसे डा. रामेश्वर उरांव के अलावे प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुखदेव भगत और लोहरदगा लोकसभा में कांग्रेस के गुमला विधानसभा प्रभारी सुखैर भगत भी दावेदार हैं।
जब से कार्तिक उरांव का राजनीति में उदय हुआ था तब से लोहदगा संसदीय क्षेत्र में कांग्रेस का सूर्योदय भी हुआ था। ऐसे यह सीट झारखंडी नेताओं के लिए मुफीद था। स्व. कार्तिक उरांव ने लोहरदगा संसदीय क्षेत्र से 1967, 1971 और 1980 के चुनाव में जीत हासिल की थी। उनके निधन के बाद उनकी पत्नी सुमति उरांव ने भी उप चुनाव के अलावे दो संसदीय चुनाव में जीत हासिल की थी।
बाद के कालक्रम में स्व. इंद्रनाथ भगत और डा. रामेश्वर उरांव भी इस सीट से लोकसभा का चुनाव जीत चुके हैं। डा. रामेश्वर उरांव 2004 में चुनाव जीते थे। जबकि 2009 और 2014 के चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन डा. उरांव ने न तो क्षेत्र बदला और न ही गांव में घुमना बंद किया। इस बार होने वाले लोक सभा चुनाव के लिए कांग्रेस में टिकट की दावेदारी को लेकर घमासान मचा हुआ है।

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