Election 2019: केसरिया भाजपा की पहचान, लेकिन कश्मीर में हरे रंग से वोटरों को रिझा रहे हैं भाजपा उम्मीदवार
केसरिया रंग भाजपा की पहचान है लेकिन कश्मीर में भगवा रंग ने हरियाली चादर ओढ़ ली है। वोटरों को लुभाने के लिए भाजपा अपने पोस्टरों बैनरों और सोशल मीडिया पर हरे रंग का खूब इस्तेमाल
जम्मू, नवीन नवाज। केसरिया रंग भारतीय जनता पार्टी की पहचान है लेकिन कश्मीर में इस भगवा रंग ने हरियाली चादर ओढ़ ली है। वोटरों को लुभाने के लिए भाजपा अपने पोस्टरों, बैनरों और सोशल मीडिया पर हरे रंग का खूब इस्तेमाल कर रही है।
यहां यह बताना असंगत नहीं होगा कि हरे रंग की इस्लाम में बहुत अहमियत है। यह पहला मौका नहीं है जब कश्मीर में इस्लामिक भावनाओं को ध्यान में रखते हुए किसी राजनीतिक दल ने हरे रंग का इस्तेमाल किया है। नेशनल कांफ्रेंस के बारे में कहा जाता है कि उसके नेता जब भी कभी कहीं वोट मांगने जाते थे तो वह अपनी जेब से हरा रुमाल निकालकर लोगों को दिखाते थे। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी ने भी जब अपने झंडे का रंग चुना तो हरा ही चुना।
भाजपा के पोस्टरों से केसरिया रंग को गायब देख कश्मीर मामलों के विशेषज्ञ मुख्तार अहमद बाबा ने कहा कि यह कश्मीर और यहां के हालात का असर है। भाजपा को पता है कि यहां भगवा रंग को लोग कबूल नहीं करेंगे और इसलिए उसने यहां हरे रंग की अहमियत को समझते हुए भगवा चोला छोड़, हरा रंग ओढ़ लिया है।
भाजपा के प्रवक्ता अल्ताफ ठाकुर ने कहा कि हरा रंग तो बहुत अच्छा है, भगवा रंग की अहमियत से इनकार नहीं है। भाजपा के झंडे में हरा और भगवा दोनों ही रंग होते हैं। जो यह कहते हैं कि भाजपा के झंडे में हरा रंग नहीं है, उन्हें भाजपा के बारे में पता नहीं है। भाजपा ने दोनों रंग इस देश के सांप्रदायिक सदभाव को दर्शाते हैं। हरा रंग खुशहाली का प्रतीक है और भाजपा चाहती है कि यहां अमन हो खुशहाली हो, इसलिए हमने अपने चुनाव प्रचार में यहां हरे रंग को ज्यादा अहमियत दी है।
श्रीनगर-बडगाम संसदीय सीट से चुनाव लड़ रहे भाजपा उम्मीदवार खालिद जहांगीर ने कहा कि हरा रंग तो हमारे राष्ट्रीय ध्वज का हिस्सा है। इसलिए हमारे चुनाव प्रचार में इस रंग का इस्तेमाल हो रहा है, यह राष्ट्रवाद को दर्शाता है। यहां यह बताना असंगत नहीं होगा कि श्रीनगर में लालचौक के आस-पास ही खालिद जहांगीर और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हरे रंग में बड़े-बड़े होर्डिंग लगे हैं।
भाजपा के स्थानीय नेता और कार्यकर्ता सिर्फ हरा रंग और हरा झंडा ही अपने चुनाव प्रचार में इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं, वह कई जगह कुरान की आयतें भी पढ़ रहे हैं और इस्लामिक बातों का जिक्र करते हुए अपनी चुनावी बैठकों को शुरु करते हैं।
सोशल मीडिया पर भी कश्मीर में भाजपा द्वारा केसरी रंग के स्थान पर हरे रंग में सरोबार होने को लेकर जबरदस्त प्रतिक्रिया हो रही है। सोशल मीडिया पर एक यूजर ने लिखा है कश्मीर में भाजपा केसरी से हरी हो गई है।
नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने भी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए ट्वीट किया कि भाजपा का केसर कश्मीर में पहुंचने के बाद हरा हो गया है। कश्मीर में चुनाव प्रचार करते हुए वह क्यों नहीं लोगों को अपना असली रंग दिखा रही है।
राज्य के पूर्व वित्तमंत्री और पूर्व पीडीपी नेता डा. हसीब द्राबु ने ट्वीट किया कि कश्मीर में देखो कैसे रंग बदल रहे हैं। चुनावों के सियासी रंग देखो। कैसे केसरिया हरे में बदल गया। कहीं ऐसा तो नहीं कि पीडीपी ने भाजपा की रंग तैयार करने वाली प्लेट पर अपनी अमिट छाप छोड़ दी है।
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